क्या आप नाइट शिफ्ट में काम कर रहे हैं? क्या आप नाइट शिफ्ट काम करने वाले स्वास्थ्य समस्याओं से परिचित हैं ? काम करना एक व्यक्ति की प्राथमिक आवश्यकता है, क्योंकि इससे व्यक्ति का घर चलता है। लेकिन काम कब करना है इस बात की भी जानकारी व्यक्ति को होनी चाहिए। यदि आप नाइट शिफ्ट में काम करते हैं, तो आपको कई दुष्प्रभाव से गुजरना पड़ सकता है और स्वास्थ्य समस्याएं भी सकती हैं।
नाइट शिफ्ट या रात को काम करना शारीरिक स्वास्थ्य और कल्याण पर असर डाल सकता है। ऐसी आदत आपके नींद, आहार और व्यायाम में रुकावट पैदा कर सकता है। आज के इस लेख में हम बात करेंगे उन गर्भवती महिलाओं की जो नाइट शिफ्ट में काम करती हैं और इससे उनके स्वास्थ्य पर क्या-क्या असर पड़ता है।
नाइट शिफ्ट करने से गर्भवती महिलाओं को नुकसान
गर्भवती महिला को दिल से संबंधित बीमारी
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल के एक सर्वेक्षण के अनुसार दर्शाया गया है कि नाइट शिफ्ट में काम करना दिल के लिए सही नहीं है। नाइट शिफ्ट करने का सबसे बुरा असर ह्र्दय पर पड़ता है। गर्भावस्था में यूं ही ब्लड प्रेशर ऊपर-नीचे होता रहता है। ऐसे में रात में ऑफिस में काम करने से ह्रदय से जुड़ी बीमारियों के होने की संभावना और बढ़ जाती है।
रात में काम करने से गर्भावस्था में हो सकता है डायबिटीज
मधुमेह या डायबिटीज एक पुराना मेटाबॉलिक रोगों का एक आम समूह है, जो शरीर में हाई ब्लड शुगर (ग्लूकोज) के कारण इंसुलिन उत्पादन में दोष के कारण होता है। एक नए अध्ययन के मुताबिक नाइट शिफ्ट में काम करना ग्लूकोज टॉलरेंस कम कर सकती है और टाइप 2 डायबिटीज के विकास के किसी व्यक्ति के जोखिम को बढ़ा सकती है।
आपको बता दें कि रात में जगने से मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है। इससे दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही ये मधुमेह या डायबीटिज को भी निमंत्रण देने का काम करता है। इससे गर्भावस्था में डायबीटिज होना बहुत खतरनाक हो सकता है।
नाइट शिफ्ट काम करने से प्रेग्नेंसी में ब्लड प्रेशर पर असर
इस आधुनिक युग में उच्च रक्तचाप काफी आम है। उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन तब होता है जब आपका रक्तचाप अस्वास्थ्यकर स्तर तक बढ़ जाता है। उच्च रक्तचाप के कारण रक्त वाहिका (ब्लड वेसल) को नुकसान हो सकता है, जिससे हृदय रोग, किडनी रोग, स्ट्रोक, और अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
आपको बता दें कि नाइट शिफ्ट या रात में काम करने से ब्लड प्रेशर पर भी असर पड़ता है। प्रेग्नेंसी में ब्लड प्रेशर फ्लक्चुएट होता है, जिससे कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम हो सकती हैं।
नाइट शिफ्ट करने से गर्भावस्था में मोटापा काफी खतरा
आज मोटापे ने बड़ों से लेकर बच्चों तक को भी अपना शिकार बना लिया है। कई लोग जो नाइट शिफ्ट में काम करते हैं, उन्हें वजन कम करने में कठिनाईयां आती है। रात को काम करने से बॉडी क्लॉक डिस्टर्ब हो जाती है, ऐसे में दिनभर सुस्ती बनी रहती है और कैलोरी बर्न नहीं होती। कैलोरी बर्न नहीं होने की वजह से मोटापा बढ़ने लगता है और गर्भावस्था में मोटापा काफी खतरनाक हो सकता है।