स्वाद के लिए खाने में डाली जाने वाली हींग अच, पेट दर्द और जीभ के मिचलन में बेहद कारगर साबित होती है. औषधीय गुणों से भरपूर हींग का लैटिन में शाब्दिक रूपांतरण अस्फोटिडा है. वैसे तो इसका आशय सुगंध है पर खुशबू के अतिरिक्त इससे मिलने वाले फायदे निम्नलिखित है-
हींग से त्वचा…
त्वचा की कुछ समस्याओं को दूर करने में हींग कारगर साबित होती है. मसलन त्वचा पर दाद होने से पानी में थोड़ी हींग मिलाने और घिसकर लगाने से दाद ठीक हो जाता है. त्वचा संबंधी अनेक उत्पादों में हींग का प्रयोग किया जाता है. इसका उपयोग त्वचा संबंधी बीमारियों को ठीक करने में भी होता है.
कैंसर
शक्तिशाली एंटी ऑक्सीडेंट्स वाली हींग लगातार खाने पर यह फ्री रेडिकल्स से शरीर का बचाव करती है. इसकी कैंसर प्रतिरोधी क्षमता कैंसर कोशिकाओं के विकास में रूकावट पैदा करती है.
अपच
अपच होने पर हींग रामबाण साबित होती है. इसमें एंटी इनफ्लेमटरी और एंटी ऑक्सीडेंट्स पाये जाते हैं जो अपच को दूर करते हैं. हींग कब्ज की समस्या को भी दूर करती है. पेट पर विशेषकर नाभि के आसपास गोलाई में इस पानी का लेप करने से पेट दर्द, पेट फूलना और पेट का भारीपन जैसी पीड़ादायी समस्या दूर हो जाती है.
दर्द में हींग
सिर दर्द, पेट दर्द और जोड़ों के दर्द को ठीक करने में भी हींग अहम भूमिका निभाता है. हींग में कोमरिन्स नामक तत्व रक्त को पतला करके रक्त प्रवाह बढ़ाता है. इससे ब्लड कोलेस्ट्रॉल और शरीर में टाइग्लिसराइड का स्तर घटता है जिनकी वजह से हाइपरटेंशन से बचाव होता है. पेट में दर्द की स्थिति में पानी के साथ हींग खाने से फौरन राहत मिलती है.
मधुमेह
हींग में मधुमेह प्रतिरोधी गुण होते हैं. इसलिये भोजन में हींग का प्रयोग करना चाहिये. यह इंसुलिन को छुपाने के लिये अग्नाशय की कोशिकाओं को उत्तेजित करता है जिससे ब्लड शुगर का स्तर कम होता है. इसलिये अगर आप मधुमेह से निजात पाना चाहते हैं तो भोजन में हींग का प्रयोग करें.
अन्य फायदें-
हींग पुरूषों में नपुंसकता, शीघ्रपतन आदि की समस्या से राहत दिलाने के बतौर भी खायी जाती है. एक गिलास गरम पानी में हींग मिलाकर पीने से खून का प्रवाह तेज होता है. इसे शहद और अदरक के साथ मिलाकर खाने से खाँसी व ब्रोंकाइटिस की समस्या दूर होती है.