यह हम सभी जानते हैं कि हमारे स्वस्थ रहने के लिए नींद कितनी ज्यादा जरूरी है। कुछ लोग किसी परेशानी का शिकार होने पर अपनी नींद पर ही गुस्सा निकालते हैं। जैसी की घर में परिवार से झगड़ा, बॉयफ्रेंड से झगड़ा, ऑफिस का ओवरलोड आदि… वहीं कुछ को दिन भर की थकान के बावजूद भी बिस्तोर पर नींद नहीं आती क्योंकि वह अपने मोबाइल फोन या टीवी या लैपटॉप में अपना मन लगाए रहते हैं। नींद की गोली खा लेने से आपकी समस्या दूर तो हो जाएगी लेकिन यही समस्या आगे जाकर आपकी मौत का कारण बन सकता है।
अच्छी नींद जरूरी नहीं है कि नींद की गोलियां खाने पर ही आए… इसके लिए और भी कई तरकीब का इस्तेमाल कर सकते हैं। बता दें कि नींद की गोलियां लंबे समय तक और हाई डोज़ में लेने पर जानलेवा भी साबित हो सकती हैं।
यह जानकर आपको हैरानी होगी कि नींद की गोलियों का सेवन सिगरेट की तरह ही खतरनाक हैं। इन गोलियों से ब्लोड प्रेशर, हार्ट अटैक, सिरदर्द, कैंसर और यहां तक की मौत का भी खतरा सबसे ज्यादा होता है।
आज sehatgyan.com आपको बताएगा कि नीदं की गोलियों के और कौन-कौन से साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं :
कोमा या मौत का कारण
नींद की गोलियां अगर डॉक्टर के बिना बताए आप खाए चले जा रहे हैं वह भी एक दिन में, एक ही समय में अनगिनत तो आपकी मौत हो सकती है और आप कोमा में भी जा सकते हैं।
याददाश्त की कमी
बता दें कि लंबे समय तक नींद की गोलियां लेने के कारण रक्त नलिकाओं में थक्के बनने लगते हैं। जिससे याददाश्त कमजोर हो जाती है और बेचैनी की शिकायत भी हो जाती है। डॉक्टर की सलाह पर ही नींद की गोलियां लें।
गर्भ में मौजूद बच्चे को होती है तकलीफ
अगर नींद की गोलियां गर्भावस्था में ली जाए तो आपके गर्भ में मौजूद बच्चे पर बुरा असर पड़ता है।
कैंसर
एक रिपोर्ट के अनुसार यह बात भी सामने आई है कि जो लोग रोजाना इसी गोली को अपना साथी मानकर चलते हैं, उन्हेंे उनका यही साथी धोखा कब दे जाए वह सोच भी नहीं सकते। जी हां, कैंसर को बुलावा देती है आपकी नींद की रोज़ की गोली।
दिल के दौरे का खतरा
डॉक्टैरों की मानें तो नींद की अधिक गोलियों का सेवन करने से हार्ट अटैक का खतरा 50 गुना अधिक बढ़ जाता है। वैज्ञानिकों ने नींद की दवाओं में मौजूद तत्व – जोपिडेम को दिल की बीमारियों की वजह बताया है