गर्भावस्था के दौरान क्रेविंग आम हैं। चुकंदर एक पौष्टिक आहार है जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। चुकंदर फाइबर, विटामिन सी, मैग्नीशियम और फोलेट का उत्कृष्ट स्रोत हैं। इसके अलावा गर्भावस्था में चुकंदर खाने के कई फायदे है। आप डॉक्टर की सलाह से चुकंदर का सेवन कर सकते हैं।
जन्म दोष के खतरे को कम करे चुकंदर
चुकंदर फोलिक एसिड में समृद्ध है, जो ऊतको के विकास और हड्डी के विकास के लिए आवश्यक है। चुकंदर के रस का सेवन करने से स्पाइना बिफिडा जैसे जन्म विसंगतियों के जोखिम को कम करने में महत्वपूर्ण रूप से मदद कर सकता है।
इम्यूनिटी को बढ़ाए
गर्भवती महिलाओं को विभिन्न तरह की बीमारियों और संक्रमणों दूर रखने के लिए उनके इम्यूनिटी को बेहतर करना जरूरी है। इसके अलावा इम्यूनिटी हमारे शरीर की टॉक्सिन्स से लड़ने की क्षमता होती है।
ये टॉक्सिन्स बक्टीरिया, वायरस, फंगस, पैरासाइट या कोई दूसरे नुकसानदायक पदार्थ हो सकते हैं। चुकंदर में उत्कृष्ट एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो मजबूत प्रतिरक्षा या इयूनिटी के लिए आवश्यक है।
ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी को रोके
यदि गर्भवती महिला ऑस्टियोपोरोसिस से ग्रस्त हैं, तो उसके लिए चुकंदर का जूस बहुत ही गुणकारी है। आपको बता दें कि चुकंदर में सिलिका की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो शरीर को कैल्शियम का उपयोग करने के लिए सक्षम बनाता है, इस प्रकार दांतों और हड्डियों के डिकैलिफिकेशन को रोकने, और ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
नेचुरल ब्लड प्यूरीफायर
चुकंदर में रक्त को शुद्ध करने की क्षमता है। इस तरह यह भ्रूण में बीमारियों और संक्रमणों के जोखिम को रोकने में सहायता करता है। चुकंदर के रस का सेवन करने से आपकी शारीरिक सहनशक्ति बढ़ सकती है और यह डिलवरी के समय रक्तचाप के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है।
सूजन को करे कम
चुकंदर एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट के रूप में कार्य करता है। गर्भवती होने पर चुकंदर का सेवन दर्द और सूजन को रोक सकता है।
मेटाबॉलिज्म को करे नियंत्रित
मेटाबॉलिज्म या चयापचय हमारे बॉडी की एक ऐसी प्रकिया का नाम है, जो भोजन को उर्जा में बदलने का काम करता है। चुकंदर पोटेशियम का एक उत्कृष्ट स्रोत है। इसके सेवन से इलेक्ट्रोलाइट्स संतुलित रहती है और गर्भावस्था के दौरान मेटाबॉलिज्म को काफी हद तक नियंत्रित करती है।
एनीमिया के खतरे को कम करे
एनीमिया कोई बहुत बड़ा रोग नहीं है, लेकिन ये कई बड़ी और जानलेवा बीमारियों की वजह से जरूर हो सकती है। चुकंदर आयरन में समृद्ध है और रक्त में हीमोग्लोबिन काउंट को बढ़ावा देने में सहायता करता है। गर्भावस्था के दौरान चुकंदर खाने से एनीमिया के खतरे को कम कर सकता है।
भ्रूण के लिए बेहतर
चुकंदर विटामिन ए और विटामिन ई में समृद्ध है। गर्भावस्था के दौरान चुकंदर का रस भ्रूण के बेहतर तरीके विकास में सहायता कर सकता है।
कब्ज को करे दूर
कब्ज पाचन तंत्र की उस स्थिति को कहते हैं, जिसमें व्यक्ति का मल बहुत कड़ा हो जाता है तथा मलत्याग में कठिनाई होती है। गर्भावस्था के दौरान फाइबर समृद्ध चुकंदर खाने से पाचन शक्ति में मजबूती मिलती है और कब्ज को दूर करता है।