योग के भरपूर लाभ लेने के लिए अपनाएं यह 9 नियम

दोस्तों आज हम योग के नियम के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। लेकिन उससे पहले हम योग के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातों की जानकारी प्राप्त करेंगे। यदि आप मानते हो कि योग किसी कसरत का हिस्सा है तो आप गलत हो। क्योंकि योग कसरत से बिल्कुल ही अलग होती है। योगासन को यदि हम कसरत या व्यायाम कहें तो गलत है। इसका मुख्य कारण यह है कि योग का उद्देश्य मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करना नहीं बल्कि इसका मुख्य उद्देश्य तनाव और अन्य शारीरिक समस्याओं को दूर करना होता है।

योग करने के लिए आपको आत्मविश्वास के साथ-साथ इसके नियम और अनुशासन का भी निरंतर पालन करने की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही अभ्यास को जारी रखना भी अति आवश्यक होता है। यदि आप योग कर रहें हैं, तो आपके लिए सर्वप्रथम यह जानना अति आवश्यक है कि योग क्या है। इसको करते समय हमें किन-किन सावधानियों को बरतने की आवश्यकता है। जिस समय हम योग करते हैं उस समय शरीर को ताकत और श्वास केंद्रीत होता है, जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद करता है।

योग में मुख्य रूप से दो घटक मौजूद होते हैं – आसन और श्वास। आप योग के नियम और शिष्टाचार का पालन करके आप योग अभ्यास को सुखद और आनन्दमय बना सकते है। लेकिन यदि आपको योग की सावधानियों के बारे में पता न हो तो आपको लाभ के स्थान पर नुकसान का सामना भी करना पड़ सकता है। योग करने के फायदे तो होते ही हैं लेकिन इन फायदों को भरपूर पाने के लिए योग के नियम बहुत आवश्यक हैं आइये जानते हैं योग के नियम के बारे में।

1. समय निधारित करें

योग करने का सबसे पहला और सबसे अहम नियम है। समय को निर्धारित करना योग करने से पहले आप एक समय निर्धारित कर लें। फिर आप नियमित रूप से उसी समय योग करें। आप सुबह, दोपहर को खाना खाने से पहले या शाम के समय योग कर सकते हैं। लेकिन यदि आप सुबह के समय योग करते हैं उससे आपको अधिक फायदा प्राप्त होता है। क्योंकि उस समय आपके आस-पास का वातावरण शांत होता है और साथ ही सुबह के समय आपको उर्जा शक्ति भी अधिक प्राप्त होती है।

2. सही स्थान चुनें

योग करने से पहले आपको सही स्थान का चुनाव कर लेना चाहिए। आपको ऐसा स्थान चुनना चाहिए जो स्वच्छ होने के साथ-साथ शांत भी हो। जहां पर पर्याप्त जगह हो और आप अच्छे से चटाई को बिछा कर योग कर सकते हैं। आपको यह बात भी ध्यान में रखनी चाहिए कि वो स्थान हवादार और स्वच्छ हो। हमेशा चटाई या स्वच्छ कपड़ा जमीन पर बिछा कर योग करें।

3. दिशा को ध्यान में रखें

यदि आप सुबह के समय योग कर रहें हो, तो आपको योग करते समय अपना चेहरा पूर्व या उत्तर दिशा में रखना चाहिए और यदि आप शाम को योग कर रहें हैं, तो आपका चेहरा पश्चिम या दक्षिण दिशा की तरफ होना चाहिए।

4. ख़ाली पेट योग करें

योग आसन खाने के तुरंत बाद नहीं करना चाहिए। इससे आपको नुकसान हो सकता है। योग सुबह खाली पेट करें और यदि आप खाली पेट योग नहीं कर सकते, तो खाने के दो से तीन घंटे के बाद योग करें।

5. कपड़ों का चुनाव

जब आप योग आसन की स्तिथि में आते हैं तो इस बात को ध्यान में रखें कि योग करते समय आपके कपड़े तंग नहीं होने चाहिए। इससे आप सही तरीके के साथ और अधिक समय तक योग नहीं कर सकते। इसलिए आपको ढीले और आरामदायक कपड़े पहन कर योग करना चाहिए।

6. महिलाओं के लिए

महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान योग आसन से दुरी बना कर रखनी चाहिए। क्योंकि इस समय महिलाओं का गर्भाशय खुला हुआ होता है और रक्त स्त्राव की प्रक्रिया जारी होती है। इस समय महिलाओं को योग करने से रक्त स्त्राव संबंधित समस्या हो सकती है।

7. शांत रहें

योग के नियम में एक नियम यह है कि योग करते समय अपने मन को शांत रखना चाहिए। योग करते समय किसी से बात नहीं करनी चाहिए और मोबाइल फोन से भी दुरी बना कर रखनी चाहिए। क्योंकि इससे आप अपना ध्यान योग की तरफ नहीं लगा सकतें यदि आप सही से योग नहीं करोगें तो आपको योग का कोई फायदा प्राप्त नहीं होगा, बल्कि आपको नुकसान हो सकता है।

8. श्वास का ख्याल रखें

श्वास योग का एक अहम हिस्सा है। श्वास योग के लिए उतना ही जरूरी है जितना योग आसन। श्वास की प्रक्रिया को नियंत्रण किये बिना आपका योग अधुरा होता है। मुंह के द्वारा सांस लेना हानिकारक हो सकता है। इसलिए योग करते समय हमें नाक से द्वारा ही सांस लेना चाहिए।

9. संयम बरतें

योग के समय संयम बरतने की अति आवश्यकता होती है जब भी हम योग सीखने जाते हैं, तो हमारे मन में सबसे पहला ख्याल यहीं होता है कि जितनी जल्दी योग करेंगे, उतनी ही जल्दी फायदा प्राप्त होगा। लेकिन यह गलत है व्यक्ति को योग करते समय संयम और धीरज से काम लेने की आवश्यकता होती है। क्योंकि हर व्यक्ति की क्षमता अलग-अलग होती है।

यदि आप योग आसन के लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, तो ऊपर दिये गए योग के नियम का सही ढंग से पालन करें। जिससे आपको योग के अच्छे परिणाम मिलें।