मिट्रल वाल्व दिल से जुडी हुई एक ऐसी समस्या होती है जिसे हम किल्क मर्मर सिंड्रोम और बार्लोज सिंड्रोम के नाम से भी जानते हैं। यह समस्या पुरषों के मुकाबले महिलाओं में अधिक पाई जाती है। यह वाल्व दिल के बाएं हिस्से में पाया जाता है। मिट्रल वाल्व स्टेनोसिस का मुख्य कारण संक्रमण बुखार हो सकता है। जो स्ट्रेप के संक्रमण से संबंधित होता है। वाम इलाज, माइट्रल वाल्व स्टेनोसिस दिल की गंभीर जटिलताओं को जन्म देता है।
मिट्रल वाल्व प्रोलैप्स के लक्षण
जब भी आपको मिट्रल वाल्व को प्रोब्लम होती है, तो ऐसे में आप अपने आपको सही महसूस कर सकते हो। इसके कम से कम लक्षण हो सकते हैं जैसे कि…
- सांस में तकलीफ होना
- थकान
- पैरों में सूजन आना
- दिल की धड़कन का तेज होना
- चक्कर आना या बेहोश हो जाना
- खांसी आना कई बार खांसी के साथ खून निकलना
- सीने में दर्द होना
- सिरदर्द होना
- तनाव
- दिल का दौरा आदि।
मिट्रल वाल्व प्रोलैप्स के कारण
मिट्रल वाल्व प्रोलैप्स के कारण इस प्रकार से हैं…
- बुखार होना
- कैल्शियम जमा होना
- फेफड़े
मिट्रल वाल्व प्रोलैप्स के उपचार
जब भी हम इस तरह की बीमारी को नजरअंदाज करते हैं, तो हमें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके कारण हमें दिल का दौरा, दिल का आकार बढ़ना, दिल की धडकनों का असामान्य होना जैसी समस्याएं पैदा हो जाती है। इस समस्याओं का उपचार हम दवा से भी कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त हम सर्जरी के जरिये भी इसे बदल सकते हैं। इसके इलावा हम कुछ और उपाय भी कर सकते हैं जैसे कि :-
दांतों की देखभाल
मिट्रल वाल्व प्रोलैप्स से बचने के लिए आपको अपने दांतों की सही से देखभाल करनी चाहिए और अपने दांतों को दंत चिकित्सक से दिखाते रहना चाहिए।
नमक सिमित मात्रा में लें
भोजन में अधिक नमक और पेय लेने से आपके दिल पर दबाव पड़ सकता है, इसलिए अपने खाने में जितना हो सकें। उतना हो नमक प्रयोग में लें और जब भी आप बाहर का खाना लें तो हमेशा कम नमक वाला भोजन ही लें।
वजन कम करें
जो लोग मोटे होते हैं उनमें सांस की शिकायत रहती है, इसलिए अपने वजन को हमेशा एक स्वास्थ्य वजन बना कर रखें।
कैफीन का कम इस्तेमाल
कैफीन का इस्तेमाल करने से हमारी दिल की धड़कनों पर असर पड़ता है। जब भी आपको मिट्रल वाल्व प्रोलैप्स की शिकायत होती है, तो कॉफी या किसी अन्य पेय पदार्थ का सेवन करने से पहले चिकित्सा की सलाह लें।
शराब का सेवन मत करे
शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। भारी मात्रा में शराब का सेवन करने से एरेथमियास (arrhythmias) का खतरा हो सकता है और इसके लक्षणों को बहतर बना सकता है।
व्यायाम करें
दिल की बीमारियों से बचने के लिए व्यायाम बहुत ही फायदेमंद होता है। व्यायाम करने से हम दिल से जुडी हुई बीमारियों से तो राहत पाते है, साथ ही हमें अन्य बीमारियों से लड़ने की शक्ति मिलती है। व्यायाम शुरू करने से पहले हमें चिकित्सक से व्यायाम करने की सलाह ले लेनी चाहिए।
चिकित्सक से मिलते रहें
अपने ह्रदय रोग के विशेषज्ञ से आपको मिलते रहना चाहिए। उनसे सही समय पर सही सलाह लेते रहना चाहिए।