दिल की बीमारी से बचना है तो ये नमक है फायदेमंद

हृदय रोग ऐसी स्थितियों का वर्णन करता है जो आपके दिल को प्रभावित करता है। हृदय रोगों में रक्त वाहिका के रोग, जैसे कोरोनरी आर्टरी रोग और एरिथमिया शामिल है। हृदय रोग के कई रूपों को स्वस्थ जीवनशैली से रोका जा सकता है या इलाज किया जा सकता है।

आपको बता दें कि आहार में नमक को सीमित करने से हृदय रोग में 25 फीसदी तक की कमी आ सकती है और दिल की जटिलताओं से मरने का खतरा 20 फीसदी तक कम हो सकता है। विशेषज्ञों की मानें तो आहार में नमक ज्यादा लेने से ब्लड प्रेशर पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है और समय के साथ यह कार्डियोवस्क्युलर यानी दिल की बीमारियों का कारण बन सकता है।

नमक के फायदे

वैसे सोडियम क्लोराइड के रूप में भी जाना जाने वाला नमक, लगभग 40 फीसदी सोडियम और 60 फीसदी क्लोराइड से बना एक यौगिक है। ये दोनों खनिज स्वास्थ्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सोडियम तंत्रिका कार्य को भी बनाए रखता है और रक्त की मात्रा और रक्तचाप दोनों को नियंत्रित करता है।

दूसरी ओर क्लोराइड, सोडियम के बाद रक्त में दूसरा सबसे प्रचुर मात्रा में पाये जाने वाला इलेक्ट्रोलाइट है। कई बड़े अध्ययनों से पता चला है कि कम नमक वाले आहार हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है।

नमक के नुकसान

सोडियम या नमक उच्च रक्तचाप दिल पर अतिरिक्त तनाव पैदा कर सकता है और हृदय रोग के लिए जोखिम कारकों में से एक है। कुछ सबूत बताते हैं कि नमक का ज्याद सेवन ब्लड कैंसर के अलावा पेट कैंसर के बढ़ते जोखिम से जुड़ा है।

भारतीय आहार सोडियम से भरपूर होता है और नमक की अधिक खपत गैर-संक्रमणीय बीमारियों के लिए सबसे बड़ा योगदान कारक है। समय के साथ अत्यधिक नमक किडनी को नुकसान पहुंचाता है।

 सेंधा नमक

दिल की बीमारियों से बचना हो और ब्लड प्रेसर को नियंत्रित रखना हो तो खाने में जहां भी संभव हो, सफेद नमक की जगह काले नमक या सेंधा नमक का प्रयोग करें। आयुर्वेद के अनुसार काला नमक अपनी डाइट में शामिल करने से शरीर के कई रोगों को दूर किया जा सकता है। यह कलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर, डिप्रेशन और पेट की तमाम बीमारियों में राहत देता है, क्योंकि इसमें 80 तरह के खनिज शामिल हैं।

सेंधा नमक के फायदे

1. सेंधा नमक पाचन में सुधार करता है और पेट दर्द से छुटकारा पाने का एक प्राकृतिक तरीका है। आप सेंधा नमक और पुदीना के पत्तों को मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं।

2. सेंधा नमक भी आपकी प्रतिरक्षा या इम्यूनिटी के लिए भी काम करता है। यह हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ता है।

3. सेंधा नमक श्वसन समस्याओं और साइनस से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद है।

4. सेंधा नमक के पानी के साथ गरारे करने से खराश, सूखी खांसी और टन्सिल के खिलाफ राहत प्रदान करता है।

5. शरीर को कम से कम 8 घंटे की नींद की जरूरत होती है। सेंधा नमक मेलाटोनिन के स्तर को नियंत्रित करता है और इस प्रकार, हमारे नींदचक्र को नियंत्रित करता है।

6. सेंधा नमक को सफेद दांत या माउथ फ्रेशनर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए आप सेंधा नमक के पानी से गरारे कीजिए।