महिलाओं की जिंदगी में गर्भावस्था एक ऐसा समय होता है जहां उन्हें अपने और बच्चे के स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती के लिए ज्यादा सावधानी बरतनी होती है। इस दौरान आम दिनों की अपेक्षा वह अपने खान-पान और रहन-सहन को लेकर ज्यादा सतर्क दिखाई देती हैं। उन्हें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं इसको लेकर उनमें ज्यादा चिंता रहती है क्योंकि उनके द्वारा लिया गया भोजन बच्चे की डाइट पर असर करता है। नीचे कुछ ऐसे डाइट हैं जिसे प्रेग्नेंसी के दौरान लेना बहुत जरूरी है।
प्रोटीन
गर्भावस्था के दिनों में शरीर के मांसपेशियों के लिए प्रोटीन अतिआवश्यक है। गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हर दिन 10 ग्राम प्रोटीन बहुत जरूरी है। अंड़ा, चिकन और सोयाबिन में प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। अगर आप शाकाहारी हैं, तो दालें, सोया और अंकुरित चने आदि भी खा सकती हैं, इनमें भी भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है।
कैल्शियम
मांसपेशियों के लिए जिस तरह प्रोटीन जरूरी है उसी तरह शरीर के हड्डियों के लिए पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम का लेना बहुत जरूरी है। कैल्शियम से न केवल हड्डियां मजबूत होती है बल्कि दांतों का भी विकास होता है। अगर गर्भवती महिला के शरीर में कैल्शियम की कमी रहेगी तो बच्चेह के शरीर में हड्डी और दांतों का विकास अच्छी् तरह नहीं होगा। कैल्शियम के लिए गर्भवती महिलाओं को साग, सब्जी् और दूध का सेवन अवश्य करना चाहिए, ताकि बच्चे का विकास अच्छीं तरह हो और महिला के शरीर में भी कमजोरी न आएं।
फॉलिक एसिड
हर मां का सपना होता है कि उनका बच्चा मानसिक तौर पर तेज हो। इसलिए यदि गर्भवती महिला के शरीर में भरपूर मात्रा में फॉलिक एसिड हो तो बच्चे के ब्रेन और रीढ़ की हड्डी का विकास अच्छी तरह होता है। जानकारी के लिए बता दें कि सोया, पनीर, हरी सब्जियों जैसे – पालक, मेथी, लौकी, खरबूज, मूंगफली आदि में फॉलिक एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
आयरन
डॉक्टरों की राय में हीमोग्लोहबिन की मात्रा यदि कम हो जाए तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। इसलिए गर्भवती महिलाओं को इस बात का ख्याल रखना चाहिए। शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने के लिए गर्भवती महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा आयरन लेना चाहिए। इससे बच्चे के शरीर का विकास अच्छी तरह होता है। बस ध्यान रखें कि कभी भी कैल्शियम और आयरन वाले फूड को एक साथ न खाएं, क्योंकि कैल्शियम में आयरन को अवशोषित वाले स्ट्रांग गुण होते हैं। आयरन के लिए ब्रोकली सलाद सबसे बेहतर ऑप्शन है।
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
खुद और बच्चे को स्वस्थ्य रखने के लिए गर्भवती महिलाएं पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। पानी पीने से न केवल शरीर के विषैले तत्व पेशाब के रूप में बाहर निकल जाते हैं बल्कि बॉडी डिहाईड्रेट भी नहीं होती है। इससे कई प्रकार के संक्रमण से मां और बच्चा बचे रहते हैं।
फल
जिस तरह शरीर को पानी की आवश्यकता होती है उसी तरह फल भी शरीर के कई कमियों को दूर करने में सहायक है। फलों में संतरा, सेव, आम, केला और लिची आदि लेने चाहिए। इससे शरीर को आयरन, फाइबर और कैल्शियम पर्याप्त मात्रा में मिलते हैं।
ड्राई फ्रूट
इसके अलावा शरीर में प्रोटीन, आइरन और विटामिंस आदि लेने के लिए गर्भवती महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा ड्राई फ्रूट भी खाना चाहिए।