अक्सर देखा गया है कि घर और बाहर का काम एक साथ मैनेज करने की वजह से महिलाएं अपनी स्वास्थ्य पर पूरा ध्यान नहीं दे पाती। जिसकी वजह से कुछ बीमारियों के शिकार भी हो जाती हैं। ऐसे में महिलाओं को अपने स्वास्थ्य पर पूरा ध्यान देना चाहिए। आज इस लेख में बात करेंगे उन महिलाओं के लिए डाइट टिप्स के बारे में जो उम्र में तीसरे दशक को पहुंच चूकी हैं।
महिलाओं के लिए डाइट टिप्स
#1 मेटाबोलिक रेट को बढ़ाएं
जो महिलाएं तीसरे दशक को पहुंच चुकी हैं, उनके लिए सबसे चिंता का विषय मेटाबोलिक रेट है। इस उम्र में महिलाओं अपनी डाइट का पूरा ध्यान देना चाहिए। उन्हें उन चीजों का सेवन करना चाहिए जिसमें मेटाबोलिक रेट ज्यादा होता। उन्हें अपनी डाइट में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा को शामिल करना चाहिए। महिलाओं को अपना ब्रेकफास्ट काफी हेवी रखना चाहिए और जबकि डिनर बहुत ही लाइट करना चाहिए।
#2 अपनी डाइट में फाइबर को शामिल करें
30 की उम्र में उच्च फाइबर खाद्य पदार्थ ब्लड शुगर के स्तर और मेटाबोलिजम को नियंत्रण करने के लिए आवश्यक हो जाते हैं। अपनी डाइट में फल और सब्जियों के साथ समृद्ध संतुलित आहार को शामिल करें। आप इस उम्र में बढ़ते वजन को संतुलित रखने के लिए प्रोसेस्ड फूड और सेचुरेटेड फैट से दूरी बनाएं।
#3 हार्मोन में बदलाव
30 की उम्र आते-आते महिलाओं में हार्मोन बदलाव देखने को मिलते हैं। ऐसे में महिलाओं को अपनी डाइट में अश्वगंधा, तुलसी और मैका पाउडर को शामिल करना चाहिए। ये हार्मोन के स्तर को बनाए रखने में सहायता करते हैं।
#4 फोलेट से समृद्ध आहार
30 की उम्र में जिन महिलाओं में गर्भ धारण करने की योजना बनाई है, उन्हें अपनी डाइट में आयरन और फोलेट से समृद्ध आहार को शामिल करना चाहिए। फोलेट एक तरह का विटामिन होता है। यह ज्यादातर गहरे हरे रंग की पत्तेदार सब्जियों, संतरों, साबुत अनाज और दालों जैसे खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। अपने आहार में फोलेट को शामिल करके महिलाओं को जन्म दोष से छुटकारा मिल सकता है। जो महिलाएं गर्भावस्था की योजना बना रही हैं, उन्हें आयोडीन, लोहा और फोलेट के बारे में पता होना चाहिए ताकि गर्भावस्था के दौरान किसी भी जटिलता से बचा जा सके और अपने बच्चे को सुरक्षा प्रदान कर सके।
#5 हड्डियों की मजबूती के लिए विटामिन डी और कैल्शियम का सेवन
30 की उम्र आते-आते महिलाओं में हड्डियों की समस्या होने लगती है। जैसे-जैसे आप बड़े होने लगते हैं आपके एस्ट्रोजन का स्तर घटता है, जो हड्डियों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। ऐसे में महिलाओं को अपनी विटामिन डी के साथ कैल्शियम का सेवन बढ़ाना आवश्यक हो जाता है। ऐसी स्थिति में महिलाओं को 1000 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत है।
कैल्शियम के अच्छे स्रोत दूध, दही, चिया बीज, पनीर, ब्रोकोली, बादाम, इत्यादि हैं।
#6 आयरन से भरपूर आहार का सेवन कीजिए
30 की उम्र में महिलाओं को उन अहारों का ज्यादा सेवन करना चाहिए जिसमें आयरन सबसे ज्यादा होता है। क्या आप जानते हैं कि महिला प्रत्येक माहवारी के साथ आयरन को खोती है। ऐसे में उन्हें आयरन से समृद्ध खाद्य पदार्थ जैसे सेम, मटर, कद्दू के बीज, हरी सब्जियां, मुर्गी और किशमिश का सेवन करना चाहिए। अधिक से अधिक आयरन का सेवन करने वाली महिलाएं संज्ञानात्मक कार्य परीक्षणों में बेहतर प्रदर्शन करती हैं।