प्रेगनेंसी के पहले सप्ताह में महिला के बॉडी में अंदरूनी तौर पर बहुत से बदलाव होंते हैं, लेकिन इस दौरान बॉडी के बाहर कोई बदलाव देखने को नहीं मिलता। स्वस्थ महिला को प्रतिमाह पीरियड्स निश्चित समय या उसके आसपास होती है, लेकिन गर्भधारण के पहले लक्षण में मासिक धर्म आना बंद हो जाता है। आइए इसके बाकी लक्षणों के बारे में जानते हैं।
प्रेगनेंसी के पहले सप्ताह में थकान महसूस होना
गर्भावस्था के शुरुआती सप्ताह के दौरान कई महिलाओं को थकान महसूस होता है। सिर दर्द रहने लगता है, शुरूआती दिनों में पैरों पर सूजन दिखाई पड़ने लगते है। इस दौरान प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का स्तर बढ़ने लगता है। आपको बता दें कि प्रोजेस्टेरोन एक प्रकार का हार्मोन है जो महिलाओं में पाया जाता है। इसे प्रेग्नेंसी हार्मोन भी कहा जाता है।
गर्भावस्था के प्रारंभिक सप्ताह यदि आप आप थकान महसूस कर रही हैं तो आप पर्याप्त नींद लेने के लिए प्रयास करें। इसके अलावा आप अपने बेडरूम को शांत रखने की कोशिश कीजिए। वैसे आपको बता दें कि आपके शरीर का तापमान गर्भावस्था के प्रारंभिक दौर के दौरान अधिक हो सकता है।
टेंडर ब्रेस्ट
प्रेग्नेंसी के पहले या दूसरे सप्ताह में महिला अपने स्तनों में परिवर्तनों को नोटिस कर सकती है। एस्ट्रोजन में वृद्धि के कारण स्तनों का फुलर होना, अधिक टेंडर होना और सामान्य से अधिक संवेदनशील महसूस होना आदि परिवर्तन देखने को मिलता है। एस्ट्रोजन एक हार्मोन होता हैं, जो मुख्य रूप से महिलाओं में प्रजनन और यौन विकास के लिए महत्वपूर्ण होता हैं।
पहले सप्ताह में मतली आना
मतली आना पहले सप्ताह या प्रारंभिक गर्भावस्था के सबसे प्रसिद्ध और आम लक्षणों में से एक है। 90 प्रतिशत गर्भवती महिलाएं इस तरह के लक्षण का सामना करती हैं। कुछ महिलाएं दिन के किसी खास समय में मतली का सामना करती हैं, जैसे सामान्य मॉर्निंग सिकनेस। इसमें आप ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन कीजिए और खुद को हाइड्रेट रखने की कोशिश कीजिए।
प्रारंभिक गर्भावस्था के दौरान शरीर का तापमान बढ़ना
हायर बेसल बॉडी टेंपरेचर गर्भावस्था शुरुआती या पहले सप्ताह का लक्षण हो सकता है। गर्म मौसम और व्यायाम के दौरान आपके शरीर का कोर टेंपरेचर भी इस दौरान हाई रहेगा। इस दौरान डॉक्टर ज्यादा से ज्यादा पानी पीने और व्यायाम करते समय सावधानी बरतने की सलाह देते हैं।
मुंह का स्वाद
पहले सप्ताह में गर्भवती महिला के मुंह का स्वाद बहुत कड़वा और कसैला सा हो जाता है। उसे किसी भी भोजन सामग्री में जायका नहीं लगता, सिर्फ खट्टी चीजों का स्वाद ही समझ में आता है।
प्रेगनेंसी के पहले सप्ताह क्या खाएं
1. गर्भधारण के बाद गर्भवती महिला को अपने खान-पान पर पूरा ध्यान देना चाहिए। अब उसे अपने लिए नहीं बल्कि अपने गर्भ में पल रहे भ्रूण के लिए भी डाइट के बारे सोचना है इसलिए उसे अपने आहार में केवल पौष्टिक खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए।
2. अपने आहार में फोलेट युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करने की आवश्यकता है, क्योंकि गर्भधारण बनाए रखने और भ्रूण के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। अपने ड़ॉक्टर से मिले और फोलिक एसिड की गोलियां और सप्लीमेंट्स निर्धारित करें। फोलेट में समृद्ध खाद्य पदार्थों में संतरा, आलू, ब्रोकोली, अंडा, बींस आदि शामिल हैं।
3. ज्यादा दिनों से फ्रिज में रखे खाद्य पदार्थ का ग्रहण ना करें। इसके अतिरिक्त अधिक ठंडा बासी या गर्म चीजों का सीधा सेवन ना करें। मौसमी फलों और सब्जियों के जूस की अधिक मात्रा भोजन में शामिल करें।
4. अपने आहार में विटामिन, प्रोटीन और कैलोरी की मात्रा बढ़ा देनी चाहिए। लेकिन ध्यान रहे विटामिन ई और सी की मात्रा कितनी ली जाए इस बारे में डॉक्टर से परामर्श कर लें। विटामिन बी6 गर्भावस्था के आहार के पहले महीने के दौरान महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह मितली और उल्टी को रोक सकता है।
5. प्रेग्नेंसी के तुरंत बाद यानी प्रारंभिक चरण से ही शराब, सिगरेट, नशीले पदार्थों का सेवन आदि बंद कर देना चाहिए।