दिल की बीमारी से हर रोज कई लोगों की जान चली जाती है। इसलिए अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए आप आवश्यक जीवन शैली में परिवर्तन करें। इसके लिए आप दिल को मजबूत बनाने के लिए योग कर सकते है। यह आपके दिल को ठीक करने में मदद करता है, आपको दिल की समस्याओं से दूर रखता है और स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखता है।
दिल को मजबूत बनाने के लिए योग
दिल को मजबूत बनाने के लिए ताड़ासन
हाइट बढ़ाने के लिए तड़ासन एक बहुत ही अच्छा आसन है। यह आपके एड़ियों, घुटनों, जांघों, बाहों और पैरों को मजबूत करता है। यह श्वसन और पाचन तंत्र के कार्य में सुधार करता है। दिल को मजबूत बनाने के लिए यह आसन बहुत ही उपयुक्त है। उत्कृष्ट परिणामों के लिए हर दिन 15 मिनट के लिए इस आसन का अभ्यास करें।
ताड़ासन करने की विधि
जमीन पर खड़े हो जाओ। अपने पैरों और एड़ी को इस तरह से संरेखित करें कि वे एक दूसरे को छूएं। इसके बाद दोनों भुजाओं को ऊपर की ओर उठाइए। इस दौरान अपनी आंखों को सामने पड़ने वाली किसी भी चीज पर अपनी दृष्टि जमा लीजिए।
इसमें आपको अपनी एड़ियों को ऊपर की ओर उठाना होगा और अनुभव करना होगा कि आपको कोई ऊपर की ओर खींच रहा है। इसमें आपके शरीर का सारा भार आपकी पैरों की अंगुलियों पर होगा। अपनी आंख को बंद कीजिए और सारा ध्यान अपने इस मुद्रा पर लगाइए। थोड़ी देर बाद अपनी पुरानी स्थिति में आ जाइए। – कंधे और गर्दन के दर्द के लिए योग
दिल के लिए वृक्षासन
वृक्षासन या ट्री पॉज़ योग का स्वास्थ्य लाभ यह है कि यह पूरे शरीर को अर्थात अंगूठे से उंगलियों तक स्ट्रेच करता है। इस तरह यह आपको सक्रिय रखता है। यह आपके दिमाग को शांत रखता है जिससे आप खुद को अवसाद और चिंता की समस्या से दूर रख सकते हैं। यह एक ऐसा आसन है जिसे आप यदि नियमित रूप से करते हैं तो यह दिल को मजबूत बनाने का काम करता है।
वृक्षासन करने की विधि
सीधे मुद्रा में फर्श पर खड़े हो जाओ तथा अपने शरीर का भार दाएं पैर डाल दें फिर अपने बाएं पैर को मोड़ दें। इसके बाद बाएं पैर के तलवे को घुटनों के ऊपर ले जाएं और अपने दाएं पैर के साथ लगा दें।
इस बात का ध्यान दें कि आपका दाया पैर सीधा होना चाहिए। फिर अपने दोनों हाथ की हथेलियों को प्रार्थना मुद्रा में लें और फिर उसे अपनी छाती के पास ले जाएं और सीधे देखें। आप दोनों तरह इस मुद्रा को 2 से 5 बार तक दोहराएं। – चश्मा उतारने के लिए उपयोगी है योग
दिल को मजबूत बनाने के लिए वीरभद्रासन
वीरभद्रासन छाती, फेफड़ों, कंधे, गर्दन और पेट की स्ट्रेचिंग करता है। इसके अलावा यह कंधे, बाहों और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता है। यह आसन दिल और रक्त परिसंचरण या ब्लड सर्कुलेशन के लिए महान है।
वीरभद्रासन करने की विधि
फर्श पर सीधे खड़े हो जाएं और सामने की ओर देखें तथा अपने पैरों को 4 इंच फैलाइए। इसके दाएं घुटने को हल्का सा मोड़ दें, ओर इस बात का ध्यान रखें कि बायां पैर सीधा हो, उसका तलवा जमीन के साथ लगा हुआ हो।
गहरी सांस को लेते हुए दोनों हाथों को सिर से ऊपर की ओर करें और प्रार्थना की मुद्रा में लाएं। अपने कंधों को आरामदायक स्थिति में रहने दें। दोनों कानों को अपने कंधे के पास न आने दें। सामने देखिए और रिलेक्स हो जाइए। इस मुद्रा में आप 15 सेंकड से लेकर 1 मिनट तक रह सकते हैं। अपनी सांस को धीरे-धीरे छोड़ते हुए वापिस आप अपनी पुरानी स्थिति में आ जाओ।
दिल को ताकत दे भुजंगासन
भुजंगासन या कोबरा पोस उन बहुमुखी योगों में से एक है जो आपके योग अभ्यास में अनिवार्य है क्योंकि इसके कुछ महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ हैं।
जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, यह एक महान बैकबेंड है जो रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है, टोन करता है और फ्लेक्स करता है। यह पाचन और प्रजनन प्रणाली को और अधिक कुशल बनाता है। इस अलावा यह दिल को मजबूत भी बनाता है। – पुरुषों के लिए योग करने के फायदे
भुजंगासन करने की विधि
सबसे पहले पेट के बल लेट जाए तथा पैर को फैला लें और हथेलियों को कन्धों के नीचे जमीन पर रखिये तथा सिर को जमीन से छूने दीजिये। धीरे-धीरे सिर को व चेस्ट को जमीन से ऊपर उठाइये तथा सिर को जितना पीछे की ओर ले जा सकें, ले जाइये। अपनी आंख को बंद कीजिए।
यह आसन करते समय जमीन से शरीर को ऊपर उठाते वक्त श्वास अंदर लीजिये। अंतिम स्थिति में श्वास अन्दर रोक कर रखें। पूर्व स्थिति में लौटते समय धीरे-धीरे श्वास बाहर छोड़ दीजिये।