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विटामिन डी की कमी के 8 संकेत और लक्षण

आज हम बात करेंगे विटामिन डी की कमी के संकेत या लक्षण के बारे में, जिससे कई तरह की हड्डी संबंधित बीमारी होती है, Signs and Symptoms of Vitamin D Deficiency.

दोस्तों, ये एक चिंता की बात है कि जो बीमारियां पहले बुढ़ापे में जाकर होती थीं, वो आज-कल युवाओं को होने लगी हैं। इसकी जिम्मेदार बहुत हद तक हमारी बदली हुई लाइफस्टाइल है। विटामिन डी की कमी और उससे जुड़ी समस्याएं भी हमारी आरामदायक ज़िन्दगी का एक बुरा प्रभाव है। आजकल ज्यादातर भारतीय लोगों के शरीर में विटामिन डी की कमी पाई जाती हैं। पहले की तुलना में आजकल लोग सुबह कि धूप और ताजा हवा में कम बाहर निकलते हैं और यही कारण है कि उनके शरीर में त्वचा सूर्य-किरणों की कमी से विटामिन डी निर्माण नहीं करती हैं।

आइये आज हम विटामिन डी की कमी के संकेत व लक्षण के बारे में विस्तार से जानते हैं:

विटामिन डी की कमी के 8 संकेत और लक्षण

अक्सर बीमार या संक्रमित रहना

बार-बार इन्फेक्शन होना या बीमार होना भी विटामिन-डी की कमी को दर्शाता है और इसकी कमी व्यक्ति को बार-बार अत्यधिक बीमार कर सकती है। दरअसल, हमारे इम्यून सिस्टम यानि प्रतिरोधक क्षमता का महत्त्वपूर्ण हिस्सा “टी-सेल्स” विटामिन-डी द्वारा ही ठीक से एक्टिवेट हो पाते हैं।

थकान और सुस्ती

आपको यह पता लगना बहुत जरुरी है कि शरीर को उर्जा के लिए विटामिन डी की जरूरत होती है। विटामिन डी की कमी से आप नियमित रूप से थकान का अनुभव करेंगे। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो इसे अनदेखा न करें।

हड्डी और पीठ दर्द

विटामिन डी हड्डियों की मजबूती के लिए ज़रूरी है, क्योंकि ये खाने में मौजूद कैल्शियम को प्रयोग करने में शरीर की मदद करता है। विटामिन डी की कमी से रिकेट्स की बीमारी हो सकती है। ये एक ऐसी बीमारी है जिसकी वजह से हड्डियां नर्म हो जाती हैं और बॉडी का शेप बिगड़ जाता है। लेकिन ताजा रिसर्च के मुताबिक विटामिन डी और भी बहुत सी सेहत की बीमारियों से बचने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

विटामिन डी की कमी से डिप्रेशन

विटामिन डी की कमी से डिप्रेशन

वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन में पाया कि जिन लोगों में विटामिन डी की कमी थी, उनमें स्वस्थ लोगों की अपेक्षा डिप्रेशन में होने की संभावना 11 गुना तक ज्यादा होती है। इसलिए अगर आप डिप्रेस्ड हैं तो इसका कारण आपके शरीर में विटामिन डी की कमी हो सकती है।

घाव देरी से भरना

लीनस पॉलिंग इंस्टीट्यूट के मुताबिक, विटामिन डी-3 भी माइक्रोबियल प्रोटीन को नियमित करने में मदद करता है, अर्थात् कैथेलिकिडिन, जो न केवल त्वचा की प्राकृतिक इम्युनिटी का समर्थन करता है बल्कि क्षतिग्रस्त सेल्स की सामान्य मरम्मत में भी मदद करता है। जबकि आपके सिस्टम में विटामिन डी -3 की मौजूदगी घावों के उपचार का समर्थन करने के लिए जानी जाती है।

विटामिन डी की कमी से झड़ते हैं बाल

विटामिन डी की कमी से झड़ते हैं बाल

विटामिन मानव शरीर के संपूर्ण स्वास्थ्य के साथ-साथ बालों के विकास के लिए भी जरुरी है। विटामिन डी भी बालों की जड़ों को पोषण देता है और बालों को बढ़ने में मदद करता है। सर्दी के महीने में अगर आप धूप सेंके तो आपके शरीर को अच्छी मात्रा में विटामिन डी मिलेगी।

हड्डियों का नुकसान

हड्डिययों की मजबूती बनाये रखने के लिए हमारे शरीर में पर्याप्तर मात्रा में विटामिन डी और कैल्ि केयम होना चाहिये। विटामिन डी के बिना हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। ऐसे में हड्डियों के टूटने और फ्रेक्चउर होने का खतरा बढ़ जाता है। शोध में पता चला है कि जिन लोगों को पहले से रयूमेटायड अर्थराइटिस बीमारी है, उनमें यदि विटामिन- डी की कमी हो जाए, तो उन्हें बीमारी के लक्षण अधिक परेशान कर सकते हैं।

 

विटामिन डी की कमी से मांसपेशियों में दर्द

विटामिन डी की कमी से मांसपेशियों में दर्द

शोध से यह बात सामने आई कि शरीर में विटामिन डी की कमी से मांसपेशियों में दर्द, क्रैंप और जोड़ों का दर्द होता है। दरअसल ऐसा सूरज की रोशनी के अभाव में होता है। विटामिन डी की अपर्याप्त मात्रा के कारण कैल्शियम स्केलेटल सिस्टम तक नहीं पहुंचता जिससे हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द रहता है।

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