मेटाबोलिक सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति होती है जो दिल की बीमारी और मधुमेह को जोखिम में डाल देती है। इसमें उच्च रक्तचाप, उच्च रक्त ग्लूकोज या रक्त शर्करा, ट्राइग्लिसराइड्स का उच्च स्तर जो खून में एक तरह का वसा है। यह रक्त में एचडीएल अच्छे कोलेस्ट्रोल को निम्न स्तर पर ले आता है, कमर के आस पास अधिक चर्बी का जमा हो जाना। इसके कारण इंसुलिन प्रतिरोध हो सकता है।
मेटाबोलिक सिंड्रोम के लक्षण
जब भी आप के रक्त में शर्करा की मात्रा अधिक हो जाती है, तो यह मधुमेह के लक्षण हो सकते हैं। सिंड्रोम के साथ जुड़े हुए विकारो का कोई लक्षण नहीं होता, इसका स्पष्ट संकेत कमर दर्द है, इसके अलावा कुछ और मधुमेह के लक्षण हो सकते हैं…
- प्यास लगना,
- अधिक यूरिन आना
- थकान होना
- मोटापा या अधिक वजन होना
मेटाबोलिक सिंड्रोम के घरेलू उपचार ( Metabolic syndrome home remedies )
मधुमेह और ह्रदय रोग से बचने के लिए स्वस्थ्य रहना बहुत ही जरूरी है इसमें शामिल है :-
शारीरिक रूप से संक्रिय होना
हमें तेज चलते हुए व्यायाम करने की अपेक्षा धीरे-धीरे चलना चाहिए और यह तीस मिनट उससे अधिक समय तक करना चाहिए। इस तरह सीढ़ियों का उपयोग कम करके हमें लिफ्ट का सहारा लेना चाहिए।
वजन कम करना अर्थात् मोटापा घटाना
जिन लोगों का वजन अधिक होता है उन्हें अपना वजन कम कर लेना चाहिए। इसे इंसुलिन प्रतिरोध और रक्तचाप कम करके आप मधुमेह के खतरे कम कर सकते हो।
भोजन
जब हम सही तरीके से भोजन करते हैं, तो हम अक्सर कई तरह की बीमारियों से आसानी से छुटकारा पा लेते हैं। हमें वसा युक्त भोजन का उपयोग कम करना चाहिए। हमें फल, हरी सब्जियां, दूध, मछली, साबुत अनाज आदि का सेवन करना चाहिए।
धुम्रपान
धुम्रपान करने से हमारा स्वास्थ्य बिगड़ जाता है। जिसके कारण हमें बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इसलिए हमें धुम्रपान से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
तनाव से दूरी
जितना हो सके हमें अपने आप को तनाव से दूर रखना चाहिए। इसके लिए हमें शारीरिक गतिविधि, ध्यान, योग आदि करना चाहिए। जब आप अपने तनाव को संभाल लेंगे, तो आपके भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य में भी सुधार होगा।