समय की कमी के अभाव और डाइट के बारे में जानकारी न होने की वजह से लोग आज कल खाने पीने पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। उनके शरीर को पौष्टिक तत्व मिल रहा है या नहीं वह इस बात से भी अवगत नहीं है।
यदि आपको रात में जंक फूड खाने की आदत है तो सावधान हो जाइए। इससे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाली आदत के अलावा यह आपकी नींद में कमी ला सकती है और आपके वजन को भी बढ़ा सकता है।
अध्ययन से पता चला है कि नींद की खराब गुणवत्ता जंक फूड की लालच से जुड़ा हुआ है और यह प्रतिभागियों के मोटापा, मधुमेह व दूसरे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जुड़ा हुआ है।
अमेरिका के टक्सन स्थित एरिजोना विश्वविद्यालय में मनोचिकित्सा विभाग के माइकल ए ग्रैंडनर ने कहा, “प्रयोगशाला के शोध से पता चलता है कि रात में जंक फूड के सेवन से अनिद्रा की समस्या हो सकती है।
ग्रैंडनर ने कहा, खराब नींद, जंक फूड की लालच और रात के समय अस्वास्थ्यकर नाश्ता के बीच का रिश्ता एक महत्वपूर्ण तरीके को प्रस्तुत कर सकता है, कि नींद उपापचय की क्रिया के नियमन में मदद करती है। – जंक फूड किसे कहते है
जंक फूड के अन्य नुकसान
1. अधिकांश जंक फूड आइटम सोडियम पर अधिक होते हैं। जंक फूड का नियमित सेवन रक्तचाप के स्तर में काफी वृद्धि कर सकता है। उच्च रक्तचाप दिल के दौरे और यहां तक कि स्ट्रोक जैसे अन्य खराब स्वास्थ्य स्थितियों का कारण बन सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ के मुताबिक एक व्यक्ति को 2400 मिलीग्राम सोडियम लेने की की सलाह दी जाती हैं, लेकिन अकेले आलू के चिप्स के दस-औंस पैक में 1680 मिलीग्राम सोडियम होता है।
2. जंक फूड और शुगर ड्रिंक के अत्यधिक सेवन आपके मौखिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। जंक फूड की नियमित सेवन से दांतों में सड़न और मसूड़े में बीमारी हो सकती है।
3. यदि आप नियमित रूप से जंक फूड का सेवन कर रहे हैं, तो इसका मतलब है कि आप स्वस्थ और संतुलित आहार नहीं ले रहे हैं। आवश्यक विटामिन और खनिजों के सेवन की अनुपस्थिति में, आपका शरीर अधिक थका हुआ महसूस कर सकता है। यह न केवल आपके नींद में खलल पैदा कर सकता है बल्कि एकाग्रता के स्तर को भी कम कर सकता है।
4. आप जानते हैं कि इंसुलिन पैनक्रिया में उत्पादित होता है और शरीर को ईंधन से भरने के लिए ग्लूकोज के परिवहन में मदद करता है। इंसुलिन भी मस्तिष्क में उत्पादित होता है जहां यह तंत्रिका कोशिकाओं के बीच सिग्नल ले जाने और मेमोरी के लिए काम करता है।
ब्राउन यूनिवर्सिटी में किए गए एक अध्ययन से पता चलता है कि बहुत अधिक जंक फूड, फैटी भोजन और मिठाई हमारे शरीर में इंसुलिन के स्तर को काफी हद तक बढ़ा सकती हैं। टाइप 2 मधुमेह के मामले में, इंसुलिन का उच्च स्तर, मस्तिष्क हार्मोन का जवाब देना बंद कर देता है और इसका प्रतिरोधी बन जाता है।
5. तला हुआ और प्रोसेस्ड फूड में पाए जाने वाले ट्रांस वसा की अत्यधिक सेवन से पेट से संबंधित कई समस्या हो सकती है। इसके अलावा जंका फूड का ज्यादा सेवन डिप्रेशन जैसी स्थिति भी पैदा कर सकता है।