यह अकेला ऐसा योग है जिसे करने से हमारी पीठ का दर्द, कंधे का दर्द ठीक हो जाता है। इस आसन को करने से पहले हमें तीन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए, सबसे पहले हमें अपने शरीर को खींचना और ढीला छोड़ना और सांस की गतिविधि को ध्यान में रखना चाहिए। आज के दौर में जो भी काम है, वो अधिकतर कंप्यूटर पर ही होता है जिसके कारण हमें काम बैठे-बैठे ही करना पड़ता है, फिर हमें गर्दन में दर्द या फिर स्लिप डिस्क की शिकायत हो जाती है। ऐसे में अगर हम हस्त उत्तानासन को करें, तो हम इस प्रकार की होने वाली दर्द से राहत पा सकते हैं।
हस्त उत्तानासन योग करने की विधि
1. सबसे पहले आप अपने दोनों पैरों को मिलाकर खड़े हो जाएं।
2. अपने दोनों हाथों को सामने की ओर कलाई से क्रॉस कर लें। यह आपकी प्रारंभिक स्थिति होती है।
3. सांस को भरते हुए अपने दोनों हाथों को एक साथ सिर के ऊपर लाएं।
4. अपनी गर्दन को पीछे की ओर मोड़कर हथेलियों की ओर देखें, अपने हाथों को क्रॉस ही रखें।
5. सांस छोड़ते हुए दोनों बाजुओं को कंधों की सीध में लाएं।
6. सांस भरते हुए अपने हाथों को सिर के ऊपर ले कर जाए और अपनी हथेलियों को क्रॉस कर लें।
7. सांस छोड़ते हुए हाथों को सामने की ओर नीचे की ओर लाए और अपनी गर्दन भी सीधी कर लें।
8. इस आसन को आप पांच से दस बार दोहरा सकते हो।
हस्त उत्तानासन योग करने के लाभ
श्वास अंदर लेकर, हाथ ऊपर उठाकर पीछे की तरफ ले जाएं ओर अपनी भुजाओ को कान के पास ले आए। इस तरह हम हस्त उत्तानासन को करते हैं, और इस मुद्रा का उद्देश्य हमारी अंगुलियों में खिचाव को लाना होता है। अगर हम इस आसन से अधिक लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो हमें अपने पेट के हिस्से को आगे की ओर लेकर जा सकते हैं, इस आसन को करने से हमें बहुत से लाभ मिलते हैं जो इस प्रकार से हैं :-
1. जिन लोगों के कंधे सीधे नहीं होते और सामने से गोल होते हैं उनके लिए यह आसन बहुत ही लाभकारी होता है।
2. इस आसन को करने से आपके कंधे सुडौल होते हैं।
3. इस आसन को करने से आपको पीठ के दर्द से राहत मिलती है।
4. इस आसन के दौरान जब हम लम्बी और गहरी सांस लेते हैं तो हमारे फेफड़ो की क्षमता बढ़ती है और हमारी छाती का विकास होता है।
5. इस आसन को करने से आपकी याददाश्त तेज होती है।
6. इस आसन को करने से हम स्वस्थ रहते हैं, और हमें पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है।
7. इस आसन को करने से आपका रक्त संचार तेज़ी से काम करता है।
8. इस आसन को करने से हमारे शरीर में चुस्ती फुर्ती रहती है।
9. इस आसन को करने से हमारे शरीर में जमा चर्बी घटने लगती है जिसके कारण इसका असर हमारे वजन पर पड़ता है। जब भी हम तनाव में होते हैं, तब हमें हस्त उत्तानासन को करना चाहिए, क्योंकि इसको करने से हमारा तनाव कम हो जाता है।
हस्त उत्तानासन योग – सावधानियां
चाहे कोई भी आसन हो हमें उसमें सावधानी बरतनी चाहिए। हम जब भी कुछ खाते हैं तो उसके तुरंत बाद आसन को नहीं करना चाहिए। हस्त उत्तानासन को करते हुए हमें, इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमें कमर को पीछे मोड़ने की बजाए, आपको अपनी अंगुलियों के साथ ही पीछे की ओर झुकना चाहिए।