बदन पर फोड़े-फुंसी का होना यह एक आम समस्या है। यह अक्सर दर्दनाक होता है, और ये सूखा होने तक बड़ा होता है। साथ-साथ देखने में भी बहुत बुरे लगते हैं। फोड़े-फुंसी बैक्टीरिया से संक्रमित होती हैं तथा यह त्वचा के आसपास के क्षेत्र लाल और दर्दनाक भी हो सकते हैं। अगर इसे ठीक तरह से निकाला नहीं किया गया, तो यह आस-पास के हिस्से को संक्रमित कर सकता है या संक्रमण को गहरा कर सकता है और अधिक फोड़े पैदा कर सकता है।
अक्सर देखा गया है कि फोड़े-फुंसी चेहरे, गर्दन, कंधों, बगल, और नितंबों पर दिखाई देते हैं। यदि आप भी फोड़े-फुंसी से परेशान हैं और इससे बचने के लिए आप कोई उपचार ढुंढ रहे हैं, तो इस चीज़ में हम आपकी मदद कर सकते हैं।
कैसे फोड़े से छुटकारा पाएं
फोड़े फुंसियों के लिए नीम
नीम का तेल में एंटीसेप्टिक, जीवाणुरोधी और एंटीबायोटिक गुण होते हैं, जो त्वचा के संक्रमण का इलाज करते हैं। इससे आप फोड़े-फुंसी का सही से कर सकते हैं। फोड़े और फुंसियों की समस्या से बचना चाहते हैं, तो नीम के पत्ते, छाल और फलों को बराबर मात्रा में लेकर पीस लें, अब इस पेस्ट को त्वचा पर लगाएं। इससे फोड़े−फुसियां तथा घाव जल्दी ठीक हो जाते हैं।
इसके अलावा आप जले हुए स्थासन पर नीम का तेल या पत्तोंद को पीस कर लगाने से राहत मिलती है। नीम की पत्तियों और तेल में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। इसलिए कटे हुए स्थातन पर नीम का तेल लगाने से टिटनेस का भय नहीं रहता। आप नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर तथा ठंडा करके उस पानी से मुंह धोने से मुहांसे दूर होते हैं।
अरंडी का तेल
अरंडी का तेल में प्राकृतिक जीवाणुरोधी और एंटिफंगल गुण होते हैं और विटामिन ई, खनिज, प्रोटीन, और ओमेगा 6 और ओमेगा 9 से भरपूर होता है। अरंडी का तेल त्वचा, बालों और स्वास्थ्य के लिए इसके बहुत सारे लाभ हैं। अरंडी के तेल में रिकिनोलिक एसिड होता है, जिसमें शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह जीवाणुरोधी गुणों के साथ मिलकर फोड़े के लिए एक महान प्राकृतिक उपचार का काम करती है। इसके लिए आप सीधे अरंडी के तेल को अपने फेस पर लगा सकते हैं।
सेंधा नमक
सेंधा नमक मांसपेशियों में तनाव, दर्द और जोड़ों में सूजन से राहत देने के लिए काम करता है। तनाव, सिरदर्द को कम करने या पेट की ऐंठन को कम करने के लिए आपको सेंधा नमक के पानी से स्नान करना चाहिए। सेंधा नमक वाले पानी से शरीर के दर्द और जोड़ों के दर्द के अलावा उच्च रक्त चाप को भी ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा सेंधा नमक न सिर्फ शरीर को आराम देता है बल्कि इसमें फोड़े का इलाज करना संभव है। सेंधा नमक वास्तव में मवाद को सूखाने में मदद कर सकता है और इसके लिए आप गर्म पानी में सेंधा नमक डालें और 20 मिनट के लिए प्रभावित जगह पर सेक लगाइए।
हल्दी पाउडर
हल्दी अपने शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव के लिए जाना जाता है और यह एक बहुत मजबूत एंटीऑक्सीडेंट है। हल्दी पाउडर में दोनों जीवाणुरोधी और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो फोड़े-फुंसी को दूर करने में मदद करते हैं। इसे हजारों सालों से रक्त शोधक के रूप में प्रयोग में किया जा रहा है। इसके लिए आप हल्दी और अदरक का पेस्ट बना लें और फोड़े-फुंसी वाली जगह पर लगाएं।