भारत में कई तरह की फसले उगाई जाती है, उनमें से एक है बाजरा। आमतौर पर घरों में गेहूं की रोटी बनाई जाती है लेकिन कई ऐसे स्थान है जहाँ पर बाजरा की रोटी बनाई जाती है। बाजरे की रोटी सर्दियों के दिनों में खाते हैं क्योंकि यह सर्दियों के दिनों में खाने वाला अनाज होता है। इसमें कई तरह के पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। इसकी तरसींर गर्म होती है, इसलिए हम इसका सेवन सर्दियों में ही करते हैं। बाजरा एक तरह की बड़ी घास होती है जिसकी बालियों में हरे रंग के छोटे छोटे और मोटे दाने होते हैं और इन दानों की गिनती मोटे अन्नों में की जाती है। बाजरे की सबसे बड़ी विशेषता है कि यह सूखा प्रभावित क्षेत्र में आसानी से उग जाता है और यह अधिक तापमान को झेल सकता है। बाजरा अधिकतर उन क्षेत्रों में उगाया जाता है यहाँ मक्का या गेहूं की फ़सल नहीं उगाई जा सकती। बाजरे की खेती बहुत सी बातोँ में ज्वार से मिलती जुलती होती है। बाजरे की फसल को खाद देने या सिंचाई करने की अधिक आवश्यकता नहीं होती। बाजरे का प्रयोग पशुओ को चारे के रूप में भी किया जाता है।
हम जानते हैं कि बाजरे की रोटी हमारे लिए कितनी उपयोगी होती है। इसका सेवन करने से हमें कई तरह के रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है क्योंकि इसमें कई तरह के तत्व पाए जाते हैं जो हमारे लिए बहुत ही लाभकारी होते हैं जैसे कि
1.मैग्नीशियम, 2. कैल्शियम, 3.मैगज़ीन, 4.टिप्टोफेन, 5.फास्फोरस, 6.फाइबर,
7. विटामिन बी, 8.एंटीआक्सीडेंट.
बाजरे के फायदे
बाजरे में कई तरह के तत्व पाए जाते हैं जो हमारे लिए बहुत ही जरूरी होते हैं। बाजरे का प्रयोग हम किसी भी रूप में के सकते हैं। इसका सेवन करने से हम स्वस्थ्य रहते हैं और साथ ही हमारा दिमाग तेज होता है। बाजरे का सेवन करने से हमें कई तरह के फायदे मिलते हैं जो इस प्रकार है।
कैल्शियम की कमी
बाजरे में भरपूर कैल्शियम की मात्रा होती है बाजरे का सेवन करने से हमारी हड्डिया मजबूत होती है।
लिवर
बाजरे की रोटी खाने से लिवर में किसी प्रकार का कोई रोग नहीं होता। अगर लिवर में कोई रोग हो तो बाजरे की रोटी खानी चाहिए, जिससे लिवर का रोग कम होता है।
ऊर्जा का स्रोत
बाजरे की रोटी खाने से हमें एनर्जी मिलती है। यह ऊर्जा का अच्छा स्रोत होता है, इसमें गेहूं और चावल के मुकाबले अधिक ऊर्जा होती है।
आयरन
बाजरे में आयरन की मात्रा अधिक होती है, इसका सेवन करने से खून में होने वाले रोगों से बचा जा सकता है।
गर्भवती महिलाओं के लिए
बाजरे की रोटी गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत ही लाभकारी होती है, इसमें कैल्शियम की अधिक मात्रा होती है। आप कैल्शियम की गोली खाने की बजाय दो रोटी बाजरे का सेवन करें, तो आपके लिए अच्छा होता है। इतना ही नहीं जो स्त्री अपने बच्चे को दूध पिलाती है उनके लिए बाजरा एक टॉनिक का काम करता है।
आसानी से पच जाता है
बाजरा आसानी से पच जाता है। इसका सेवन करने से हमारी पाचन प्रकिया धीमी होती है और साथ ही हमारे शरीर से रक्त में शक्कर की मात्रा को कंट्रोल करने में सहायता मिलती है जिससे डायविटीज का खतरा कम होता है।
ह्र्दय के रोगियों के लिए
जिन लोगों को उच्च रक्तचाप, ह्र्दय में कमजोरी हो, उन लोंगो को बाजरे का सेवन करना चाहिए। उनके लिए बाजरा एक टॉनिक का काम करता है। बाजरे का सेवन करने से हम कैंसर जैसी घातक बीमारी से भी बच सकते हैं।
मोटापे पर नियंत्रण
जो अपने मोटापे से परेशान होते हैं उनको बाजरे की रोटी का सेवन करना चाहिए क्योंकि बाजरे कि रोटी खाने से हमें काफी देर तक भूख नहीं लगती। जिसके कारण हम आसानी से अपने वजन को कंट्रोल में कर सकते हैं।
बाजरे में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जिसका सेवन करने से हमें सिर दर्द नहीं होता और साथ ही हम अटैक जैसी बीमारियों से भी बच सकते हैं।