रात में सोते-सोते अचानक हमारे दांत में दर्द होने लगता है। यह दर्द इतना तेज होता है कि न तो हम खुद सो पाते हैं और न ही परिवार के अन्य सदस्यों को भी सोने देते हैं। ये ऐसा दर्द होता है जिसमें कई बार हमारे सिर में तेजी से दर्द होने लगता है। ऐसी स्थिति में लौंग का तेल दांत दर्द का रामबाण उपचार के तौर पर काम आता है।
सदियों से, लौंग को दांत दर्द राहत के तकनीक के रूप में इस्तेमाल किया जाता आ रहा है। लौंग का तेल एक ऐसा उपचार है जिसे रात में लगा लेने से दांत के डॉक्टर की जरूरत नहीं पड़ती। लौंग में एक सक्रिय सामग्री होती है जो आपके मुंह में तंत्रिकाओं को सुन्न करता है और अस्थायी राहत देता है। इसलिए इसे दांत दर्द में बहुत ही अच्छा घरेलू उपचार माना जाता है।
दांत दर्द में कैसे करता है लौंग का तेल काम
जब आप दांत दर्द में लौंग के तेल का उपयोग करते हैं, तो इसमें मौजूद यूजोनॉल (लौंग तेल में एक घटक) आपको राहत प्रदान करता है। यूजोनॉल एक प्राकृतिक संवेदनाहारी और जीवाणुरोधी है, और यह मुंह में सूजन को कम करने में अच्छी तरह से काम करता है। ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ़ ओरल और मैक्सिलोफैशियल सर्जन के एक अध्ययन से पता चलता है कि यूजोनॉल अन्य एनाल्जेसिक का उपयोग करने की अपेक्षा ज्यादा प्रभावी है। – दांत की बीमारी के आयुर्वेदिक उपचार
दांत दर्द के लिए लौंग का तेल लगाने की विधि
सबसे पहले आप एक कॉटन बॉल लीजिए। फिर उसमें लौंग का तेल डालिए। फिर कॉटन बॉल दांत दर्द के प्रभावित क्षेत्र पर लगाइए। अगर दांत में गड्ढे है तो कॉटन बॉल को 1 से 2 घंटे के लिए उसमें छोड़ दीजिए। आपको दांत दर्द से जल्द राहत मिलेगा। इस बात का ध्यान दीजिए कि छोटे बच्चों को अनडायल्यूटेड लौंग का तेल देने से बचें।
ऑइल पुलिंग
इसके अलावा आप लौंग के तेल के साथ नारियल का तेल मिलाकर ऑइल पुलिंग भी कर सकते हैं। इससे भी आपको दांत दर्द से राहत मिलेगा।
लौंग का पेस्ट
आप लौंग को पीसकर इसका पेस्ट या जेल भी बना सकते हैं और प्रभावित क्षेत्र पर लगाकर राहत भी हासिल कर सकते हैं।
लौंग के फायदे
डायबिटीज को नियंत्रण में रखे
डायबिटीज रक्त में असामान्य रूप से उच्च स्तर के शर्करा (ग्लूकोज) से जुड़ी एक पुरानी स्थिति है। पेनक्रियाज द्वारा उत्पादित इंसुलिन ब्लड शुगर को कम करता है। आयुर्वेद में मधुमेह के इलाज में लौंग का इस्ते्माल किया जाता है। यह ब्लमड शुगर लेवल को कंट्रोल कर डायबिटीज के रोगियों को सेहतमंद बनाए रखता है। – दांतों में ठंडा गरम लगने के घरेलू उपचार
डाइजेशन को सही करे लौंग
लौंग पाचन एंजाइमों के स्राव को उत्तेजित करके पाचन में सुधार करता है। अपच और मतली को कम करने के लिए लौंग बहुत ही गुणकारी है। लौंग गैस्ट्रिक रस के स्राव में सुधार लाकर पाचन की प्रक्रिया को सुधारता है। लौंग पेट की कई परेशानियों में फायदा करता है जैसे गैस, जलन, अपच और उल्टीं आदि।
इम्यूानिटी बढ़ाए लौंग
बीमारी से ठीक से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली इम्यू निटी सिस्टम का होना बहुत ही जरूरी है। यह अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह उन मामलों में ठीक करने में भी सहायता करता है जब आपको शारीरिक चोट लग जाती है। लौंग आपकी इम्यूणनिटी बढ़ाकर इंफेक्शरन और सर्दी-जुकाम से आपकी रक्षा करता है। यह एंटी-ऑक्सीिडेंट गुणों में समृद्ध है जो आपकी स्कियन और मजबूत इम्यूकनिटी सिस्टुम के लिए बेहद जरूरी है।
मॉर्निंग सिकनेस
एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर लौंग अपच को ठीक करने के साथ ही आपको उल्टीे और मिचली से भी राहत दिलाता है। यह प्रेग्नेंलट महिलाओं के लिए तो बहुत ही फायदेमंद है। गर्भावस्था के शुरुआती महीनों में ज्याओदातर महिलाओं को सुबह के वक्ते उल्टीर की शिकायत रहती है। ऐसे में उन्हेंउ लौंग चूसने की सलाह दी जाती है। आप इसका सेवन डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही करें।