दोस्तों, आज हजम मलेरिया में खान पान के बारे में बात करेंगे। बरसात के दिनों में जब घरों के आसपास बने गड्ढे, छत पर पड़े टूटे बर्तनों और कूलर आदि में पानी भरकर सड़ने लगता है, तब उस गंदे पानी में मच्छर अंडे दे देते हैं। इसमें पैदा हुए मच्छरों में से एक मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से मलेरिया रोग पैदा होता है।
मादा एनाफिलीज मच्छर जब किसी व्यक्ति को काटता है तब वह रक्त को पतला करने के लिए अपने मुंह से विषैले द्रव को छोड़ता है। उस द्रव में मलेरिया को पैदा करने वाले जीवाणु होते हैं। इन जीवाणुओं के विषक्रमण से मलेरिया बुखार होता है। मलेरिया का मच्छर दिन और रात दोनों समय ही काटता है। मलेरिया से बचने के लिए दिन में भी सावधानी बरतनी चाहिए बच्चों के साथ-साथ खुद भी पुरे कपड़े पहनने चाहिए।
मलेरिया के रोग में शुरू में बहुत सर्दी का अहसास होता है। मलेरिया वाले रोगी को इतनी सर्दी लगती है कि उसे कभी कभी रजाई और कंबल डालने से भी सर्दी कम नहीं होती। इससे रोगी को तीव्र बुखार हो जाता है और उसे खूब पसीना भी आता है। ज्वर कम होने पर रोगी अपने आप को निरोग महसूस करता है। लेकिन अगले दिन फिर उसे सर्दी लगने लगती है और तीव्र ज्वर आ जाता है। मलेरिया में अच्छी डाइट बहुत ही लाभकारी है। मलेरिया में अपने खान पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आइये जानते हैं मलेरिया में खान पान के बारे में –
मलेरिया में क्या खाएं – Malaria mein kya khaye
मलेरिया में खान पान का ध्यान रखते हुए हमें किन वस्तुओ का सेवन करना चाहिए आइये जानते हैं…
#1 चाय
मलेरिया होने पर चाय में तुलसी के पत्तें, काली मिर्च, दालचीनी और अदरक डालकर पीनी चाहिए। चाय के साथ साथ आप दूध और कॉफी का सेवन भी कर सकते हैं।
#2 सेब
मलेरिया से ग्रस्त रोगी को सेब का सेवन करना चाहिए। मलेरिया वाले रोगी के लिए सेब बहुत फायदेमंद होता है।
#3 पीपल का चूर्ण
पीपल के चूर्ण को शहद में मिलाकर खाने से मलेरिया में फायदा मिलता है।
#4 खिचड़ी
मलेरिया के खान पान में खिचड़ी बहुत फायदेमंद होती हैं। यह पौष्टिक भोजन होता है तथा यह आसानी से पच भी जाती है। मलेरिया वाले रोगी को साबूदाना और दलिये का भी सेवन करना चाहिए।
#5 नींबू का सेवन
नींबू विटामिन सी से भरपूर होता है। मलेरिया में नींबू को काटकर उस पर काली मिर्च और सेधा नमक मिलाकर नींबू को चूसें। इससे आपके मुंह का स्वाद ठीक होता है साथ ही इससे आपकी भूख भी बढ़ती है।
ज्यादा नींबू पानी पीने के नुकसान
#6 तुलसी के पत्तों का सेवन
मलेरिया वाले रोगी को पानी में तुलसी के पत्तें और काली मिर्च उबाल कर देनी चाहिए। क्योंकि यह दोनों ही संक्रमण को रोकने में सहायता करते हैं।
#7 अमरुद का सेवन
अमरुद में कई तरह के पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं, जो हमारी सेहत के लिए लाभकारी होते हैं। मलेरिया होने पर रोगी को अमरुद का सेवन करना चाहिए। इसको खाने से रोगी को फायदा मिलता है।
मलेरिया में क्या न खाएं ( परहेज )- Malaria mein kya na khaye
- मलेरिया होने पर रोगी को ठंडे पानी का सेवन नहीं करना चाहिए न हो उसे ठंडे पानी के साथ नहाना चाहिए।
- रोगी को आम, अनार, लीची, संतरा आदि नहीं देना चाहिए।
- मलेरिया में ठंडी तासीर वाली वस्तु नहीं खानी चाहिए।
- मलेरिया होने पर दही, शिकंजवी, गाजर, मूली आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
- रोगी को मिर्च मसाले, जंक फ़ूड से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।