घी खाने के नुकसान आपकी सेहत के लिये

घी के नुकसान घी के नुकसानआज हम आपको घी के नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं। अगर हम घी के बारे में बात करें, तो घी को पवित्र, अध्यात्मिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक पदार्थ के रूप में जाना जाता है। आयुर्वेद में गाय के घी को अमृत माना जाता है। घी पित्त और वात को शांत करता है इसलिए वात और पित्त असंतुलन विकारों से पीड़ित लोगों के लिए आदर्श होता है।

घी सेहत का खजाना होता है, लेकिन इसके नुकसान के बारे में शायद ही आपको पता हो। जी हाँ, कोई भी चीज हो अगर उसके आपको शारीरिक लाभ होते हैं, तो जाहिर सी बात है कि उससे आपको शारीरिक हानि भी होती है। वैसे ही घी के भी कुछ फायदे और नुकसान होते हैं। आइये विस्तार से जानते हैं घी खाने के नुकसान के बारे में…

घी खाने के नुकसान – Ghee khane ke nuksan in hindi

1. प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए

प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए लेबर पेन से पहले घी तो बहुत ही फायदेमंद माना जाता है, लेकिन प्रेग्नेंट की शुरुआत में घी का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह उस समय घातक सिद्द हो सकता है। इसलिए ध्यान रखें कि प्रेग्नेंसी के शुरू के कुछ महीनों आप घी के सेवन से बचें।

2. दस्त होना

यदि आप घी का अधिक मात्रा में सेवन करते हो तो आपको अपच और दस्त की समस्या हो सकती है, इसलिए आपको चाहिए कि आप घी का सिमित मात्रा में ही सेवन करें।

3. सर्दी और कफ होने पर

सर्दी और कफ की शिकायत होने पर रोगी को घी से दूरी बना कर रखनी चाहिए। अधिक घी का सेवन करने से शरीर में कफ बनने लगती है और यह कफ आपके लिए एक भयानक रूप धारण कर लेती है। इससे अस्थमा जैसी घातक बीमारी हो सकती है।

4. पित्त की स्तिथि में

अमिश्रित घी पित्त की स्तिथि में नहीं लिया जाना चाहिए। खासतौर से तब जब पित्त अमा से जुड़ा हुआ हो इस स्तिथि में घी लेने से पीलिया हो सकता है और यह रोगी के लिए घातक हो सकता है।

5. वजन बढाये

घी का अधिक सेवन करने से वजन बढ़ता है। इसलिए जो लोग मोटापे से ग्रस्त होते हैं, उन्हें दिन में 3 से 5 ग्राम ही घी का सेवन करना चाहिए और उसके बाद उन्हें गर्म पानी पी लेना चाहिए। यदि आप घी को भोजन के साथ ले रहे हो तो उसके पाचन के लिए भोजन को अच्छे से गर्म कर लें ।

6. पीलिया होने पर

पीलिया, हेपेटाइटिस और लीवर फैट के दौरान घी का सेवन नहीं करना चाहिए।