गोरे चेहरे पर कोई दाग धब्बा या निशान पड़ जाए, तो आप कई तरह के उपचारों के बारे में सोचने लगते हैं। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि पिंपल्स किसी के लिए सबसे खराब दुश्मन है। अगर आप इससे छुटकारा प्राप्त करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए कुछ उपचारों पर ध्यान देना होगा।
पिंपल्स को दूर करने के आयुर्वेदिक उपचार
पिंपल्स को दूर करे तुलसी
तुलसी एक धार्मिक पौधा है, जो घरों के आँगन मे लगता है जिससे की घर मे ताज़गी आती है और वातावरण को उत्तेजित करता है। हजारों सालो से आयुर्वेद में तुलसी को घाव को ठीक करने के काम में इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसके अलावा तुलसी पेस्ट जब आप नियमित रूप से इस्तेमाल करते हैं, तो मुंहासे या पिंपल्स से छुटकारा पाने का एक शानदार तरीका है।
इसके लिए आप तुलसी के पत्ते का पाउडर लीजिए और उसे गर्म पानी में 2-3 चम्मच मिलाकर पेस्ट बना लीजिए। इस पेस्ट को कुछ सप्ताह तक अपने चेहरे पर लगाइए आपको जल्द ही फायदा मिलेगा।
पिंपल्स में प्रभावी है शहद
एंटी बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुणों से भरपूर शहद खांसी और ठंड, पाचन और वजन घटाने में बहुत ही लाभकारी है। मुंहासे या पिंपल्स को दूर करने के लिए शहद और नींबू का रस का मिश्रण, एक सरल और प्रभावी होममेड सौंदर्य प्रसाधनों में से एक है।
इसके लिए आप एक बड़े शहद में एक बड़ा चम्मच नींबू का रस मिलाएं और मुंहासे की दाग वाली जगह पर इसे लगाएं। 10 मिनट तक लगाए रखने के बाद इसे पानी से धो लें। जब आप इसे सप्ताह में 5-6 बार लगाते हैं, तो आपको प्रभावी परिणाम मिलेंगे।
मुंहासे दूर करने के इए कारगरहै दालचीनी
दालचीनी एक लोकप्रिय मसाला है। इसमें पोषक तत्व होते हैं जो कि मल्टीपल स्केलेरोसिस और अन्य बीमारियों के साथ लोगों को लाभ पहुंचा सकते हैं। आपको बता दें कि मल्टीपल स्केलेरोसिस एक तरह की बीमारी है, जिसमें आपकी इम्यून सिस्टम आपकी तंत्रिकाओं को आवरण प्रदान करने वाले सुरक्षात्मक खोल को नुकसान पहुंचाती है।
यदि आप पिंपल्स की समस्या से ग्रसित हैं तो आप थोड़ा भुना हुआ दालचीनी लें और बारीक पीस लें। दालचीनी को शहद के साथ मिलाकर पेस्ट करें और इसे धोने से पहले लगभग 10-15 मिनट के लिए सप्ताह में कम से कम 5-6 बार लगाएं।
मुंहासे को दूर करने के लिए पुदीना
एंटीऑक्सीडेंट, जीवाणुरोधी, एंटीवायरल आदि गुणों की वजह से पुदीना स्वास्थ के लिए तो अच्छा होता ही है, ये गर्मी के मौसम में आपको कई बड़ी बीमारियों से भी बचाता है। पुदीना मुख्य आहार तो नहीं है, लेकिन इसकी मौजूदगी से खाने का स्वाद बढ़ जाता है। इसके अलावा पुदीने की पतीगीी औषधीय गुणों से भरपूर होती है।
मुंहासे को दूर करने के लिए आप कुछ पुदीने के पत्तों को मिला लें और एक ताज़ा पेस्ट करें। इस पेस्ट को मुंहासे वाली जगह पर लगाएं। मुंहासे के लिए इस आयुर्वेदिक दवा का नियमित उपयोग करने से आपको मुंहासे के निशान से छुटकारा मिल सकता है।
मुंहासे को दूर करने में लाभकारी है लौंग
कवकरोधी, जीवाणुरोधी, एंटी-वायरल, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-सेप्टिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक जैसे उत्तम गुणों से भरपूर लौंग में आपके स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने के कई गुण होते हैं। लौंग हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ ही आपके स्कैतल्पा से डैंड्रफ भगाकर बालों की कंडिशनिंग भी करता है।
मुंहासे की समस्या को दूर करने के लिए आप लौंग के तेल का इस्तेमाल पिंपल्स वाली जगह पर करें। आप चाहे तो इसके जलन से बचने के लिए इसमें दूध या पानी मिला सकते हैं।
नीम का पत्ता
नीम का पत्ता कुष्ठ रोग, भूख की कमी, त्वचा के अल्सर, हृदय रोगों और रक्त वाहिकाओं (हृदय रोग), बुखार, मधुमेह, मसूड़े की सूजन, और लिवर के लिए बहुत ही फायदेमंद है। पिंपल्स या मुंहासे की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप नीम के पत्तों का पेस्ट बनाओ और इसे मुंहासे वाली जगह पर लगाएं। आपको फायदा मिलेगा।