बाल सफेद हो रहे हैं तो करें रोज 15 मिनट ये प्राणायाम

बुढ़ापे में बाल सफेद होना एक आम बात है लेकिन जब जवानी में ही आपके बाल सफेद होने लगते हैं तो यह आपके लिए चिंता का विषय है। जवानी में अगर ज्यादा बाल सफेद हो रहे हैं तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं।

ज्यादा तनाव लेना, ऑटोइम्यून डिजीज, थायराइड डिसऑर्डर, विटामिन बी12 की कमी, स्मोकिंग करना आदि शामिल है। हालांकि इन सभी कारणों में एक कारण अनुवांशिक या जेनेटिक भी है। बाल सफेद होने में इसकी बहुत ही बड़ी भूमिका है।

अगर बाल सफेद होने की समस्या को दूर करना है तो आप अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव कीजिए और विटामिन तथा मिनरल को शामिल कीजिए। इसके अलावा आप अपने जीवन में योग को शामिल कीजिए।

आप रोजाना यदि 15 मिनट कपालभाति प्राणायाम करते हैं तो इससे बाल सफेद होने की समस्या दूर हो सकती है। आपको बता दें कि कपालभाती प्राणायाम को हठयोग में शामिल किया गया है। प्राणायामों में यह सबसे कारगर प्राणायाम माना जाता है।

क्या है कपालभाती प्राणायाम

कपाल का मतलब माथा और भाती का अर्थ चमक होता है, और’ प्राणायाम का मतलब सांस लेने की तकनीक है। कपलभाती प्राणायाम एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है फोरहेड शाइनिंग ब्रीथिंग तकनीक।

कपालभाती प्राणायाम करने की विधि

कपालभाती प्राणायाम करने के लिए आप सिद्धासन, पद्मासन या वज्रासन में बैठकर सांसों को बाहर छोड़ने की क्रिया करें। सांसों को बाहर छोड़ने या फेंकते समय पेट को अंदर की ओर धक्का देना है।

ध्यान रखें कि श्वास लेना नहीं है क्योंकि इस क्रिया में श्वास अंदर ही अंदर चली जाती है। हालांकि अभ्यास के दौरान अपनी सीमाओं को ध्यान में रखें और तदनुसार प्रक्रिया के माध्यम से इस प्राणायाम करें। – बालों को घना करने वाले आहार

कपालभाती प्राणायाम के अन्य लाभ

1. कपालभाती प्राणायाम शरीर से विषाक्त पदार्थों और अन्य अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालता है।

2. यह किडनी और लीवर के कामकाज में सुधार करता है। इसके अलावा यह ब्लड सर्कुलेशन और पाचन को बढ़ाता है

3. यह आंखों से तनाव को दूर करता है और डार्क सर्कल मिटा को देता है।

4. कपालभाती आपके फेफड़ों को मजबूत करता है और उसकी क्षमता को बढ़ाता है।

5. कपालभाती का नियमित अभ्यास आपको सक्रिय करेगा और आपके चेहरे पर ग्लो लाएगा।

6. यह स्मृति और एकाग्रता शक्ति में सुधार करता है।

7. यह अवसाद से दूर रखता है और सकारात्मकता उर्जा देता है।

8. यह आपकी संवेदनशीलता की भावना को संतुलन करता है। यह एसिडिटी और गैस से संबंधित समस्याओं को दूर करता है।

9. यह प्राणायाम मेटाबोलिक रेट को बढ़ाता है, इस प्रकार यह तेजी से वजन घटाने में सहायता करता है।