दूसरी तिमाही गर्भावस्था के चौथे महीने से शुरू हो जाता है। गर्भावस्था के कुछ कारणों के लिए इसे हम हनीमून सप्ताह के नाम से भी जानते हैं। चौथा महीना शुरू होते हैं, महिलाओं का दूसरा ट्राइमेस्टर आरम्भ हो जाता है। ऐसे में मां को अपनी सेहत की ओर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
वैसे तो इस महीने में ये सब परेशानियां जैसे उल्टी, मतली, सिरदर्द, सूजन, नींद आदि दूर हो जाती है। इस महीने में पेट दिखाई देने लगता है। आज हम आपको बताएंगें की गर्भावस्था के चौथे महीने में मां अपनी और अपने होने वाले बच्चे की सेहत का ध्यान किस प्रकार से रखती हैं। आइये जानते हैं गर्भावस्था के चौथे महीने के बारे में।
गर्भावस्था का चौथा महीना – Pregnancy fourth month tips hindi
उच्च मात्रा में फाइबर
चौथे महीने में मां को फाइबर की उच्च मात्रा का सेवन करना चाहिए क्योंकि यह इस अवस्था में बहुत लाभकारी होता है। फाइबर में अनाज, जई और हरी सब्जियां आदि शामिल होती हैं। इसलिए भरपूर मात्रा में इसका सेवन करना चाहिए।
फैटी एसिड
अन्य वस्तुओं के अलावा बच्चे और आपके शरीर के लिए फैटी एसिड की आवश्यकता होती है। यह मानसिक और संज्ञानात्मक मंदता के जोखिम को कम करने में मदद करता है। आपको अपने आहार में ओमेगा 3, 6, 9 फैटी एसिड की पर्याप्त मात्रा लेनी चाहिए।
दूध वाले उत्पाद
आपके और बच्चें के शरीर में कैल्शियम की मात्रा में बढोत्तरी की आवश्यकता होती है। इसलिए चौथे महीने में डॉक्टर आपको विटामिन डी और कैल्शियम की गोली देता है। यदि आप कम से कम एक लीटर दूध का सेवन करते हैं, तो आपके बच्चें की हड्डियों को मजबूती प्रदान होने में मदद मिलती है। यदि आप दिन में दो गिलास दूध या 500 ग्राम दही या फिर 200 ग्राम पनीर का सेवन करते हैं तब भी आप कैल्शियम की कमी को आसानी से पूरा कर सकते हैं।
आयरन युक्त आहार
चौथे महीने में बच्चे के विकास के लिए लोहे की अधिक आवश्यकता होती है। इसके साथ ही शरीर में 3 से 6 लिटर अधिक रक्त बनाने की भी आवश्यकता होती है। ऐसे में जब आप लोहा युक्त आहार का सेवन करते हैं, तो आपको अधिक खून और बच्चा बनने में बहुत मदद मिलती है। इसलिए आपको इन दिनों में लोहे युक्त भोजन का सेवन करना चाहिए।
मीट का सेवन
यदि अब आपको उल्टी या मतली नहीं आती तो आप आप अपने आहार में मांस को भी शामिल कर सकते हैं। लेकिन इस बात का ध्यान दें कि मांस अच्छे से धोया हुआ हो और साथ ही वह मध्यम आंच से पकाया गया हो।
फलों का सेवन
फल हमारी सेहत के लिए बहुत लाभकारी होते हैं यदि हम गर्भावस्था की बात करें, तो यह इस दौरान तो अति आवश्यक होते हैं। क्योंकि फल विटामिन और खनिज से भरपूर होते हैं। इसके साथ ही इसमें पानी की की भरपूर मात्रा मौजूद होती हैं और साथ ही फाइबर भी उच्च मात्रा में पाए जाते हैं। इसलिए इस दौरान फलों का अधिक मात्रा में सेवन करना चाहिए।
कुछ ध्यान रखने योग्य बातें – गर्भावस्था का चौथा महीना क्या न खाएं
1. इन दिनों गर्भवती महिला को मैदे से बनी हुई वस्तुओं से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। क्योंकि मैदे से बनी हुई वस्तुएं पचने में अधिक समय लेती हैं, जिससे कारण आपको दर्दनाक कब्ज की समस्या से गुजरना पड़ सकता है।
2. गर्भवती महिला को समुद्री मछली का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसका सेवन करने से बच्चें की मानसिकता पर असर पड़ता है।
3. चौथे महीने में गर्भवती महिला को सूखे मेवे से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।