दाढ़ का दर्द का इलाज और लक्षण

दाढ़ जिसे हम अक्ल दाढ़ के नाम से भी जानते हैं। ऊपरी और निचले जबड़े के प्रत्येक किनारे पर अक्ल दाढ़ तीसरे और आखिरी चबाने के दांत होते हैं। इसमें व्यक्ति को बहुत ही दर्द महसूस होता है इसलिए आज हम दाढ़ का दर्द का इलाज के बारे में बात करेंगे।

अक्ल दाढ़ आम तौर पर 17 और 25 की उम्र के बीच उगते हैं। लेकिन कई लोगों में ये 25 के बाद भी आती है। ये हमारे मुंह के सबसे आखिरी, मजबूत दांत होते हैं और सबसे अंत में आते हैं।

अक्ल दाढ़ के लक्षण

अक्ल दाढ़ जो केवल आंशिक रूप से उभरे या क्रुक्ड में आते हैं, ये दर्द और बीमारी का कारण बन सकते हैं। अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन ने सिफारिश की है कि 16 से 1 9 के बीच के लोगों को उनके अक्ल दाढ़ का मूल्यांकन किया जाए ताकि ये जाना जा सकें कि उन्हें हटाया जाना चाहिए या नहीं।

पेरिकोरोनाइटिस अक्ल दाढ़ या विजडम टीथ सबसे आम लक्षणों में से एक है और यह आमतौर पर तब होता है जब निचले जबड़े में सभी दांतों के लिए पर्याप्त जगह नहीं होती है।

दाढ़ का दर्द का इलाज

अक्ल दाढ़ के दर्द को शांत करे लौंग

स्वास्थ्य की दृष्टि से अगर देखा जाए तो लौंग के बहुत ही फायदे है। यह न केवल श्वसन संक्रमण से छुटकारा पाने में आपकी मदद करता है बल्कि सूजन कम करें तथा पाचन में सुधार भी करें। इसके अलावा यह यौन स्वास्थ्य को बढ़ाने में भी सहायता करता है।

वैसे इसे मुख्य रूप से दांत दर्द का इलाज के लिए भी जाना जाता है। अक्ल दाढ़ निकलने के दौरान भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका एनेस्थेटिक और एनाल्जेसिक गुण दर्द को शांत करने में मददगार होता है। इसके अलावा इसका एंटी-सेप्टिक और एंटी-बैक्टीरियल गुण भी संक्रमण नहीं होने देता है।

नमक

ज्यादा नमक लेने से उच्च रक्तचाप बढ़ता है। इसके बावजूद इसके कई फायदे हैं। नमक के लाभों में आयरन की कमी को पूरा करना, मौखिक पुनर्निर्माण उपचार, मधुमेह नियंत्रण, गले में दर्द और मांसपेशियों की ऐंठन आदि शामिल है।

दांत दर्द में नमक का इस्तेमाल करना भी बहुत फायदेमंद होता है। ये न केवल मसूड़ों की जलन को कम करने में मददगार है बल्कि नमक के इस्तेमाल से इंफेक्शन का खतरा भी कम हो जाता है।

अक्ल दाढ़ के दर्द को कम करे लहसुन

नियमित रूप से लहसुन का सेवन (भोजन या कच्चे में) एलिसिन के एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों के कारण कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। यह रक्तचाप और रक्त शर्करा या ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने के लिए भी बेहद फायदेमंद है।

इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट के अलावा एंटी-बायोटिक, एंटी इंफ्लेमेटरी और दूसरे कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जो अक्ल दाढ़ के दर्द को कम करने में सहायता करते हैं और मुंह के बैक्टीरिया को भी पनपने से रोकते हैं।

अमरूद की पत्तिायां

यदि आपको अक्ल दाढ़ का दर्द का बहुत अधिक अनुभव हो रहा है, तो अमरूद फल आपका सबसे अच्छा दोस्त होगा। दर्द राहत के लिए अमरूद के पत्ते बहुत अच्छे हैं। अमरूद की पत्तियां दांत दर्द में दवा की तरह काम करती हैं। अमरूद की पत्तिययों में एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण भी पाया जाता है जो दांत दर्द में लाभकारी है।

अक्ल दाढ़ के दर्द  से आराम दे प्याज

प्याज का उपयोग आमतौर पर लगभग सभी प्रकार के व्यंजनों में किया जाता है। प्याज में फाइटोकेमिकल्स उनके विटामिन सी के साथ इम्यूनिटी में सुधार करने में मदद करते हैं। प्याज में क्रोमियम होता है, जो ब्लड शुगर को विनियमित करने में सहायता करता है। प्याज में एंटी-सेप्टिक, एंटी-बैक्टीरियल और दूसरे कई गुण पाए जाते हैं।

इसके इस्तेमाल से अक्ल दाढ़ के दर्द और दांत दर्द में आराम मिलता है। ये मसूड़ों को भी इंफेक्शन से सुरक्षित रखने में सहायक है। प्याज प्रभावी है क्योंकि इसमें फाइटोकेमिकल्स होते हैं जो संक्रमण के लिए ज़िम्मेदार जीवाणुओं को रोकते हैं।

पुदीना

पुदीना या पेपरमिंट को अक्ल दाढ़ के लिए एक उत्कृष्ट दर्द राहत के रूप में भी जाना जाता है। पेपरमिंट एनेस्थेटिक गुणों में बहुत समृद्ध है जो दर्द को बहुत कम कर देगा और साथ ही संक्रमण के कारण मुंह में बैक्टीरिया को हटा देगा।