थायराइड का रामबाण इलाज है ये 6 चीजें

थायराइड गर्दन के क्षेत्र में पाया जाने वाला एक बहुत ही छोटा ग्रंथि है। थायराइड हार्मोन आपके विकास, मरम्मत और मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करने में मदद करता हैं। अगर थायराइड ग्रंथि ठीक से काम नहीं कर रहा है, तो यह बड़ी समस्या का कारण बन सकता है। जो लोग हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित हैं, वे थकान, बालों के झड़ने, वजन बढ़ने, ठंड महसूस करने जैसी समस्या से जुझ सकते हैं।

थायराइड का रामबाण इलाज

थायराइड का इलाज है अदरक

अदरक का असर हमारे मेटाबॉलिज्म पर पड़ता है। थायराइड फंक्शन में अदरक का बहुत ही अच्छा प्रभाव रहता है। पोटेशियम और मैग्नीश्यिम से भरपूर अदरक थायराइड की समस्या से निजात दिलाने में सहायता करते हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि अदरक में एंटी-इंफलेमेटरी गुण पाया जाता है जो थायराइड को बढ़ने से रोकता है।

अलसी के बीज

ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर अलसी थायरायड ग्रंथि के सही तरीके से काम करने में आवश्यरक भूमिका निभाता है। हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित लोगों को अलसी और अलसी के तेल का प्रयोग जरूर करना चाहिए। अलसी के बीज स्वस्थ वसा, एंटीऑक्सीडेंट, और फाइबर का एक समृद्ध स्रोत है। इस बीज में प्रोटीन और आवश्यक फैटी एसिड पाया जाता है। फ्लेक्ससीड में मौजूद पोषक तत्व मधुमेह, कैंसर और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं।

अश्वगंधा

अश्वगंधा एक प्राकृतिक औषधि है जिसे थायराइड का रामबाण इलाज माना जाता है। अश्वगंधा हार्मोनल असंतुलन को संभालने में विशेष रूप से शक्तिशाली है, जिससे शरीर को थायराइड संघर्ष करने में मदद मिलती है। यह एक शक्तिवर्धक औषधि है जिसकी मदद से थायराइड पर नियंत्रण किया जा सकता है। हायपोथायरायडिज्म का इलाज भी अश्वगंधा की मदद से किया जा सकता है।

मुलेठी

एशिया, यूरोप और यहां तक कि प्राचीन मिस्र समेत विभिन्न संस्कृतियों में हजारों वर्षों तक मुलेठी एक हर्बल स्वास्थ्य के लिए जाना जाता रहा है। थायराइड के मरीजों को थकान बड़ी जल्दी लगने लगती है और वे जल्दी ही थक जाते हैं, इसलिए थाइराइड के रोगियों को मुलेठी का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। मुलेठीं में पाए जाने वाले गुण थायराइड ग्रंथी को संतुलित करते हैं। मुलेठी थायराइड में कैंसर को बढ़ने से भी रोकता है।

गेहूं, ज्वार और अनाज

यदि आप अपने आहर में गेहूं, ज्वार और अनाज को शामिल करते हैं तो इससे आपको थायराइड से प्राकृतिक रूप से लड़ने में सहायता मिलेगी। विटामिन्स, फाइबर और प्रोटीन से भरपूर साबुत अनाज थायराइड को बढ़ने से रोकता है। थायराइड के अलावा यह साइनस, हाई ब्लड प्रेशर जैसे बीमारियों से भी राहत देता है।

दही और दूध का सेवन

जब आपके थायराइड के लिए खाने की बात आती है तो डेयरी सबसे अच्छा उपाय है। जिन्हें थायराइड है उन लोगों के लिए दूध और दही रामबाण की तरह हैं। जी हां, थायराइड के मरीजों को दही और दूध का सेवन करना चाहिए। दोनों में ही कैल्शियम, मिनरल्स और विटामिन्स होते हैं जो थायराइड से लड़ने में सहायक हैं।