इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने के योग

सर्जी-जुकाम एक ऐसी समस्या है जिससे आए दिन हम परेशान रहते हैं। यह परेशानी तब और बढ़ जाती है जब हमारा इम्यूनिटी सिस्टम सही न हो। वैसे आप हर चीज के लिए दवाईयों पर निर्भर नहीं हो सकते। यदि आपको सर्दी-जुकाम जैसी छोटी-मोटी समस्या से छुटकारा पाना है तो नीचे दिए गए कुछ आसनों को अपनाएं।

इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने के योग

इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने के लिए शवासन

शवासन एक गहरी आराम देने वाली मुद्रा है। इससे आप मानसिक और शारीरिक रूप से तरोताजा होते है। जब आपको सर्दी होती है, तो आपको शवासन के जरिए बस अपने शरीर को आराम देना है। यह ठंड के कारण वायरस के खिलाफ बेहतर लड़ाई करने में मदद करता है।

कैसे करें शवासन

सबसे पहले पीठ के बल लेट जाइए और दोनों भुजाओं को शरीर के बगल में रखते हुए शरीर को ढीला छोड़ दीजिए। इस अवस्था में ये ध्यान रखिए कि आपका शरीर हिले ना। इसके बाद श्वास को सहज होने दीजिए तथा मस्तिष्क को श्वास-प्रश्वास के प्रति जागरुक होने दीजिए। आपका ध्यान दूसरी जगह न जाए इसके लिए श्वास-प्रश्वास की गिनती कीजिए। यदि अभ्यासी अपने मन को कुछ समय के लिए स्थिर करके अपनी श्वास के प्रति जागरुक रहे तो निश्चित तौर पर उसका शरीर और मन शिथिल हो जाएगा।

इम्यूनिटी सिस्टम को बढ़ाने के लिए हलासन

ये मुद्रा साइनसाइटिस से पीड़ित लोगों के लिए बहुत ही उपयोगी माना जाता है। यह शरीर में रक्त परिसंचरण या ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है और विषैले तत्व को बाहर निकालने मदद करता है। नियमित रूप से इस आसन के करने से प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद मिलती है।

हलासन कैसे करें

हलासन करने के लिए आप सबसे पहले सर्वांगासन की मुद्रा में आ जाइए। सर्वांगासन की स्तिथि में आने के बाद अपने दोनों पैरों को अपने सिर के पीछे जमीन पर टिकने की कोशिश करे। आप पैर को धीरे-धीरे जमीन पर लगाना शुरू कर दें। कमर और पीठ को पीछे झुकाने के लिए आप अपने दोनों हाथों का सहारा लें सकते हैं।

धनुरासन

धनुरासन जिसे हम बो पॉज़ के नाम से भी जानते हैं। यह आसन आपकी पीठ, छाती, गर्दन और पेट को एक अच्छा खिंचाव देता है। यह आपके छाती और गर्दन को खोल देता है। जब आपको जुकाम की समस्या होती है तो यह आपके श्वास को बेहतर बनाने का काम करता है। इस आसन से शरीर को आराम मिलता है। खासकर तब यदि आप सर्दी के कारण सोने में असमर्थ हो पाते हो।

धनुरासन कैसें करें

धनुरासन को करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाइए फिर धीरे-धीरे घुटनों की एड़ियों को हाथों से पकड़कर पैरों को उपर की तरफ ले जाएं। इसके बाद जांघों को उपर की तरफ उठाने के साथ दोनों हाथों से दोनों पैरों को पीठ की तरफ खीचिए। इस आसन को आप दिन में 4 बार दोहरा सकते हैं।

इम्यूनिटी सिस्टम में सुधार के लिए सेतुबंधासन

सेतुबंधासन या ब्रिज पोज एक बहुमुखी आसन है। यह आसन आपकी छाती को खोलने का एक शानदार तरीका है। यह आपके सिर (हेड) को ताजे खून भेजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो साइनस को खोलने में मदद करता है। यह आसन प्रतिरक्षा प्रणाली के मुख्य अंगों में से एक थाइमस ग्रंथियों को सक्रिय करता है।

सेतुबंधासन कैसे करें

इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाइए। दोनों पैरों में गैप रखते हुए अब अपनी पीठ, कूल्हे और जांघों के साथ छत की तरफ उठने का प्रयास कीजिए। यहां कमर को ज्यादा से ज्यादा ऊपर उठा लें और सिर व कंधे जमीन पर ही रहने दें। इस बात का ध्यान दीजिए कि आपकी ठुड्डी आपकी छाती से टच करती हो। अंतिम स्थिति में पहुंचने के बाद सांस की गति सामान्य रखें, कुछ देर के लिए रोके।

इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने के लिए उष्ट्रासन

इस आसन को ऊंट पॉज़ भी कहा जाता है। यह छाती को खोलता है और सभी मार्गों को साफ करता है। जब आप इस मुद्रा में होते हैं, तो जितना भी हो उतना प्रयास करें। यह सभी अवरुद्ध क्षेत्रों को खोलने में मदद करेगा जो सर्दी के कारण होते हैं।

उष्ट्रासन कैसे करें

इस आसन को करने के लिए दोनों पैरों को सामने की तरफ फैलाएं और धीरे-धीरे दोनों पैरों को घुटनों से मोड़कर बैठ जाए। यह ठीक उसी तरह है जैसे आप वज्रासन की स्थिति में बैठते हैं। फिर धीरे-धीरे घुटनों के बल उपर की तरफ उठे। अब दोनों हाथों को कमर पर रखकर पीछे की ओर आराम से झुकें। इसके बाद पीछे कि तरफ झुकते हुए पहले हाथ को पहली ऐड़ी और वैसे ही दूसरे हाथ को दूसरे पैर की ऐड़ी से छूने की कोशिश कीजिए।