मिठाई में पेठा न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि इसके फायदे भी बहुत हैं। पेठा देश के कई अन्य राज्यों में बनाया जाता है, लेकिन जितना मशहूर आगरा का पेठा दुनिया में है उतना दूसरा और कोई नहीं। ताज महल के अलावा अगर आगरा की कोई चीज सबसे ज्यादा मशहूर है, तो वो है यहां का लजीज पेठा। यही वजह है कि आगरा को ‘ताज नगरी’ के साथ-साथ ‘पेठा नगरी’ के नाम से भी जाना जाता है। यहां ताज महल की तरह पेठे की भी विश्व स्तरीय पहचान है। वैसे तो यह मुख्य रूप से आगरा की मिठाई मानी जाती है, लेकिन स्वाद की वजह यह पूरे देश में बनते हैं और इसे पसंद भी किये जाते हैं। यह एक ऐसी मिठाई है जिसे बनाने के लिए घी या तेल का प्रयोग बिलकुल भी नहीं किया जाता बल्कि पेठा बनाने के लिये पेठे का फल अच्छा पका होना चाहिये।
पेठा को ज्यादातर गर्मियों की मिठाई मानी जाती है। लेकिन लोग इसे पूरे साल बड़े ही चाव के साथ खाते हैं। यह न केवल सस्ती होती है बल्कि स्वादिष्ट और सेहद के लिए लाभदायक भी है। ज्यादातर पेठा भतुआ, कोंहड़ा या फिर कूष्मांड नामक सब्जीए से बनाया जाता है। वैसे आपको बता दें कोहड़ा से न केवल पेठा बनता है बल्कि इसकी सब्जीह, मुरब्बे, पाक, अवलेह, ठंढाई, घृत आदि भी बनती है। हमारे आयुर्वेद में पेठे को सेहत के लिए बहुत ही उपयोगी माना गया है। पेठे में औषधीय गुण भी होते हैं। आज इस लेख में पेठे के फायदे के बारे में बात करेंगे। पेठा खाने से आपके रक्त विकार तो दूर होंगे ही साथ ही यह पुष्टिकारक और बल देने वाली मिठाई भी है।
पेठा खाने के फायदे
कब्ज और बवासीर
मलावरोध, मलबन्ध और कोष्ठबद्धता आदि नामो से जानी जाने वाली कब्ज एक ऐसी समस्या है जिससे अधिकतर लोग पीड़ित रहते हैं। इसकी वजह से आप पूरे दिन परेशान रहते हैं। इसे अंग्रेजी में कान्सटीपेशन कहते हैं। यह एक ऐसी समस्या है जिसकी वजह से कई रोग शरीर में उत्पन होते हैं। इसको ठीक करने के लिए पेठा बेहद उपयोगी चीज है। पेठे में रेशा पाया जाता है जो कि कब्ज जैसी पेट की समस्याह को दूर करता है। पेठे का सेवन न केवल कब्ज को दूर करता है बल्कि इससे बवासीर में आने वाला खून भी कम हो जाता है।
दमा के रोगियों के लिए
शहरों में रहने वाले लोग दमा की बीमारी से गर्सित रहते हैं। उन्हें अन्य उपचारों और परहेज के साथ नियमित रूप से पेठा खाना चाहिए। इससे फेफड़ों को बहुत लाभ मिलता है।
पेट में सूजन
खराब जीवनशैली की वजह से आज एक समस्या जो देखने को मिल रही है वह पेट का सूजन है। यह समस्या उलटे-सीधे खाने की वजह से उत्पन होती है। यह शिकायत तब होती है, जब खाना पचने में समस्याक हो। कब्ज और बवासीर के साथ-साथ पेठा पेट के सूजन को दूर या कम करने में भी लाभदायक है। ऐसे में आप सुबह के समय में दो कप पेठे का जूस पिएं। यह आंतों की सूजन को कम करता है।
भूख को बढ़ाए
भूख न लगना शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत और विकसित न होने का एक बहुत बड़ा कारण हैं। अगर आप अपने शरीर को जरूरी आहार नहीं देंगे तो न केवल आपकी हड्डियां कमजोर होंगी बल्कि आप मानसिक रूप से भी कमजोर हो जाएंगे। इसलिए यदि आपको भूख न लगें तो पेठे का सेवन कीजिए। आप चाहें तो सुबह दो कप पेठे का रस पी सकते हैं।
मस्तिष्क के लिए फायदेमंद
दिमाग को कैसे तेज करें? दिमाग की कमजोरी को दूर करने के उपाय? दिमाग की बीमारी को कैसे दूर करें? आदि के बारे में लोग ज्यादा पढ़ते और नेट पर बहुत ही सर्च करते हैं। वैसे पेठा दिमाग के रोग को दूर करने का दावा तो नहीं करता है पर इससे आप अपने मस्तिष्क को स्वस्थ जरूर रख सकते हैं। डॉक्टर के मुताबिक दिमाग के रोगी को इसके फल का 10-20 ग्राम गूदा खाना चाहिए और साथ ही पेठे का रस पीना चाहिए।
शरीर के जलन को करें दूर
कई लोगों के लिए शरीर में जलन की समस्या इतनी जटिल है कि कहां खड़े है यह नहीं देखते बस खूजली करने लगते हैं। अगर शरीर में जलन है तो पेठे के गूदे तथा पत्तों को पीसकर लेप करें। आप चाहे तो इसके बीजों को पीसकर ठंडाई बनाकर पी सकते हैं।