कई बार खाते समय हमे एहसास नहीं होता कि हम कितना और क्या खा रहे हैं। इस तरह की रूटीन से हम कई तरह की बीमारियों को न्यौता देते हैं। ऐसा माना जाता है कि तमाम तरह की बीमारियां पेट से ही शुरू होती हैं। अगर पेट स्वस्थ्य है तो समझिए की आप भी स्वस्थ्य और तंदुरुस्त हैं। यदि खुद को तंदुरुस्त रखना है तो इन घरेलू उपायों को अपनाएं।
कब्ज एक ऐसा रोग है जिससे परिवार का कोई न कोई व्यक्ति परेशान है। इसे हम मलावरोध, मलबन्ध, कोष्ठबद्धता और कान्सटीपेशन इत्यादि नामों से भी जानते हैं। इसे दूर करने के लिए आप निम्नलिखित ये घरेलू तरीके अपना सकते हैं।
- भोजनोपरांत 125 ग्राम मट्ठे में 2 ग्राम अजवायन और आधा ग्राम काला नमक मिलाकर खाने से गैस बनना खत्म हो जाता है।
- उसी तरह एक लहसुन की फांक छीलकर बीज निकाली हुई मुनक्का को नग में लपेटकर, भोजन के बाद चबाकर निगल जाएं। इससे पेट की रुकी हुई वायु तत्काल निकल जाएगी।
- इसके अलावा अलसी के पत्तों की सब्जी बनाकर खाने से गैस की शिकायत दूर हो जाती है।
- अदरक के छोटे टुकड़े कर उस पर नमक छिड़ककर दिन में दो-तीन बार उसका सेवन करें। गैस की परेशानी से छुटकारा मिलेगा, शरीर हलका होगा और भूख खुलकर लगेगी।
- अजवायन दो ग्राम, नमक आधा ग्राम चबाकर खाएं। पेट दर्द और गैस से आराम मिलेगा। इसके अलावा पानी के साथ हिंगाष्टक चूर्ण खाने से सभी प्रकार वायु विकार दूर होते हैं।
पेट साफ़ करने के लिए सेब है बहुत उपयोगी
- भोजन के साथ सलाद के रूप में टमाटर का प्रतिदिन सेवन करना लाभप्रद होता है। यदि उस पर काला नमक डालकर खाया जाए तो लाभ अधिक मिलता है। हालांकि पथरी के रोगी को कच्चे टमाटर का सेवन नहीं करना चाहिए।