किडनी कैंसर को गुर्दे के कैंसर के रूप में भी जाना जाता है। किडनी का कैंसर वो कैंसर होता है जो गुर्दे की कोशिकाओं से शुरू होता है। इसमें सन्दर्भ की बात यह है कि यह महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में अधिक पाई जाती है। किडनी का कैंसर किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है लेकिन वृद्द लोगों को गुर्दे के कैंसर की संभावना अधिक होती है। सामान्य तौर पर दो गुर्दे होते हैं, इसका कार्य रक्त को साफ़ करना होता है।
गुर्दे के कैंसर में कोशिकाओं की असामान्य रूप से वृद्दि होती है। जिससे गुर्दे के उतक में ट्यूमर बन जाता है। किडनी का कैंसर विभिन्न रूपों में देखने को मिलता है। जिनमें से सबसे साधारण बच्चों में विल्म ट्यूमर और वयस्कों में गुर्दे के सेल का कार्सिनोमा होता है।
किडनी कैंसर के लक्षण
कई स्तिथियों में किडनी का कैंसर बिना किसी दर्द से बढ़ता है। कुछ किडनी कैंसर का पता बिना किसी लक्षणों से लग जाता है। जब किडनी कैंसर के लक्षण बढ़ते है, तो रेनल सेल कार्सिनिमा बहुत से लक्षणों को दर्शाता है। इसमें ट्यूमर एक या एक से अधिक हार्मोन का निर्माण करता है जो कि रुकावट का कारण बनते हैं। किडनी कैंसर के लक्षण कुछ इस प्रकार से हैं
- यूरीन में रक्त आना
- पेट दर्द
- पेट में असामान्य गाँठ या सूजन
- शरीर में कमजोरी आना
- थकान होना
- वजन कम होना
- बिना किसी कारण बुखार का होना
- साँस लेने में परेशानी होना
- हाई ब्लड प्रेशर होना
- भूख में परेशानी होना
- भारी पसीना आना ।
किडनी का कैंसर होने के कारण
किडनी का कैंसर होने के कुछ कारण इस प्रकार से हैं जैसे-
- मोटापा
- मधुमेह
- आनुवांशिक, असमान्यताएं, आनुवंशिक प्रवृत्ति
- रसायन का संपर्क
- किडनी रोग क्रोनिक
- बुढ़ापा
- गुर्दे की पथरी
- उच्च रक्तचाप
- धुम्रपान आदि।
किडनी के कैंसर का निदान
किडनी कैंसर के मरीज के शुरूआती दौर में कैंसर के बारे में पता न चल पाना सामान्य है। कभी कभी पेट के एक्स रे के समय ट्यूमर में बारे मे पता चल जाता है। किडनी के कैंसर के बारे में जांच करवाने से हो पता चलता है जैसे…
- अल्ट्रासाउंड
- इन्ट्रावेंस पाइलो ग्राम
- चेस्ट एक्स रे और फेफड़ों का सी टी स्कैन
- यूरिन एनालिसिस
- हड्डियों का स्कैन
- वेनोग्राफी
- आर्टरियोग्राफी
- मैगनेटिक रेजोनेंस इमेजिंग
- रक्त जांच ।
किडनी कैंसर से बचाव
1. धुम्रपान से दुरी
किडनी कैंसर से बचने के लिए आपको धूम्रपान से दूरी बना कर रखनी चाहिए। यही आपकी सुरक्षा के प्रति पहला कदम होता है।
2. स्वस्थ आहार
किडनी का कैंसर होने पर आपको स्वस्थ आहार लेने की अति आवश्यकता होती हैं। ऐसे में आपको फल और सब्जियों को अच्छे से धो लेना चाहिए। फिर उसका सेवन करना चाहिए।
3. व्यायाम
व्यायाम अपने शरीर को स्वस्थ रखने का सबसे अच्छा और सबसे बेहतर तरीका होता है। व्यायाम के द्वारा हम कई बीमारियों को दूर कर सकते हैं।
4. उच्च रक्तचाप पर नियंत्रण
किडनी के कैंसर के बचाव में उच्च रक्तचाप पर नियंत्रण करना बहुत ही आवश्यक होता है। इससे कैंसर के जोखिम को आसानी से कम किया जा सकता है।
5. गुर्दे की जांच
क्रोमिन किडनी के रोगी को अपने गुर्दे की स्तिथि की नियमित जांच करवानी चाहिए। किसी भी असामान्य लक्षण के मामले में डॉक्टर को बता देना चाहिए और अन्य गुर्दे के कैंसर से बचने के लिए सभी कारकों के जोखिम से बचने का प्रयास करना चाहिए।
6. सर्जरी
गुर्दे कैंसर का उपचार रोग के प्रकार और चरण पर निर्भर करता है। लेकिन सर्जरी इसका सबसे आम उपचार है। गुर्दे के कैंसर में अक्सर कीमोथेरपी और रेडियोथेरपी का जबाव नहीं होता।