नमक हमेशा मानवता के लिए महत्वपूर्ण रहा है। नमक हमारे खाने का एक हिस्सा है, जिसका मुख्य घटक, सोडियम है। आपके अधिक नमक खाने की आदत विभिन्न प्रकार के ह्रदय रोगों को आमंत्रित करती है। नमक में सोडियम और क्लोराइड होते हैं। क्लोराइड भी पेट एसिड का एक अनिवार्य घटक है, जबकि सोडियम आपकी मांसपेशियों और नसों के लिए आवश्यक है। सोडियम की प्रतिदिन मात्रा 1500 मिलीग्राम होती है। बड़ी समस्या यह है कि नमक से मिलने वाला सोडियम आपकी स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है। आइये आज हम आपको ऐसे कुछ लक्षणों की पहचान करवाते हैं, जिससे यह पता चलेगा कि आप नमक का ज्यादा सेवन कर रहे हैं।
ज्यादा नमक खाने के 7 लक्षण
ज्यादा नमक खाने से अत्यधिक प्यास लगना
जब आपके खाने में नमक की मात्रा बहुत अधिक होती है, तो अत्यधिक प्यास लगना इसका पहला संकेत है। जब नमक का स्तर शरीर में अधिक होता है, तो सही संतुलन बनाने के लिए हार्मोन काम करते हैं, चूंकि सोडियम विभिन्न तरल पदार्थों में मिला होता है, तो आपका शरीर तरल पदार्थ की मात्रा को बढ़ाकर खनिजों की मात्रा को कम करता है।
मस्तिष्क गतिविधियों में गिरावट
सामान्य मस्तिष्क विकास वाले वयस्कों के बारे में एक अध्ययन में पाया गया कि तीन साल के दौरान, उच्च-सोडियम आहार मस्तिष्क गतिविधियों की गिरावट से जुड़ा था। इस परिणाम से पता चला है कि सोडियम का सेवन बाकी आहार के प्रभाव के ऊपर था जो वयस्कों में मस्तिष्क गतिविधियों को प्रभावित करता है।
शरीर में सूजन
अत्यधिक नमक खाने के कारण शरीर में सोडियम के स्तर में वृद्धि से सेल्स में अतिरिक्त पानी रहता है। ऊतकों में अतिरिक्त द्रव का निर्माण होने से सूजन के लक्षण दिखाई देता है। इस सूजन को एडिमा कहते है और सूजन शरीर के विभिन्न भागों जैसे चेहरे, हाथ, पैर और एड़ियों को प्रभावित करती है। अपने नमक सेवन को कम करके एडिमा से राहत मिलती है।
किडनी में पथरी
ज्यादा नमक वाला आहार किडनी के कार्यों को प्रभावित करता हैं। किडनी पर इस अतिरिक्त तनाव के कारण किडनी की पथरी विकसित होती है। ज्यादा नमक सेवन के कारण कैल्शियम की मात्रा मूत्र में बढ़ जाती है, जिससे पथरी होने की संभावना बढ़ जाती है।
पेट में अंदरूनी जख्म
नमक का ज्यादा सेवन पेट के अल्सर से भी जुड़ा हुआ है। एक अध्ययन ने यह साबित किया कि नमक पेट की अंदरूनी चिकनी परत पर ख़राब असर डालता है और पेट के ऊतकों को अस्वस्थ बनाता है, जिससे पेट की त्वचा में जख्म बनाता है, जिसे पेट का अल्सर कहते हैं।
ज्यादा नमक खाने से उच्च रक्तचाप
नमक का उच्च स्तर आपके खून में भी पानी की मात्रा को बढ़ाता है। अतिरिक्त पानी से रक्त वाहिनियों की दीवारों पर दवाब डालता है और शरीर में उच्च रक्तचाप का कारण बनता है। उच्च रक्तचाप के कारण कुछ लोगों को सिरदर्द और बेचैनी रहती है। अनुपचारित उच्च रक्तचाप रक्त वाहिकाओं, हृदय और किडनी को नुकसान पहुंचाता हैं।
नमक खाने की लालसा
कभी-कभी खाने में ज्यादा नमक खाने की आदत के परिणामस्वरूप रोगी को सलाद या सब्ज़ी में कच्चा नमक खाने की लालसा होती है जिससे रक्तचाप बढ़ता है। इसलिए आपको खाने की मेज पर रखे नमक का सेवन भी कम करना चाहिए।