मधुमेह या डायबिटीज एक पुराना रोग है जो वयस्कों में महामारी की तरह फैल रहा है। अनियंत्रित मधुमेह से हमें कई गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं, जिनमें हृदय रोग, किडनी रोग, अंधापन और अन्य जटिलताएं शामिल है। यह स्थिति तब आती है जब हमें पता नहीं होता कि शुगर में क्या नहीं खाना चाहिए?
अगर आप खराब खाना खाते हैं तो यह ब्लड शुगर और इंसुलिन के स्तर बढ़ा सकता है और इससे सूजन को बढ़ावा मिलता है, जो आपके रोग के जोखिम को बढ़ा सकता है। आइए जानते हैं कि शुगर या डायबिटीज में हमें किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
शुगर में क्या नहीं खाना चाहिए
शक्कर पेय पदार्थ
आप कॉल्ड ड्रिंक पीते हैं या कोई सर्बत पीते हैं जिसमें बहुत ही ज्यादा शुगर मिलाया गया है, आपकी सेहत के लिए बहुत ही नुकसानदायक है। इसमें बड़ी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है।
दरअसल, अध्ययनों से पता चलता है कि शक्कर पेय पदार्थ का सेवन फैटी लिवर जैसे मधुमेह से संबंधित स्थितियों के जोखिम को बढ़ा सकती है। मीठा पेय में उच्च फ्रुक्टोज के स्तर से पेट के वसा और संभावित हानिकारक कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड स्तर को बढ़ावा देने वाले मेटाबॉलिज्म संबंधी परिवर्तन हो सकता हैं। ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने और बीमारी के जोखिम को रोकने में, शक्कर पेय पदार्थों के बजाय पानी, क्लब सोडा या आइस्ड टी का सेवन किया जा सकता है।
शुगर में फ्रेंच फ्राई नहीं खाना चाहिए
शुगर में फ्रेंच फ्राई नहीं खाना चाहिए। आलू कार्बोहाइड्रेट में बहुत ही उच्च होते हैं और जब इसे छीलकर तेल में फ्राई किया जाता है तो इसके सेवन के बाद ब्लड शुगर के स्तर में वृद्धि देखने को मिल सकती है। अगर आप डीप-फ्राइंग खाद्य पदार्थ का सेवन करते हैं तो इससे एज और एल्डिहाइड जैसे उच्च मात्रा में विषैले यौगिकों का उत्पादन होता है, जो सूजन को बढ़ावा दे सकता है और रोग के जोखिम को बढ़ा सकता है। दरअसल, कई अध्ययनों में पाया गया है कि फ़्रैंच फ्राइज और अन्य तले हुए खाद्य पदार्थ हृदय रोग और कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
फलो का जूस
हालांकि फलों के जूस को हेल्दी पेय पदार्थ के रूप में जाना जाता है। लेकिन ब्लड शुगर पर इसके प्रभाव वास्तव में सोडा और अन्य शक्कर पेय पदार्थ के समान है। कई मामलों में देखा गया है कि कोल्ड ड्रिंक के मुकाबले फलों के जूस में शुगर और कार्ब्स बहुत ही ज्यादा होते हैं।
दरअसल कुछ फलों का रस फ्रुक्टोज से भरा होता है, यह एक शुगर का प्रकार है जो इंसुलिन प्रतिरोध, मोटापे और हृदय रोग जैसी बीमारी को जन्म दे सकता है।
स्नैक्स फूड
शुगर के मरीजों को स्नैक्स फूड का भी बहुत ही कम सेवन करना चाहिए। इसमें आपके बिस्कुट और कुकीज जैसे खाद्य पदार्थ शामिल है। ये आम तौर पर रिफाइंड आटे के साथ बनाये जाते हैं। यह तेजी से ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकते हैं। यदि आपको भूख लग रही है, तो आपके लिए नट्स और कुछ कम कार्ब्स वाली सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
ट्रास फैट
ट्रांस फैट आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है। यह बहुत ही तरह के खाद्य पदार्थ में पाया जाता है जैसे केक, पाई क्रस्ट, बिस्कुट, बर्गर, पिज्जा, कुकीज, क्रैकर और दूसरे फास्ट फूड आदि। शुगर के मरीजों को ट्रास फैट का सेवन बहुत ही कम करना चाहिए।
हालांकि ट्रांस फैट् सीधे ब्लड शुगर के स्तर को नहीं बढ़ाते हैं। ये सीधे सूजन, इंसुलिन प्रतिरोध और बेली फैट से जुड़े हुए हैं। साथ ही यह अच्छे कोलेस्ट्रॉल यानी एचडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी प्रभावित कर सकते हैं। ये प्रभाव विशेष रूप से मधुमेह वाले लोगों के लिए हैं, क्योंकि वे दिल की बीमारी के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
सफेद ब्रेड, सफेद पास्ता और सफेद चावल
सफेद ब्रेड, सफेद पास्ता और सफेद चावल एक हाई कार्ब्स और प्रोसेस्ड फूड है। आपको बता दें कि प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ या और प्रोसेस्ड फूड फाइबर में बहुत ही कम होते हैं। जो खून की शक्कर में अवशोषण को धीमा करने में मदद करते हैं। शुगर के मरीजों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। ब्रेड और अन्य रिफाइंड खाद्य पदार्थ खाने से टाइप 1 और टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों में ब्लड शुगर के स्तर में काफी वृद्धि देखी जा सकती है।
इन आहारों के अलावा शुगर के मरीजों को वसा में उच्च डेयरी प्रोडक्ट, कैंडी, ब्रेड और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।