हर इंसान की स्कीन अलग होती है। किसी की नॉर्मल, तो किसी की ड्राय, या फिर ऑयली और सेंसेटिव। जिन लोगों की स्किन ऑयली होती है, इसका मतलब है कि आपकी स्किन में लिपिड लेवल यानि वसा की मात्रा बहुत अधिक मात्रा में मौजूद है। स्किन किस टाइप की है आपकी इसका जवाब यह तीन फैक्टर के आधार पर ही बताया जा सकता है – पानी, लिपिड लेवल और संवेदनशीलता।
बता दें कि ऑयली स्किन का मुख्य कारण होता है हार्मोनल में बदलाव होना, जिसका सम्बन्ध सीधे आपकी लाइफस्टाइल से भी है। ऑयली स्किन ज्यादातर चमकदार, मोटी और बेजान होती है। जान लें कि इस तरह की स्किन वाले पुरुष और महिलाओं की आंख के नीचे बड़े-बड़े काले धब्बे होने का खतरा बहुत रहता है। ऑयली स्किन में पोर्स (Pores) यानि त्वचा में पाए जाने वाले छिद्र बड़े-बड़े होते हैं और सैबेकियस ग्लैंड (Sebaceous Glands), ज्यादा सक्रिय होते हैं। जिसके कारण आपकी स्किन ऑयली हो जाती है।
वहीं ऑयली स्कीन वाले लोगों को अकसर पिंपल्स, मुंहासे, चिपचिपा सा स्कीन आदि जैसे कई समस्याओं से जूझना पड़ता है। आज sehatgyan.com आपको बताएगा कि ऑयली स्किन वाले लोगों को अपना ख्याल कैसे रखना चाहिए :
क्लींजिंग करें
हमेशा कोशिश करें कि आपका चेहरा साफ रहे, इसके लिए आपको क्लींजिंग करते रहना चाहिए ताकि चेहरे के पोर्स से तेल और गंदगी दोनों अच्छी तरह से साफ हो सके। ध्यान रहे जब आप चेहरे पर क्लींजिंग करते हैं तो उसके बाद अपने चेहरे को हल्के गुनगुने पानी से जरूर धोएं।
पानी से चेहरा धोते रहें
जिस तरह हमें जीने के लिए सांस की जरूरत होती है ठीक उसी तरह हमारे स्कीन को भी सांस चाहिए जो हम चेहरे को पानी से धोकर और साफ रखकर उन्हें सांस लेने में मदद कर सकते हैं। स्कीन फ्रेश रहेगी तो अपने आपको आप भी दमकता हुआ पाएंगे। हफ्ते में दो बार फेस स्क्रब भी आप जरूर करें, क्योंकि इससे चेहरे की स्किन को सांस लेने में मदद तो मिलेगी ही और आपके चेहरे पर ब्लैकहेड्स (Blackheads) भी नहीं होंगे।
टोनिंग (Toning) भी जरूरी
चेहरा क्लीन कर के टोनिंग करें। चेहरे पर टोनर लगाने से आपके स्किन के पोर्स बंद हो जाएंगे जिससे खुले पोर्स में गंदगी फिर से नहीं जम पाएगी। बता दें कि आप टोनर के रूप में गुलाब जल भी लगा सकते हैं।
मॉइश्चराइजर भी आवश्यक
कुछ लोग ऑयली स्कीन को तैलीय समझकर मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं जो कि बहुत गलत है। आपको अपनी स्कीन को देखकर वॉटर बेस वाला मॉश्चराइजर लगाना चाहिए।
इन घरेलू उपचार से भी पहले आप अपने आहार को सेहतमंद बनाने की कोशिश करें। ऑइली फूड और बहुत ज्यादा फैट वाला आहार ना खाएं। ऑयली स्कीन वाले लोगों को खूब फल और सब्जियां खानी चाहिए और लिक्विड डाइट में ग्रीन टी, जूस और पानी लेना चाहिए।