दिमाग हमारे शरीर को वो हिस्सा है जिसके संकेत के बिना शरीर का कोई भी अंग काम नहीं कर सकता। उम्र बढ़ने के साथ-साथ याददाश्त भी कमजोर होती जाती है। अपने आहार में कुछ विशेष जड़ी-बूटियों को शमिल करके आप अपने दिमाग को तेज कर सकते हैं। आजकल की लाइफ स्टाइल में देर से सोना, तनाव, जंक फूड जैसी कई आदतों के चलते कम उम्र में भी याददाश्त कमजोर होने लगती है। दिमाग तेज करने के लिए मेंटल एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है।
याददाश्त तेज करने प्रभावी उपाय हैं ये 6 दिमागी एक्सरसाइज
1. नंबर का खेल
हम में से कई लोगों को बचपन के दौरान गणित कभी भी पसंद नहीं आया। हालांकि, विभिन्न मस्तिष्क व्यायामों में संख्या एक आवश्यक भूमिका निभाती है। हमारी रोज की दिनचर्या विभिन्न नंबरों और गणित के शब्द से भरी हुई है, जिसमें पैसों की गिनती या संख्या, घड़ियों के नंबर, मोबाइल नंबर व अन्य नंबर शामिल है। इस तरह कोई भी अपने मस्तिष्क के व्यायाम के लिए दिन के किसी भी समय ऐसी संख्या याद कर सकता है।
2. शब्दों के साथ मनोरंजन
यह एक मजेदार गेम है जिसे कहीं भी खेला जा सकता है। यह शब्दावली गेम दिमाग के अच्छे विकास के लिए जरुरी है और इसे किसी भी उम्र में खेला जा सकता है। यह खेल सरल शब्द से शुरू किया जाता है जिसमें दूसरे लोग उस शब्द के साथ लय में गाना या कोई अन्य मिलता-जुलता शब्द दोहराते हैं। आप किसी भी स्थान, पशु, चीज़ या नाम के समान स्वर के साथ शब्दों को लेकर यह खेल शुरू कर सकते है। युवा खिलाड़ियों के लिए आसान शब्दों और छोटी सूची का उपयोग करें और वयस्कों के लिए अधिक कठिन शब्दों की लंबी सूची का उपयोग करें। इसमें बहुत सारे विकल्प हैं। आप हर रोज नए शब्द का प्रयोग कर सकते हैं।
3. भोजन की कला
खाना पकाने की कला मस्तिष्क के लिए एक अच्छा अभ्यास है, जो हमारी सभी इंद्रियों का उपयोग करके अपने मनपसंद खाने में स्वाद के साथ यह सही पकवान बनवाता है। आप रोज अलग-अलग व्यंजनों के लिए अपने दिमाग का प्रयास कर सकते हैं और विभिन्न मसालों के साथ खाना पका सकते हैं। इस तरह आप मस्तिष्क की गतिविधियों के रूप में अपने ध्यान में सुधार करेंगे।
4. ब्रेन ट्रेनिंग गेम्स
सुडोकू को एक पहेली भी कहा जाता है जो जापान में बहुत लोकप्रिय खेल है और अब दुनिया भर में एक मस्तिष्क के खेल के रूप में प्रसिद्ध है। इन दिनों पुस्तकों, पत्रिकाओं, अखबारों और यहां तक कि कम्प्यूटर से बने गेम सॉफ़्टवेयर में भी सुडोको का खेल शामिल किया जाता है। इसके अलावा चेस भी आप खेल सकते हैं। इससे ब्रेन की पूरी तरह से एक्सरसाइज होती है।
5. मस्तिष्क के लिए खुशी है कुंजी
इन सबके अलावा शोधकर्ता भी मानते हैं कि खुशी होना सभी अनुभवों के लिए एक ऐसा बायोमोलेक्यूलर पहलू है जो मस्तिष्क के हार्मोनल और शारीरिक परिवर्तनों का केंद्र है, जिससे सकारात्मक भावनाएं एक साथ शरीर में पैदा होती हैं, जो मस्तिष्क के लिए सही होता है।
6. पहेली का समय
पहेलियां वाला खेल तर्क, अनुक्रम को हल करने और कई समस्याएं हल करने वाले मस्तिष्क के कौशल को परखता हैं। इस खेल में पैटर्न की मान्यता, तर्कशास्त्र या प्रक्रिया को समझना शामिल हो सकता है। प्रत्येक पहेली को पूरा करना आमतौर पर अगली एक और अधिक कठिन चुनौती के लिए हमारे मस्तिष्क का व्यायाम करवाने का एक आसान तरीका होता है।