बच्चों की खांसी के लिए घरेलू उपचार

मौसम बदलते ही बच्चों में एक समस्या सामान्य तौर पर देखी जाती है। उस समस्या का नाम है खांसी। इसलिए आज हम बच्चों की खांसी के लिए घरेलू उपचार के बारे में जानकारी देंगे। वैसे आपको बता दें कि खांसी एलर्जी, वायरल संक्रमण या बैक्टीरियल जैसी कई स्थितियों का लक्षण हो सकता है। इसलिए इसका इलाज करना बहुत ही जरूरी है।

शहद

सिर्फ शहद चाटना भी खांसी दूर करने का प्रभावी उपाय है। रात को सोने से पहले 1 चम्मच शहद पिएं। इसकी एंटी-बैक्टीरियल तत्व खांसी से जल्द राहत दिलाता है।

बच्चों की खांसी के लिए शहद सबसे अच्छा घरेलू उपाय माना जाता है। यह खांसी से आराम पाने के सबसे प्रभावी नेचुरल तरीकों में से एक है। इसमें एंटी-माइक्रोबियल एजेंट के रूप में काम करता हैं, जो शरीर को ठंड से लड़ने में मदद करता हैं।

आपको बता दें शहद का मीठा स्वाद लार बनाने में मदद करता है और लार की अतिरिक्त मात्रा बलगम को पतला करने में सहायता करती है। इस बात का ध्यान दें कि डेढ़ से कम उम्र के बच्चे को शहद देने से बचें। इसके लिए आप हल्के गर्म पानी में एक चम्मच शहद डालें और उसमें थोड़ा सा नींबू का रस मिलाइए। आपको जरूर फायदा मिलेगा।

अदरक

अदरक में एंटीवायरल गुण पाया जाता हैं जो इसे सामान्य सर्दी और खांसी से लड़ने के लिए एक उत्कृष्ट उपाय है। आपको बता दें कि अदरक अपने मजबूत स्वाद के लिए जाना जाता है, यही कारण है कि आप इसे बच्चे को देने से पहले थोड़ा शहद इसमें मिला सकते हैं। इसके लिए आप सबसे पहले एक-चौथाई चम्मच अदरक लीजिए।

इसमें आप एक छोटा चम्मच शहद और सेब का सिरका डालिए। इसे अच्छी तरह से मिलाने के बाद इसमें दो बड़े चम्मच पानी डालिए और इसे अच्छी तरह से मिला लीजिए। खांसी से छुटकारा पाने के लिए रोज दो चम्मच बच्चे को दीजिए। – अदरक खाने के नुकसान

नींबू

नींबू का रस सेहत से लेकर सुंदरता तक को बढ़ाने में बहुत ही लाभकारी होता है। नींबू में उपचारात्मक गुण होते हैं और शरीर में बीमारी और मुक्त कणों से लड़ने के लिए शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली या इम्यून सिस्टम में सुधार करने में मदद करता है। खांसी को दूर करने के लिए शहद के साथ नींबू का रस दिया जा सकता है। यदि बच्चे को नींबू का स्वाद पसंद है तो इसे नींबू टुकड़ा चूसने के लिए दे सकते हैं।

दूध और हल्दी

हल्दी और दूध सूखे गले, गले में दर्द और नाक बहने में तत्काल राहत प्रदान करता है। यह बच्चों में खांसी के लिए सबसे अच्छे प्राकृतिक उपचारों में से एक है। इसके लिए आप एक गिलास गर्म दूध में हल्दी का पाउडर मिलाइए और सोने से पहले अपने बच्चे को दीजिए। हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण होते है जो वायरल संक्रमण के इलाज में मदद करती है। – सोने से पहले हल्दी दूध के लाभ

सेब का सिरका

सेब के सिरके में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं और यह शरीर में रोगजनकों को मार सकता है। यह सिरका रोगाणुओं को मार सकता है जो संक्रमण और गले में दर्द का कारण बनता है। यह सुखी खांसी के लिए एक प्रभावी नेचुरल उपाय है। इसके लिए आप एक चम्मच सिरका में एक चौथाई चम्मच अदरक और शहद डालकर बच्चे को दे सकते हैं।

साफ-सफाई का दें ध्यान

जिन बच्चों को खांसी है उन्हें साफ-सफाई पर पूरा ध्यान देना चाहिए, क्योंकि खांसी के माध्यम से रोगाणु घर के दूसरे सदस्यों में प्रवेश कर सकते हैं। इसके लिए बच्चे के आस-पास के एरिया को साफ रखें। हर दिन बिस्तर के कपड़े बदलें।

खांसी के बाद कुछ भी छूने से पहले हाथ धोने के लिए बच्चे को कहें। उन्हें खांसी या छींकते समय अपने मुंह को ढकने के लिए सिखाएं, और तुरंत अपने हाथ धोएं या एक सैनिटाइजर का उपयोग करें।