शारीरिक और मानसिक तंदुरुस्ती के लिए पूरी नींद लेना बहुत ही जरूरी है। पर्याप्त नींद लेना हमारी सेहत के लिए इतना जरूरी है कि इससे कई रोगों को दूर किया जा सकता है। इसलिए कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें। जिस तरह पूरी और भरपूर नींद लेना इंसान के सेहतमंद होने का संकेत है उसी तरह नींद का ना आना बीमारी का संकेत है।
यदि आप नियमित रूप से अच्छी नींद ले रहे हैं, तो इससे न केवल आपका वजन कंट्रोल में रहेगा बल्कि सर्दी जुकाम और अल्सर जैसी बीमारियां भी कम होती हैं। इसके अलावा अच्छी नींद लेने से मस्तिष्क शांत भी रहता है और सोचने-समझने की क्षमता विकसित होती है।
नींद का संबंध दिमाग से
वैसे अच्छी नींद लेने का ज्यादा असर आपके दिमाग पर पड़ता है। आपको बता दें नींद लेने से आपकी याददाश्त बढ़ती है, अर्थात अच्छी नींद आपकी स्मृतिक्षमता को मजबूत बनाने में सहायक होती है, इसकी पुष्टि एक शोध से भी हो चुकी है।
शोध के निरकर्ष से पता चला है कि पूरे दिन इंसान की मानसिक गतिविधियां रात को नींद में मस्तिष्क द्वारा तेजी से दोहराई जाती हैं, जिससे तंत्रिका कोशिकाओं के बीच सक्रिय माइक्रोस्कोपिक कनेक्शन को ताकत मिलती है। नींद के दौरान दोहराई जाने वाली गतिविधियां मस्तिष्क के हिप्पोकैम्पस हिस्से में होती हैं, जो यादों को इकट्ठा करने वाली केंद्रीय प्रणाली है। आपको बता दें कि यह अध्ययन यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल के मुख्य शोधार्थी जैक मेलर ने किया है।
इस शोध ने अच्छी नींद के लाभ का एक और सबूत मिलता है। अच्छी नींद स्वस्थ व्यक्ति के साथ-साथ शिजोफ्रेनिया या अल्जाइमर से पीड़ित लोगों के लिए भी जरूरी है।
अच्छी नींद न लेने के अलावा याददाश्त कमजोर होने के कारण
1. बढ़ती उम्र के साथ अधिकांश लोगों की याददाश्त कमजोर होने लगती है।
2. खाने के समय में अनियमितता के चलते शिफ्ट में काम करने वाले लोगों के याददाश्त गंवाने की संभावना सर्वाधिक होती है।
3. तनाव, चिंता, और अवसाद में रहने से भी आप अपनी याददाश्त को खो सकते हैं। यह समस्या तब आती है जब आपके ऊपर काम का ज्यादा लोड होता है और बहुत कम सोते हैं।
4. जब आपकी थाली में पौष्टिक चीजों की कमी होगी तब भी मेमोरी कम होने की समस्या हो सकती है। आप डाइट में डेयरी उत्पादों, मांस और मछली को शामिल करें। इससे शरीर को विटामिन बी12 मिलता है, जिसे मेमोरी के लिए सही माना जाता है।
5. आपकी याददाश्त कमजोर हो रही है तो इसके पीछे एक कारण यह भी है कि आप दवाओं का ज्यादा सेवन कर रहे हैं। नींद की गोलियां लेना या फिर अपने दर्द को दूर करने लिए पेनकिलर लेना, ये सभी दवाईयां कहीं न कहीं आपकी दिमाग पर असर डालती हैं। इसके अलावा चिंता विरोधी दवाएं, कोलेस्ट्रॉल-कम दवा और मधुमेह दवा भी याददाश्त पर बूरा असर डाल सकती है।
6. जब दिमाग में सही तरह से रक्त प्रभाव न हो तो ऑक्सीजन और आवश्यक पोषक तत्व शरीर को नहीं मिलता जिससे हमारे मेमोरी पर बुरा असर पड़ता है।