डार्क चॉकलेट पोषक तत्वों से भरा हुआ है जो आपके स्वास्थ्य पर सकारात्मक रूप से असर डालता है। कोको ट्री के बीज से बना, चॉकलेट एंटीऑक्सीडेंट के सर्वोत्तम स्रोतों में से एक है। अध्ययनों से पता चलता है कि डार्क चॉकलेट आपके स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है और हृदय रोग का खतरा कम कर सकता है। इस बात का ध्यान दीजिए कि आप इसका से ज्यादा मात्रा में सेवन न करें क्योंकि इसमें शुगर भी होता है।
चॉकलेट एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट
एंटीऑक्सीडेंट एक कंपाउंड है और खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं। ये आपकी कोशिकाओं को क्षति पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स से रक्षा करता है। चॉकलेट कोका ट्री के बीज से बनाया जाता है।
इसमें फल की तुलना में अधिक एंटीऑक्सीडेंट क्षमता होती है। इसके अलावा चॉकलेट के बीज में पोलिफेनोल्स का एक बड़ा संचय होता है, जो प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट है। डार्क चॉकलेट ऑर्गेनिक कंपाउंड से भरा हुआ है जो जैविक रूप से सक्रिय है और एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करते हैं। इनमें पॉलीफेनॉल, फ्लैवनोल और कैचिन शामिल हैं।
फाइबर से भरपूर डार्क चॉकलेट
यदि आप एक हाई कोको सामग्री के साथ डार्क चॉकलेट खरीदते हैं, तो यह वास्तव में काफी पौष्टिक है। इसमें घुलनशील फाइबर की एक अच्छी मात्रा होती है और यह मिनरल्स से भरपूर भी है। क्वालिटी डार्क चॉकलेट फाइबर के अलावा आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर, मैंगनीज और कुछ अन्य खनिजों में समृद्ध है।
ब्लड फ्लो में करे सुधार
कई नियंत्रित अध्ययनों से पता चलता है कि कोको और डार्क चॉकलेट रक्त प्रवाह (ब्लड फ्लो) और कम रक्तचाप में सुधार कर सकता है। कोको में जैव सक्रिय यौगिक (bioactive compounds) धमनियों में रक्त प्रवाह में सुधार कर सकते हैं और रक्तचाप में एक छोटी लेकिन सांख्यिकीय रूप से महत्वपूर्ण कमी का कारण बन सकता है।
मस्तिष्क के कार्य में करे सुधार
डार्क चॉकलेट आपके मस्तिष्क के कार्य को भी बेहतर बना सकता है। एक अध्ययन से पता चला है कि पांच दिनों के लिए हाई-फ्लैवनोल कोको खाने से मस्तिष्क में रक्त प्रवाह में सुधार हुआ है। कोको या डार्क चॉकलेट रक्त प्रवाह में वृद्धि करके मस्तिष्क कार्य में सुधार कर सकते हैं।
स्किन को सुरक्षा दे डार्क चॉकलेट
डार्क चॉकलेट में बायोएक्टिव कंपाउंड आपकी त्वचा के लिए बहुत अच्छा है। डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लैवोनोल सूर्य के नुकसान के खिलाफ सुरक्षा कर सकता हैं, त्वचा में रक्त प्रवाह में सुधार कर सकता हैं और त्वचा घनत्व और हाइड्रेशन बढ़ा सकता हैं।
दिल की बीमारी के खतरे को कम करे
डार्क चॉकलेट में मौजूद कंपाउंड दिल की बीमारी के खतरे को कम कर सकता है। कुछ अध्ययन उन लोगों के बीच हृदय रोग के जोखिम में भारी कमी दिखाते हैं जो ज्यादा चॉकलेट का सेवन करते हैं। एक और अध्ययन से पता चला कि प्रति सप्ताह दो या दो बार चॉकलेट खाने से धमनी में 32 फीसदी तक केल्सिफाइड प्लाक होने का खतरा कम हो गया है। – दिल की बीमारी रोकने वाले एक्सरसाइज
यह हमें खुशी देता है
इतने सारे लोगों को चॉकलेट खाने की ज़रूरत क्यों है, और ऐसा करने में खुशी महसूस क्यों होती है? क्योंकि चॉकलेट खाने से, हमारा दिमाग एंडोर्फिन हार्मोन पैदा करता है। ये हार्मोन खुशी की भावनाओं को बढ़ावा देता है।
चॉकलेट को लेकर सावधानी
डार्क चॉकलेट को लेकर विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि हमें चॉकलेट का सेवन करना चाहिए जिसमें कम से कम 70 फीसदी कोको हो। इस तरह, हम दूध की वसा या शुगर जैसे अन्य हानिकारक तत्वों से बचे रहेंगे।