इनके बारे में बात करने में मज़ा तो नहीं आता पर बवासीर हमारे जीवन का एक आम हिस्सा है। गैस्ट्रो के डॉक्टर कहते हैं कि “बवासीर हमारे शरीर का एक आम हिस्सा जो हमारी परेशानी का कारण बन सकते हैं।” असली परेशानी तो तब शुरू होती है जब हमें खारिश होती है, दर्द होता है और खून भी निकलता है पर अच्छी बात यह है कि कुछ इलाज होते हैं जिनसे हम इन्हें हमारी ज़िन्दगी में परेशानी पैदा करने से रोक सकते हैं, तो आइये जानते हैं बवासीर में परहेज ताकि इस रोग से आसानी से निपटा जा सके :
बवासीर में परहेज
1. फाइबर वाला खाना खाएं
बवासीर ज़्यादातर उन लोगों को होता है जिन्हें कब्ज़ होती है। वे लोग बार बार मल का त्याग नहीं कर पाते। सबसे आसान और असरदार तरीका यही है कि आप फाइबर वाली डाइट लें या फिर सप्लीमेंट्स लें। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ” दुनिया के सभी डॉक्टर चाहे फैमिली डॉक्टर हों या गैस्ट्रो के डॉक्टर सभी फाइबर खाने की सलाह देते हैं।” इससे आपको गैस हो सकती है पर इतना तो आप झेल ही सकते हैं। कोशिश करें कि आप एक दिन में कम से कम 20-30 ग्राम फाइबर लें।
फाइबर वाले आहार कौन से होते हैं ?
- मटर
- काले चने
- दालें
- बार्ले
- ओटमील
- भूरे चावल
- ब्रोक्कोली
- रसबेरी
- नाशपाती
- सेब
- केला आदि।
बाकी खाने से खुद को दूर रखें और कोशिश करें की आप ज़्यादा से ज़्यादा फाइबर वाला खाना खाएं।
2. ज़्यादा से ज़्यादा पानी पिएं
बवासीर से बचने के नुस्खे बड़े ही आसान और सस्ते होते हैं परंतु हम लोगों में से कुछ ही इन्हें इस्तेमाल करते हैं। बवासीर में परहेज से जुड़ा सबसे आसान उपाय है, पौष्टिक फाइबर वाला खाना खाने के साथ साथ हमें अपने शरीर में पानी की कमी नहीं होने देनी चाहिए। बार बार पानी लेते रहना चाहिए इससे आपका पेट बी साफ़ होता रहेगा और पानी की कमी भी नहीं होगी। पानी हमारी कब्ज़ की परेशानी को भी काफी हद तक काम करता है। दिन के 6 से 8 गिलास पानी के पीने से आपका पेट तो साफ़ हो ही जाता है आपके पूरे शरीर पर इसका अच्छा प्रभाव पड़ता है।
4. जुलाब की गोली का ध्यान रखें
जब आपको कब्ज़ होती है फाइबर सप्लीमेंट जैसे कि सिल्लियम कैप्सूल, यह आपको बाथरूम के चक्कर बहुत बार कटवायेगा पर इससे आप दर्दनाक बवासीर से बचे रहेंगे। जहाँ तक जुलाब की दवा की बात है यह तब तक ही सही से काम करेगी जब तक आप सुरक्षित वाली दवा इस्तेमाल करेंगे। यदि आपने गलत दवा ली तो आपकी बवासीर बढ़ भी सकती है।
3. अच्छी तरह व्यायाम करें
डॉक्टर्स का मानना है कि बवासीर का प्यार और तकरार का रिश्ता है। व्यायाम करने से पेट साफ होता रहता है यदि आप कुछ ऐसा करते हैं जिसमें आपके पेट पर दबाव पड़ता है जैसे की वेट लिफ्टिंग तो इससे आपको बवासीर हो जाती है। तो इसलिए आपके लिए अच्छा यही होगा की आप ऐसे किसी भी व्यायाम से दूर हो जाएं जो आपके लिए चिंता का विषय बन जाये। इसकी जगह आप हल्के व्यायाम कर सकते हैं जैसे की योग, स्विमिंग या फिर चलना जिससे आपके पेट पर दबाव न पड़े।
5.कभी भी खुद को रोकने की कोशिश न करें
जब आपको लगे की आपको जाना है तो जाईये खुद को रोकिये मत। यह सबसे आसान तरीका है खुद को बवासीर से बचाने का। प्रकृति के बुलावे को रोकेंगे तो आपको बवासीर से तो जूझना ही पड़ेगा। आपको अपने शरीर की बात सुन्नी चाहिए, अपने से बड़ों की बात आप मानते हैं तो अपने शारीर की बात भी मानिये। यदि आप खुद को रोकते हैं और अपने हिसाब से शौचालय जाते हैं तो आपको बवासीर से भुगतना ही पड़ेगा।
6. दबाव कम डालें
बवासीर में परहेज से जुड़ा एक तथ्य ये भी है कि अपने रेक्टम की नसों पर ज़ोर डालने या दबाव डालने से आपको सबसे दर्दनाक या खून वाली बवासीर हो सकती है। जब आप मल त्याग रहे हों और आप ज़्यादा ज़ोर लगा रहे हैं तो उस समय भी यह परेशानी बढ़ सकती है और भी बहुत सी चीजें हैं जो आपको ज़ोर लगाने पर मजबूर कर सकती हैं जैसे कि बहुत भारी सामन उठाना, ज़ोरदार खांसी होना और यहाँ तक की ग्रभवती होना। तो इसलिए डॉक्टर कहते हैं कि कोशिश करें कि अपने पेट पर आप कम से कम दबाव डालें और इससे खुद को बचाएं ताकि आपको बवासीर से न जूझना पड़े।
बवासीर में परहेज
प्रोसेस्ड फूड
प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ जिसे हम प्रोसेस्ड फूड कहते हैं, शहरों के लोग बहुत ही सेवन करते हैं। लोगों को लगता है कि समय की बचत का लाभ मिलता है और इससे उन लोगों को मोहभंग होता है, जिनके पास व्यस्त जीवन शैली है और जो विशेष रूप से खाना बनाना पसंद नहीं करते हैं। ज्यादातर संसाधित खाद्य पदार्थ कम कीमत वाले होते हैं जो कई उपभोक्ताओं द्वारा इसका विरोध नहीं किया जाता। हालांकि प्रोसेस्ड फूड को हमें स्वास्थ्य की दृष्टि से देखना चाहिए।
जिन लोगों को बवासीर की बीमारी है उन्हें प्रोसेस्ड फूड का सेवन नहीं करना चाहिए। इस तरह के सभी पोषक तत्व में बहुत ही ज्यादा नमक होता है। ये कम लाभकारी पोषक तत्व होते हैं, और इसमें बहुत काम फाइबर होता है।
मसालेदार भोजन से परहेज
सोच यह थी कि मसालेदार या स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ पाचन तंत्र को परेशान कर सकते हैं, जिससे उल्टी, दस्त और अल्सर भी शामिल है। इसलिए मसालेदार भोजन करने चाहिए। गर्म मिर्च जैसे मसालेदार भोजन दर्द को बढ़ाने का काम करता है और आंतों में परेशान कर सकते हैं।