इस दौड़ती जिन्दगी में उच्च रक्तचाप एक आम समस्या बनाती जा रही है। इस बीमारी की चपेट में न केवल बूढ़े बल्कि युवा वर्ग भी आ चुका है। वैसे रक्तचाप कोई बीमारी नहीं बल्कि एक लक्षण है। काम का दबाव, घर की जिम्मेदारी ये कुछ ऐसी समस्याएं जिसकी वजग से उच्च रक्तचाप के मामले बढ़ते जा रहे हैं। यहाँ हम आपको कुछ टिप्स बताएंगे जिसकी मदद से आप उच्च रक्तचाप पर काबू पा सकते हैं।
उच्च रक्तचाप के लक्षण
सिर का भारीपन, काम में मन न लगना, ह्रदय की धड़कन बढ़ जाना, चक्कर आना और सिर में दर्द होना ये है उच्च रक्तचाप के लक्षण. जब उच्च रक्तचाप बढ़ जाता है तो जी घबराता है, उलटी आती है, कब्ज की समस्या होने लगती है, आंखों के आगे धुंधलापन होने लगता है, नाक से खून आने लागता है और दिल में दर्द होने लगता है। बढ़ते उच्च रक्तचाप में अगर तुरंत डॉक्टर से नहीं दिखाया गया तो ह्रदय गति रुक जाती है और व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।
ये लक्षण उच्च रक्तचाप वाले हर व्यक्ति में नहीं होते हैं, लेकिन इस स्थिति के प्रकट होने के लिए इंतजार करना घातक हो सकता है। यदि आपको उच्च रक्तचाप है तो यह जानने का सबसे अच्छा तरीका है कि नियमित रूप से रक्तचाप रीडिंग हो। अपने चिकित्सक से उच्च रक्तचाप और अन्य रीडिंग के लिए अपने जोखिमों के बारे में बात करें।
उदाहरण के लिए, यदि आपका कोई हृदय रोग का पारिवारिक इतिहास है या इस स्थिति को विकसित करने के लिए जोखिम वाले कारक हैं, तो आपको नियमित रूप से डॉक्टर से जांच करवाना चाहिए। यह आपको और आपके डॉक्टर को समस्याग्रस्त होने से पहले किसी भी संभावित समस्या से निपटने के लिए सहायता करेगा।
उच्च रक्तचाप के घरेलू उपाय
1. जो लोग हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से ग्रसित है उन्हें नमक का प्रयोग करना बंद कर देना चाहिए। इससे ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है।
2. आधा गिलास तरबूज के रस में एक चुटकी सेंधा नमक डालकर पीने से बीपी कम हो जाता है।
3. कई घरेलु उपचारों में सहायक लहसुन ब्लड प्रेशर को ठीक करने में बहुत मददगार घरेलू उपाय है। यह रक्त का थक्का नहीं जमने देती है और धमनी की कठोरता में लाभदायक है। रक्त में ज्यादा कोलेस्ट्ररोल होने की स्थिति का यह समाधान करती है।
4. हाई ब्लड प्रेशर में आंवला भी रामबाण की तरह काम करता है। एक बडा चम्मच आंवले का रस और इतना ही शहद मिलाकर सुबह-शाम लेने से बीपी में लाभ मिलता है।
5. आधा गिलास मामूली गर्म पानी में काली मिर्च पाउडर एक चम्मच घोलकर 2-2 घंटे के अन्तराल में पीते रहने से बढ़े हुए ब्लड प्रेशर से राहत मिलती है।
6. एक अन्य उपाय में तरबूज के बीज की गिरि तथा खसखस को अलग-अलग पीसकर बराबर मात्रा में मिलाकर रख लें। एक चम्मच की मात्रा में प्रतिदिन खाली पेट पानी के साथ लें। ब्लड प्रेशर में फायदा होगा।
7. बढ़े हुए ब्लड प्रेशर के समय आधा गिलास पानी में आधा नींबू निचोड़कर 2-2 घंटे के अन्तराल में पीते रहने से बीपी जल्दी नियंत्रण में आता है।
8. पांच तुलसी के पत्ते तथा दो नीम की पत्तियों को पीसकर 20 ग्राम पानी में घोलकर खाली पेट सुबह पिएं। ब्लड प्रेशर में आराम मिलेगा।
9. हाई ब्लडप्रेशर के मरीजों के लिए पपीता भी बहुत लाभकारी होता है। इसका निरंतर सेवन करना चाहिए।
10. 10-15 मिनट पार्क में घुमाने के लिए दें। आप पार्क में नंगे पांव हरी घास पर चलिए ब्लड प्रेशर नार्मल हो जाता है।
11. जिन्हें भी बीपी की समस्या हैं उन्हें सौंफ़, जीरा, शक्कंर तीनों बराबर मात्रा में लेकर पाउडर बनाकर और एक गिलास पानी में एक चम्मच मिश्रण घोलकर सुबह-शाम पीते रहना चाहिए।
12. माना जाता है कि पैरों के तलवे में मेंहदी लगाई जाए तो उच्च रक्तचाप की स्थिति में आराम मिलता है।
13. पालक और गाजर का रस मिलाकर सुबह-शाम पीयें से भी लाभ होता है। यही नहीं, करेला और सहजन की फली भी उच्च रक्त चाप-रोगी के लिये फायदेमंद हैं।
14. ब्लड प्रेशर के मरीज इस बात का भी ध्यान रखें कीगेहूं व चने के आटे को बराबर मात्रा में लेकर बनाई गई रोटी खूब चबा-चबाकर खाएं तथा आटे से चोकर न निकालें।
15. नमक, कोलेस्टरोल और चर्बी कम होने की वजह से ब्राउन चावल उच्च रक्त चाप रोगी के लिये बहुत ही लाभदायक भोजन है।
16. प्याज और लहसुन की तरह अदरक भी काफी फायदेमंद होता है। बुरा कोलेस्ट्रोल धमनियों की दीवारों पर प्लेक यानी कि कैल्शिकयम युक्त मैल पैदा करता है।
17. बीपी की समस्या से ग्रसित लोग तीन ग्राम मेथीदाना पावडर सुबह-शाम पानी के साथ लें। इसे पंद्रह दिनों तक लेने से लाभ मालूम होता है।
18. जिन्हें उच्च रक्तचाप की शिकायत है वे लोग केले के तने का रस निकालकर आधा कप सुबह और आधा कप शाम को पिएं।
उच्च रक्तचाप को कम करने के लिए हेल्दी डाइट लें
उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद के लिए हेल्दी डाइट लेना महत्वपूर्ण है। इससे हाइपरटेन्शन या उच्च रक्तचाप की जटिलताओं को कम करने में मदद मिलेगी। इन जटिलताओं में हृदय रोग, स्ट्रोक, और दिल का दौरा शामिल है। दिल को स्वस्थ रखने वाले आहार में आप फल, सब्जियां, साबुत अनाज, मछली का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा आप दाल, अनार, जैतून का तेल और पिस्ता का भी सेवन कर सकते हैं।