डांस करने के फायदे

क्या आपके कदम किसी भी गाने की धून पर थिरकने लग जाते हैं। अगर आपका जवाब हां में हैं तो यह बहुत अच्छी बात हैं। जिन लोगों को डांस करना बहुत अच्छा लगता है, उन्हें अपने कदम कभी नहीं रोकने चाहिए। बता दें कि डांस एक तरह का एक्सरसाइज़ माना जाता है जो हमारे बॉडी को कई गंभीर रोगों से दूर रखने में मदद करता है। इसलिए आज हम विस्तार से जानेंगे डांस करने के फायदे के बारे में।

म्यूजिक थेरेपी के बारे में तो आपने सुना ही होगा। ठीक उसी तरह डांस थेरेपी भी होती है जो इंसान के स्ट्रेस लेवल को दूर भगाने का काम बखूबी करती है। इस भागती ज़िंदगी में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो स्ट्रेस फ्री होगा। इन दिनों लोग चैन की सांस कम और स्ट्रेस से भरी जीवन जी रहे हैं, जो उन्हें अंदर से खोखला बनाता चला जा रहा है।

डांस एक कला है जो भगवान के आशीर्वाद से ही प्राप्त होती है। यह कला हर किसी में नहीं पायी जाती है। ऐसे में यह ज़रूरी नहीं कि जिसे डांस नहीं आती वह कभी डांस कर ही नहीं सकता। अपने कदमों पर थोड़ा सा थिड़क जाना भी एक डांस फॉर्म है। अगर आपको डांस की एबीसीडी भी नहीं आती है तो कोई डरने वाली बात नहीं है। आपको जो भी डांस आता है, उसे ही करें। जान लें कि हर तरह के डांस से आपके शरीर को लाभ मिलता है। यही नहीं, डांस करने से आप खुश तो रहेंगे ही और साथ ही आप शारीरिक रूप से भी फिट रहेंगे।

डांस करने के फायदे

1. डांस देता तनाव से छुटकारा

कोशिश करें कि आप रोजाना दस से पंद्रह मिनट डांस ज़रूर से करें। ऐसा करने से आपका एंडॉर्फिन लेवल ठीक रहता है। डांस करने से आपके अंदर का तनाव और चिंता दोनों ही दूर भाग जाता है और आपको काफी हल्का महसूस होता है। डांस करने से आपके शरीर में जमा एक्सट्रा कैलोरी भी घटती है। ध्यान रखें कि डांस आपके मन और शरीर के बीच सामंजस्य को बेहतर बनाने में मदद करता है और इसे करने से आपका शरीर हमेशा लचीला व फुर्तिला भी बना रहता है।

2. डांस कैसे है एक थेरेपी

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डास करना एक थेरेपी है। इससे ना सिर्फ आपका दिमाग एक्टिव होता है बल्कि आपके दिमाग की नसें भी खुलती हैं। अगर आप डांस थेरेपी को अपने डेली के रुटीन में शामिल करते हैं, तो आपका मूड हमेशा कूल रहेगा।

3. डांस से हड्डियां होती हैं मजबूत

डांस करने के फायदों की बात करें तो काफी कम उम्र से ही अगर आप डांस के साथ जुड़े हुए हैं तो आपको अपने बुढ़ापे में कभी कोई परेशानी नहीं होगी। दरअसल, डांस से ऑस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर बीमारी भी ठीक हो सकती है। बता दें कि डांस हमारे हार्मोन्स को कंट्रोल करता है और साथ ही हड्डियों में से कैल्शियम को कम होने से भी रोकता है। कैल्शियम की कमी के लक्षण, कारण और फायदे

डांस रखें दिल को स्वस्थ

आपको जानकर हैरानी होगी कि डांस हमारे दिल के लिए बहुत अच्छा है। यह हमारे दिल को स्वस्थ रखता है। डांस करने से शरीर के खून तेज़ी से फ्लो करते हैं जो दिल के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। यही नहीं, डांस करने से रक्तचाप और साथ ही कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित आसानी से किया जा सकता है।

डांस से वजन भी रहें कम

बताते चलें कि अगर आप डांस रोजाना करते हैं तो इससे 150 से 500 कैलोरी तक आप कम कर सकते हैं। यूं तो वजन कम करने के लिए जुम्बा डांस को सबसे बेहतर माना गया है। इस खास डांस फॉर्म को अगर आप 60 मिनट तक भी करते हैं, तो आपके शरीर से 400 से 600 कैलोरी आसानी से बर्न हो जाती है। डांस को लगातार करने से आपके पैरों की मांसपेशियों में खिंचाव आते हैं और पेट की मांसपेशियां भी लचीली बनती चली जाती हैं, जो आपके पाचनक्रिया को दुरुस्त रखने में मदद करती है।