मौसमी के फायदे

नींबू जाति का फल मौसमी अपनी पौष्टिकता के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध है। शक्तिवर्धक और स्वास्थ्यवर्धक होने की वजह से यह फल मरीजों के एक ग़ुणकारी फल है। इससे न केवल शारीरिक निर्बलता दूर होती है बल्कि कब्ज से भी राहत मिलता है। विटामिन ए और सी का स्रोत मौसमी बच्चों के शरीर के लिए बेहद ही लाभदायक है क्योंकि इसके सेवन से शारीरिक कमजोरी दूर होती है।

उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्र में होने वाला मोसंबी फल कई सारी बीमारियों में फायदेमंद है। इसमें मौजूद विटामिन सी की मात्रा न केवल रोग प्रतिरोधक की क्षमता को बढ़ाता है बल्कि वजन को घटाने में भी सहायक है। भारत में जुलाई से अगस्त और नवंबर से मार्च महीने में मिलने वाला मोसंबी फल से स्किन की सुंदरता तो बढ़ती है साथ ही इससे मुंहासे की समस्या भी दूर होती है। लोग इसका सेवन बालों को मजबूत बनाने के लिए भी करते हैं। इसके अलावा जो महिलाएं गर्भवती है, उस दौरान यह फल भ्रूण के विकास के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें विटामिन के अलावा प्रचुर मात्रा में कैल्शियम भी होता है।

 

मौसमी खाने के फायदे

1. विटामिन सी का स्रोत मौसमी से दांतों और मसूढ़ों को सुरक्षा मिलती है।

1. मौसमी का जूस पीने से ह्रदय रोगी के लिए हार्ट अटैक की आशंका कम हो जाती है क्योंकि इसका रस रक्त वाहिनियों में कोलेस्ट्रोल के अवरोध को खत्म करता है।

3. गर्भावस्था में वमन या उलटी के कारण स्त्रियां अधिक पौष्टिक आहार नहीं ले पाती। ऐसी स्थिति में उन्हें प्रतिदिन मौसमी का जूस पीना चाहिए। मौसमी के जूस में अनार या संतरे का रस मिलाकर पीने से उलटी की समस्या दूर होती है।

4. शरीर में जब पानी की कमी हो तो आप ज्यादा से ज्यादा मौसमी का सेवन कीजिए।

5. किसी भी रोग से अधिक समय तक पीड़ित रहने पर या शारीरिक निर्बलता अधिक होने पर मौसमी का रस पिलाने से निर्बलता नष्ट होती है। मौसमी का रस आंतों में एकत्र विषैले अंश को भी निकालता है।

6. मौसमी के रस के सेवन से शारीरिक निर्बलता के कारण उत्पन्न थकावट नष्ट होती है।

7. टायफाइड में जब रोगी को कोई आहार नहीं दिया जाता है, उस समय मौसमी का रस देना गुणकारी है। इससे शारीरिक क्षीणता नष्ट होती है।

8. मौसमी एक एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल फल है। इसे खाने से रोग-निरोधक क्षमता विकसित होती है।

9. रक्त विकार के कारण अधिक फोड़े-फुंसियां निकलने, खाज-खुजली की समस्या होने पर प्रतिदिन सुबह-शाम मौसमी का रस पीने से खून साफ होता है और सभी विकृतियां नष्ट होती है।

10. प्रतिदिन दो सौ ग्राम मौसमी का रस पीने से कब्ज दूर होता है और मुंहासे भी जल्दी नष्ट होते हैं।

11. मौसमी का जूस पीने से न केवल डैंड्रफ खत्म होता है बल्कि इससे होंठों के कालेपन को दूर किया जा सकता है। इससे त्वचा में निखार भी आता है।

12. युवावस्था में मुंहासों की अधिकता से लड़के-लड़कियां बहुत ही परेशान रहते हैं। ऐसे में प्रतिदिन मौसमी का रस पीने से मुंहासे खत्म होते हैं।

13. जुकाम से अधिक पीड़ित रहने वाले स्त्री-पुरूष मौसमी के रस को हल्का सा गर्म करके तथा अदरक मिलाकर पीएं तो बहुत लाभ होता है। मौसमी के रस से सर्दी-जुकाम के जीवाणुओं को नष्ट करने की रोग-निरोधक क्षमता विकसित होती है।

14. एनीमिया के रोग में मौसमी का रस प्रतिदिन दो बार पीने से खून में वृद्धि होती है।

15. वात, पित्त और कफ के कारण उत्पन्न रोग मौसमी के रस के सेवन से जल्दी दूर हो जाते हैं।

16. कब्ज के कारण सिरदर्द व जी मचलता है ऐसी स्थिति में आप प्रतिदिन दो सौ ग्राम मौसमी का जूस पीजिए, बहुत लाभ होगा।

14. मौसमी के सौ ग्राम जूस में पचास ग्राम हल्का गर्म पानी, थोडा-सा भूना जीरा और सोंठ को मिलाकर पीने से दमा रोग में बहुत लाभ होता है।