थायराइड कैंसर क्या है और इसके लक्षण

थायराइड कैंसर क्या है आज हम आपको इस बारे में बताने जा रहे है। थायराइड कैंसर की समस्या थायराइड से बिल्कुल ही अलग होती है। इसकी शुरुआत थायराइड की गाँठ से होती है। यह गाँठ सबसे पहले एक निश्चित हिस्से में होती हैं। लेकिन बाद में यह धीरे-धीरे करके फैलने लगती है। यह गाँठ दूसरे हिस्से में फैलती है। इस गाँठ के फैलने से खांसी, खांसी में खून आदि समस्याएं पैदा हो जाती है।

थायराइड की गाँठ कैंसर है या नहीं इस बारे में आपको तभी पता चल सकता है। जब आप इसकी जांच करवाते हो। थायराइड की बीमारी महिलाओं में अधिक देखने को मिलती है, लेकिन हार्मोन के बदलावों के कारण यह पुरुषों को भी हो सकती है। थायराइड जब गाँठ में बदल जाती है तब थायराइड बीमारी थायराइड कैंसर का रूप धारण कर लेती है।

इस गाँठ के कैंसर की संभावना 20 से 30 प्रतिशत तक होती है अर्थात् थायराइड से जुड़ी हुई सभी गांठे कैंसर नहीं होती है। यदि यह गाँठ शरीर के अन्य अंगों तक फैलती है या इस गाँठ के साथ कैंसर के लक्षण दिखाई देते हैं तो समझ लीजिए कि यह थायराइड कैंसर है। थायराइड का इलाज अन्य कैंसर की तरह जटिल नहीं है। इसका इलाज ऑपरेशन के जरिये हो सकता है।

थायराइड कैंसर के लक्षण

यदि आपको गले में दर्द का एहसास होता है। गले में गाँठ का अनुभव होता है या गले में सूजन पैदा हो जाती है तो आपको ऐसे में थायराइड कैंसर हो सकता है। इसके अलावा इसके कुछ लक्षण इस प्रकार से हैं जैसे…

1. थायराइड कैंसर होने पर मरीज को शरीर में दर्द का अनुभव होता है खासकर मांसपेशियों और जोड़ों में।
2. शरीर में कमजोरी होना।
3. थायराइड कैंसर में बार-बार आंत संबंधी समस्या पैदा हो जाती है।
4. थायराइड कैंसर होने पर स्वर बैठ जाता है।
5. थायराइड कैंसर होने पर खाना निगलने में कठिनाई होती है।
6. थायराइड कैंसर में लगातार खांसी होती है।
7. थायराइड कैंसर में साँस लेने में कठिनाई होती है।
8. थायराइड कैंसर में सामान्य दर्द से अधिक दर्द होता है।
9. यदि प्रजनन संबंधी समस्या हो तो तुरंत जाँच करवा लेनी चाहिए। क्योंकि गर्भावस्था का खतरा अधिक होता है।
10. थायराइड कैंसर में मरीजों को शारीरिक कार्य से अधिक थकान होने लगती है।

थायराइड कैंसर का इलाज

अल्ट्रासाउंड और थायराइड स्कैन के जरिये हम थायराइड कैंसर के बारे में आसानी से पता लगा सकते हैं। जब भी आपको यह पता चले कि आपको थायराइड कैंसर है तब आपको तुरंत ही इसका ऑपरेशन करवा लेना चाहिए। तत्काल ऑपरेशन से पूरी ग्रन्थि को निकाल दिया जाता है। इसके बाद बिना देरी किये हुए मरीज को रेडियोएक्टिव आयोडीन थेरेपी दी जाती है। थायराइड कैंसर में रेडियोथेरेपी की जरूरत कम होती है। परन्तु हर थायराइड कैंसर की सर्जरी के बाद मरीज को रेडियोएक्टिव थेरेपी की जरूरत होती है।