कमर में दर्द होने की वजह से काम करने में परेशानी होती है। हमारा ध्यान काम पर कम अपने कमर के दर्द पर ज्यादा होता है। जिन लोगों को कमर दर्द की समस्या है उनके लिए शलभासन एक उपयोगी आसन है।
योग मुद्रा
जाने योग मुद्रा, योग साधना, योगासन चित्र सहित और योग के फायदे या लाभ जिसमे योग के प्रकार, योग के आसन आदि की जानकारी भी सम्मिलित है, Yoga Tips, benefits of yoga, yoga poses in hindi.
लम्बाई बढ़ाने के तरीके – बहुत असरदार हैं यह योग
यदि आप लंबाई को बढ़ाना चाहते हैं तो कुछ पौष्टिक आहारों को नियमित रूप से अपने आहार में शामिल करें तथा नियमित रूप से लंबाई बढ़ाने वाले व्यायाम करें।
कलाई में दर्द – कारण, घरेलू उपचार और योग
कलाई में दर्द एक आम बात है लेकिन जब भी कलाई में दर्द होता है तो न तो हम कोइ काम कर सकते हैं और न ही किसी प्रकार का वजन उठा सकते हैं |
हंसासन योग की विधि और फायदे
अगर आप नियमित रूप से हंसासन योग को करते हैं तो आप की रीढ़ की हड्डीयों से जो समस्याएं जुडी हुई है वो आप से दूर हो जाती है। इसको करने से आपको किसी प्रकार की शारीरिक दर्द का सामना नहीं करना पड़ता।
चन्द्र नमस्कार की विधि, लाभ और सावधानियां
इनसे हमें जो शीतलता मिलती है उससे हमारी तंत्रिका तंत्र को भी बहुत लाभ प्राप्त होता है। जब भी हम चंद्र नमस्कार करते हैं तब उसके विभिन्न प्रकार के चरण आते हैं जो इस प्रकार से हैं..
सुप्त वज्रासन के लाभ और विधि
इस आसन को जब भी हम करते हैं, तो पीठ के बल लेट कर करते हैं इसलिए इस आसन को सुप्त वज्रासन के नाम से जाना जाता है, लेकिन जो वज्रासन होता है उसको हम बैठ कर करते हैं।
सुमेरु आसन की विधि और लाभ
आसन भले ही कोई भी हो उससे हमें बहुत ही फायदा होता है। आज हम बात करते है सुमेरु आसन आसन कि जिसको करने से हमारे मन को बहुत ही शांति मिलती है।
सुखासन की विधि और लाभ
सुखासन बैठकर या फिर इसे पलथी मार कर किया जाने वाला आसन होता है, लेकिन आज समय कुछ ऐसा है कि हमारे पास पलथी मारकर बैठने का समय नहीं है।
सिद्धासन के लाभ और विधि
सिद्धासन योग सब आसनों में सबसे श्रेष्ठ माना जाता है और इस आसन को पद्मासन के बाद किया जाता है। इस आसन को हम सिद्दी के लिए करते हैं। इस आसन से अलौकिक सिद्दियाँ प्राप्त की जाती है। यही कारण है कि...
सूत्र नेति के लाभ और विधि
मानव को प्रणायाम के बाद क्रियाओ को भी करना सीखना चाहिए, ये क्रिया थोड़ी कठिन आवश्य होती है, लेकिन जब हम नियमित रूप से करते हैं, तो इसे धीरे-धीरे सीख जाते हैं।