शरीर में कभी-कभार रक्त की कमी हो जाती है, जिसे चिकित्सीय भाषा में एनीमिया कहते हैं, तो हम कई सारे रोगों के शिकार हो सकते हैं। इसका मतलब यह हुआ कि शरीर में आयरन के अभाव में हीमोग्लोबिन का बनना सामान्य से बहुत कम हो जाता है, जिससे खून में इसकी कमी हो जाती है।
अगर शरीर में आयरन और हीमोग्लोबिन की कमी हो तो गर्भवती महिलाओं में एनीमिया होने का खतरा बढ़ जाता है। जिस शरीर में आयरन की कमी आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है, इसकी अधिकता भी आपके स्वास्थ्य को हानि पहुंचा सकता है। ऐसा देखा गया है कि लोग बॉडी में आयरन की कमी को पूरा करने के लिए आयरन की गोलियां लेते हैं, जो कई बार सेहत के लिए नुकसानदायक है।
आयरन की गोलियां
वैसे शरीर में आयरन की कमी को पूरा काबुली चना, राजमा, सोयाबीन, मेथी और सरसों का साग, बादाम, सूखे मेवे, मसूर की दाल, पालक, अंगूर, अमरूद, संतरे आदि खाद्य पदार्थ कर देते हैं। लेकिन इसके बावजूद शरीर में आयरन की कमी पूरी न हो तो डॉक्टर की सलाह से आयरन की गोलियां ले सकते हैं। डॉक्टर की सलाह से आयरन की गोली तब ली जाती है जब महिला प्रेग्नेंट हो या फिर उसे मासिक धर्म हो।
आयरन की गोलियों के नुकसान – कितनी जरूरी है आयरन
कई बार लोग शरीर में खून की कमी को पूरा करने के लिए आयरन की गोलियों का सेवन करते हैं। लेकिन इसका ज्यादा सेवन आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। वैसे आपको बता दें कि बॉडी में आयरन की मात्रा 20 ग्राम से अधिक नहीं होनी चाहिए, इससे अधिक होने पर शरीर में हीमोक्रोमेटिक रोग के लक्षण पनपने लगते हैं।
क्या है हीमोक्रोमाटोसिस ?
हीमोक्रोमाटोसिस उस स्थिति को कहते हैं, जब शरीर में आयरन यानी लौह तत्व जरूरी मात्रा से बहुत ज्यादा हो जाता है। आपके शरीर को हीमोग्लोबीन बनाने के लिए आयरन की जरूरत होती है। हीमोग्लोबीन आपके रक्त का वह हिस्सा है, जो सभी कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाता है। लेकिन जब शरीर में आयरन बहुत ज्यादा होता है, तो यह लीवर और हृदय को नुकसान पहुंचा सकती है।
आयरन की गोलियों के अन्य नुकसान
1. हीमोक्रोमाटोसिस का असर मरीज के सीधे लिवर पर असर पड़ता है। इसका इलाज यदि सही समय पर नहीं किया गया तो तो लिवर डैमेज होने की संभावना बढ़ जाती है या फिर लीवर में लोहे की अधिकता से सिरोसिस हो जाता है और बाद में कैन्सर का रूप धारण कर लेता है।
2. शरीर में आयरन की अधिकता से मांसपेशियों को भी नुकसान होता है। यह इतना बड़ा नुकसान है कि इससे हृदय गति बंद होने का खतरा रहता है।
3. यदि शरीर में ज्यादा लोहा जमा हो जाए, तो इसका प्रभाव अंडकोष पर भी पड़ता है। इससे शुक्राणु पैदा करने वाली कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, जो पुरुष को बच्चा पैदा करने में नाकाम कर देती हैं।
4. बिना सोचे-समझे आयरन की गोलियां खाना या उसका अधिक सेवन करना इंसान को गठिया का रोगी बना देता है। हाथ-पैर के जोड़ों में अधिक लोहा जमा हो जाने से गठिया रोग हो जाता है।
6. इसके अलावा आयरन की गोलियां या अधिक मात्रा में लौहयुक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से पाचन तंत्र बिगड़ जाता है।
7. आयरन का ज्यादा सेवन करने से आपकी आंखें कमजोर हो सकती हैं और चेहरे पर काले दाग हो सकते हैं।
आयरन की कमी के लक्षण और स्रोत
आयरन की गोली खाने के नियम
खाली पेट आयरन की गोलियों को न लें। आयरन की गोली खाने का समय दोपहर को माना गया है।
जिस दिन आयरन गोली खाते हैं उस दिन दूध से बनी कोई भी चीज न खाएं।
इसके अलावा गोली को चबाकर न खाएं तथा गोली को बिना पानी के न लें इससे आपके शरीर पर दुष्प्रभाव हो सकता है।
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फलियां
सेम, मटर और मसूर आयरन में समृद्ध हैं। इन फलियों में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, खनिज और फायदेमंद प्लांट कपाउंड की अच्छी मात्रा भी पाई जाती है जो विभिन्न बीमारियों के आपके जोखिम को कम कर सकता है।
नट्स और बीज
नट्स और बीज आयरन के अच्छे स्रोत होते हैं, साथ ही साथ अन्य विटामिन, खनिजों, फाइबर, स्वस्थ वसा और फायदेमंद प्लांट कपाउड की एक श्रृंखला भी है। प्रत्येक दिन डाइट में इसे जरूर शामिल कीजिए।
सब्जियों का सेवन
अगर आप आयरन की गोली लेना नहीं चाहते हैं तो आप आपनी डाइट में कुछ सब्जियों को भी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। सब्जियों में अक्सर आयरन की महत्वपूर्ण मात्रा होती है। यह आपकी दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करना कर सकता है। इसके लिए आप हरी पत्तेदार सजियां खाएं, मशरूमा और टमाटर का सेवन कीजिए। पत्ता गोभी एंटीऑक्सीडेंट, विटामिंस, फोलेट और फाइबर से भरपूर होने के साथ आयरन के प्रमुख स्रोत भी होते हैं।
सूखे खूबानी
सूखे खूबानी आयरन और अन्य पोषक तत्वों के बढ़िया स्रोत होते हैं, इन्हें कच्चा या पकाकर, डिब्बाबंद में या सूखे के रूप में उपलब्ध होने पर भी खाया जा सकता है, इसका सेवन शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है।