गर्भवती होने पर स्वस्थ और फिट रहना एक गर्भवती महिला के लिए एक सबसे अच्छी चीज है। यहां तक कि अगर आपको मॉर्निंग सिकनेस या फिर शुरुआती गर्भावस्था की अन्य समस्या है तो थोड़ा और हल्का व्यायाम आपको अच्छा अनुभव दिला सकता है। आपको बता दें कि व्यायाम आपके वजन को कंट्रोल करने में भी मदद करता है। यह प्रेग्नेंसी में आपके मूड और नींद के लिए बहुत अच्छा है, भी।
गर्भावस्था के शुरुआती चरण में आपको किस तरह के व्यायाम करना चाहिए इसके लिए आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
कहां से शुरुवात करें
यदि आप गर्भवती होने से पहले नियमित रूप से व्यायाम नहीं करती थी, तो आप इस आदत को अपने जीवन में शामिल करें। इसके लिए आप निम्न स्तर पर प्रयास से शुरू करें और प्रति दिन 30 मिनट तक हल्के व्यायाम कीजिए। यदि संभव हो, तो ट्रेनर की देख रेख में व्यायाम करें, जो गर्भावस्था के दौरान व्यायाम करने की ट्रेनिंग देता है।
प्रेगनेंसी एक्सरसाइज – कौन से व्यायाम है जरूरी
#1 पिलेट्स
प्रेग्नेंसी के दौरान पिलेट्स एक सुरक्षित एक्स रसाइज होती है। पिलेट्स आपको उन समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद करता है जो आप गर्भावस्था के दौरान अनुभव करते हैं जैसे संतुलन और पीठ दर्द। अगर पिठ में किसी भी तरह की समस्या है तो आप इस एक्सरसाइज को करने में सावधानी बरते। इसके लिए अलावा आप अपने पेट पर ज्यादा जोर न दें। सप्ताह में दो से तीन बार पिलेट्स एक्स रसाइज आपको शक्ति देगी और संतुलित बनाएगी।
#2 योग
गर्भावस्था के दौरान योग एक अच्छी एक्सरसाइज है। योग शक्ति देता है, संतुलन बनाता है, मांसपेशियों को लचीला बनाता है, रक्तचाप को कम करता है, और आपके सांस लेने तरीकों को बेहतर बनाता है, जो प्रसव के दौरान मददगार होगा।
रिसर्च के मुताबिक प्रसव के लंबे समय बाद, जब आप रजोनिवृत्ति में प्रवेश करते हैं, तब योग हड्डी खनिज घनत्व के निर्माण से ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में मदद कर सकता है। प्रति दिन योग के लिए आधा घंटा आपके लिए काफी है।
योग शुरू करने से पहले एक गर्भवती महिला को एक्सपर्ट की राय जरूर लेनी चाहिए।
#3 वॉक करना
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए वॉक करना एक अच्छी एक्सरसाज है। इससे बॉडी को ताकत मिलती है। सप्ताह में इसे आप तीन से पांच दिन करें। आप एक दिन में 10 से 20 मिनट वॉक सकती हैं।
#4 स्विमिंग या वाटर एरोबिक
प्रेग्नेंसी के दौरान स्विमिंग या वाटर एरोबिक एक अच्छी एक्सर साइज मानी जाती है। इससे न केवल तनाव कम होता है बल्कि जन्म के पूर्व अभ्यासों में काफी मददगार है। यदि आप पहले से ही पानी के व्यायाम कर रहे हैं, तो अपनी रूटीन बदलने की कोई जरूरत नहीं है। इस बात को ध्यान रहे कि ये एक्सरसाइज किसी एक्सपर्ट की देख रेख में करें। आप तीन से पांच सप्ताह प्रतिदिन 30 घंटा इस व्यायाम को कर सकती हैं।
इस बात को ध्यान दें
व्यायाम करने से ब्रेक लेना चाहिए यदि आपको मिचली आ रही हो, बहुत ज्यादा गर्मी लग रही हो, निर्जलित लग रहा है या फिर योनि स्राव, पेट में दर्द का अनुभव हो।