बारिश में दाद हटाने के घरेलू उपाय

बारिश के मौसम में बदलाव के साथ कई सारी बीमारिया भी आती हैं। बारिश के मौसम में शरीर के भीगने पर दाद-खुजली का होना एक आम समस्या है। अगर आपको भी यह समस्या होती है, तो नीचे दिए गए कुछ घरेलू टिप्स पर ध्यान दीजिए।

बारिश के दाद हटाने के घरेलू उपाय

बारिश में दाद हटाने के लिए हल्दी का उपयोग करें

हल्दी एक एंटीऑक्सिडेंट के रूप में काम करता है। यह सूजन से लड़ने बहुत ही मददगार है। यह गठिया, मधुमेह और कैंसर से लड़ने के लिए उपयोगी हो सकता है। इसके अलावा यह किसी भी चोट को जल्दी से भरने या हटाने का काम करता है। हल्दी में एंटीफंगल तत्व मौजूद होते हैं, जो त्वचा के इन्फेक्शन से निजात दिलाने में हल्दी काफी कारगर साबित होती है। बारिश में दाद हटाने के लिए हल्दी का पेस्ट बनाकर इसे प्रभावित हिस्से पर लगाएं।

अदरक

अदरक में आयरन, कैल्शियम, आयोडीन, क्लो‍रीन व विटामिन सहित कई पोषक तत्वों से भरपूर अदरक सेहत के लिए भी किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें शक्तिशाली एंटीफंगल अवयव होने के कारण यह कई तरह के संक्रमण से आपकी रक्षा करता है। यदि आप बारिश के दाद से परेशान हैं तो अदरक का पेस्ट बनाकर त्वचा के संक्रमित हिस्से पर दिन में दो से तीन बार लगाएं। जल्दी आराम मिलेगा।

एलोवेरा

बरसात के मौसम में दाद निकलने पर आप एलोवेरा की पत्ती तोड़कर इसके जेल को त्वचा के संक्रमित स्थान पर लगाकर रातभर के लिए छोड़ दें। इसे आप कुछ दिनों के लिए करें, आपको जल्द ही फर्क दिखाई देगा। प्राचीनकाल से ग्वारपाठा या धृतकुमारी नाम से जाना जाने वाला एलोवेरा के पत्तों के जैल में विटामिन और फोलिक एसिड आदि पोषक तत्व निहित हैं। यह वायरस से लड़कर कई प्रकार की बीमारियों से शरीर को सुरक्षित रखता है।

तुलसी

पवित्र तुलसी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जिसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटिफंगल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण है। आयुर्वेदिक चिकित्सा में, विभिन्न प्रकार की स्थितियों का इलाज करने के लिए पवित्र तुलसी का उपयोग किया गया है। इसके नियमित उपयोग से गंभीर संक्रमण को असानी से खत्म किया जा सकता है। बारिश के मौसम में दाद से छुटकारा पाने के लिए तुलसी के पत्तों को पीसकर पेस्ट बना लें और इसे दाद वाली जगह पर दिन में दो से तीन बार लगाएं।

तुलसी के पत्ते के फायदे

जीरा

जीरा के स्वास्थ्य लाभ में पाचन में सहायता, प्रतिरक्षा में सुधार और बवासीर, अनिद्रा, श्वसन विकार, अस्थमा, ब्रोन्काइटिस, आम सर्दी और एनीमिया का इलाज करने की क्षमता शामिल है। इसके अलावा इसका एंटीफंगल गुण त्वचा विकार और फोड़े को दूर करने में मदद करते हैं। त्वचा के संक्रमण से दूर रहने के लिए जीरे को एक गिलास पानी के साथ दिन में दो से तीन बार खाएं।

लहसुन

दैनिक आधार पर लहसुन का उपभोग (भोजन या कच्चे में) ऑलिसिन के एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। एंटीफंगल गुणों से भरपूर लहसुन त्वचा के संक्रमण से लड़ने में काफी शक्तिशाली है। यह न केवल संक्रमण के कवकों को खत्म कर देता है बल्कि उसे आगे बढ़ने से भी रोकता है। लहसुन का पेस्ट बनाकर इसे रोजाना दो से तीन बार दाद पर लगाएं। बारिश के दाद से छुटकारा मिल जाएगा।

लेमन ग्रास

एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीसेप्टिक गुण होने की वजह से लेमन ग्रास दाद के संक्रमण को बहुत आसानी से खत्म कर देता है। बारिश में दाद होने पर लेमन ग्रास के पेस्ट को दिन में दो बार लगाएं। कुछ समय बाद इन्फेक्शन धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा।