रंग में आलू की तरह दिखने वाला चीकू हर किसी का पसंदीदा फल है। ये तो नहीं कहा जा सकता है, लेकिन जब आप चीकू की इन खूबियों के बारे में जानेगे तो आप हैरान रह जाएंगे कि एक फल में इतनी सारी खूबियां कैसे हो सकती है। तो आइए जानते हैं चीकू खाने के 11 फायदे :
- चीकू हमारे ह्रदय और रक्त वाहिकाओं के लिए बहुत लाभदायक होता है। इसमें बेटा-क्राइटॉक्सथीन होता है, इसलिए माना जाता है कि यह फेफड़ो के कैंसर के होने के खतरे को कम करता है।
- चीकू विटामिन ‘ए’ का एक बड़ा स्रोत है। यह आंखो के लिए कारगर है, इसलिए इसका नित्य सेवन करने से आंखो की रोशनी बढ़ती है।
- चीकू की छाल में टैन्निक पाया जाता है इसलिए सूजन और बुखार में चीकू बहुत ही फायदेमंद है।
- विटामिन ‘ए’ के अलावा चीकू में विटामिन ‘बी’ और ‘ई’ भी होता है जो त्वचा को सुरक्षा प्रदान करता है तथा त्वचा की नमी को बरकरार रखता है।
- कब्ज और दस्त की बीमारी को ठीक करने में सहायक चीकू खाने से आंतों की शक्ति बढती है और आंतें अधिक मजबूत होती हैं।
- कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन जैसे तत्वों से भरपूर चीकू शरीर की हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है।
- नित्य इसका सेवन शरीर की कमजोरियों को दूर करता है। साथ ही कार्बोंहाइड्रेड और न्यूट्रिएंट से भरपूर चीकू स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भी लाभकारी है।
- हृदय और गुर्दे के रोगों में एक अहम भूमिका निभाने वाला चीकू एनिमिया होने से भी रोकता है।
- चीकू शीतल और पित्तनाशक है। इसका नित्य सेवन से पेशाब में जलन की परेशानी दूर होती है।
- चीकू उर्जा का एक बहुत ही अच्छा स्रोत है। यह कसरत और मेहनत के करने वालों के लिए एक टॉनिक के रूप में काम करता है।
- यह दिमाग की तंत्रिकाओं को शांत और तनाव को कम करने में मदद करता है। पोटेशियम और सोडियम से भरपूर चीकू के सेवन से पेशाब में जलन की समस्या दूर होती है। जिन्हें कब्ज और दस्त की बीमारी हो उन्हें नियमित रूप से चीकू का सेवन करना चाहिए। स्वाद में मीठे और विटामिन सी स्रोत चीकू शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए ठीक रहता है। इसके अलावा यह गुर्दे के रोगियों के लिए भी गुणकारी है।
- बवासीर और दस्त में एक उपचार के तौर पर काम करता है चीकू। इसके अलावा यह कोलन कैंसर को कम करने में भी सहायक है।
- इसमें विटामिन ए के साथ विटामिन सी भी पाया जाता है। विटामिन सी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।