संक्रामक रोग के लक्षण और बचने के उपाय 

संक्रामक रोग एक विकार हैं जो जीवों के कारण जैसे बैक्टीरिया, वायरस, कवक या परजीवी से होता है। कई जीव हमारे शरीर में रहते हैं। ये सामान्य रूप से हानिरहित या सहायक भी होते हैं, लेकिन कुछ स्थिति में ये जीव रोग पैदा कर सकते हैं। संक्रामक रोग के संकेत और लक्षण अलग-अलग जीवों के आधार पर भिन्न होते हैं, लेकिन अक्सर बुखार और थकान इसके लक्षणों में प्रमुख है।

कुछ संक्रामक रोग एक व्यक्ति से होकर दूसरे व्यक्ति में फैलता है। कुछ कीड़ों या जानवरों के काटने से भी ये रोग होता हैं। इसके अलावा दूषित भोजन या दूषित पानी या पर्यावरण में जीवों के संपर्क में आने से भी यह रोग होता है।

बारिश में होने वाले संक्रामक रोग

संक्रामक रोग कभी भी और किसी को भी हो सकता है। संक्रामक रोगों के फैलने का सबसे अनुकूल मौसम बारिश का मौसम है। इस समय हर तरफ सडऩ व सीलन होती है इसलिए रोगाणु-विषाणु खूब पनपते हैं।

अगर संक्रामक रोग हल्का है तो इसे घरेलू उपचार करके ठीक किया जा सकता हैं, जबकि संक्रामक रोग के गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता होती है। इसके अलावा साफ-सफाई और पूरी तरह से हाथ धोने से आपको संक्रामक रोगों से बचने में मदद मिलती है।

संक्रामक रोग के लक्षण

प्रत्येक संक्रामक बीमारी के अपने विशिष्ट लक्षण हैं। कई संक्रामक रोगों में आम लक्षण शामिल हैं।

संक्रामक रोग के कारण

जीवाणु या बैक्टीरिया

ये बैक्टीरिया स्ट्रेप गले, मूत्र पथ के संक्रमण (यूटीआई) और तपेदिक (टीबी) रोगों के लिए जिम्मेदार हैं।

वायरस

बैक्टीरिया से भी छोटे वायरस कई तरह के रोगों का कारण बनते हैं, जिसमें आम सर्दी और एड्स जैसी गंभीर बीमारी भी शामिल है।

कवक

कई त्वचा रोग, जैसे दाद और कुकुरमुत्ता कवक के कारण होते हैं। अन्य प्रकार की कवक रोग आपके फेफड़े या तंत्रिका तंत्र को प्रभावित कर सकती है।

परजीवी

मलेरिया एक छोटे से परजीवी के कारण होता है, जो मच्छर प्रेषित हो सकता है।

संक्रामक रोग में डॉक्टर के पास कब जाएं

1. एक जानवर ने काट लिया हो

2. श्वास लेने में समस्या हो रही है

3. एक सप्ताह से अधिक समय तक खांसी

4. बुखार के साथ गंभीर सिरदर्द

5. सूजन का अनुभव करने पर

6. लंबे समय तक बुखार

7. अचानक आंख की समस्या

सीधे संपर्क से होने वाले संक्रामक रोग

व्यक्ति से व्यक्ति

एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने से संक्रामक रोग हो सकता है। यह बैक्टीरिया, वायरस या अन्य कीटाणुओं के सीधे हस्तांतरण के माध्यम से होता है अर्थात यह तब होता है जब व्यक्ति खांसता या छींकता है। इसके अलावा शारीरिक संबंध बनाने से भी संक्रामक रोग हो सकता है।

जानवर से व्यक्ति में

एक संक्रमित जानवर द्वारा काटे या खरोंचने से आपको संक्रामक रोग हो सकता है। यह चरम परिस्थितियों में घातक हो सकता हैं। इसलिए यदि किसी व्यक्ति को कोई जानवर खासकर कुत्ता काट ले, तो उसे जल्द डॉक्टर के पास जाना चाहिए है। जरूरी होने पर डॉक्टर आपको इंजेक्शन देते हैं ताकि संक्रमण न फैले और आप सुरक्षित हो जाएं।

मां से अजन्मे बच्चे में

अगर एक गर्भवती महिला संक्रमित है, तो वह अपने अजन्मे बच्चे को संक्रमित कर सकती है। ये संक्रमण गंभीर जन्म दोष पैदा कर सकता है।

संक्रामक रोग के बचने के उपाय

अपने हाथ को धोएं

अपने हाथ की सफाई खाना खाने से पहले, और शौचालय का उपयोग करने के पहले और बाद में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। और अपने हाथों से अपनी आंखें, नाक या मुंह को छूने की कोशिश न करें, क्योंकि इससे रोगाणु आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है।

साफ सफाई का ध्यान

संक्रामक रोगों से बचना है तो नियमित रूप से बाल कटवाएं और धोएं, शेविंग कराएं, और बढ़े हुए नाखूनों को काटें। इनमें रोगाणु छिपे होते हैं और कई तरह के संक्रामक रोग फैल सकते हैं।

टीकाकरण

टीकाकरण बहुत सी बीमारियों के होने की संभावनाओं को कम कर सकता है। इसलिए अभिभावक होने के नाते बच्चे के टीकाकरण का विशेष रूप से ध्यान दीजिए। जिनको ठीक समय पर लगवा लेने से कुछ बीमारियों की संभावना खत्म हो जाती हैं

बीमार होने पर घर पर ही रहें

यदि आपको उल्टी हो रही है, दस्त बना हुआ है या बुखार है, तो घर से बाहर न निकलें। यदि आपका बच्चा भी इन बीमारियों से ग्रसित है, तो उसे स्कूल में न भेजें।

फूड लेते समय सावधानी

बाहर कोई भी फूड खाने से पहले अच्छी तरह साफ सफाई का ध्यान दीजिए। घर पर सब्जी को पकाने से पहले उसे अच्छी तरह से धो लें औरबासी खाना कभी न खाएं।

शारीरिक संबंध बनाते समय सुरक्षा

शारीरिक संबंध बनाते समय हमेशा सुरक्षा बरतें और कंडोम का उपयोग करें।

बर्तनों को साझा न करें

अपना खुद का टूथब्रश, कंघी और रेजर का उपयोग करें। पानी पीने के ग्लास और भोजन के बर्तनों को साझा न करें।