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बच्चों के लिए मोबाइल या स्मार्टफोन का नुकसान

जाने बच्चों के लिए मोबाइल या स्मार्टफोन का नुकसान ताकि आप कर सकें बच्चों की सेहत का बेहतर देखभाल, child care health tips dont give mobile to children

शीर्ष एडिक्शन थेरेपिस्ट ने चेतावनी दी है कि ‘बच्चों को स्मार्टफोन देने का मतलब है कि आप उन्हें एक ग्राम कोकीन दे रहे हैं।‘ स्मार्टफोन की लत बच्चों को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकती है। कई शोधों में यह बात साबित हो चुकी है कि किस तरह से स्मार्टफोन बच्चे के व्यवहार और स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रहा है।

बच्चों के लिए मोबाइल या स्मार्टफोन का नुकसान

स्मार्टफोन बच्चों की दिमागी क्षमता पर डालता है असर

आपका मस्तिष्क का प्रदर्शन तीन प्रमुख कारकों पर निर्भर करता है। मानसिक व्यायाम, स्वस्थ आदतें और आहार। यह बात बच्चों पर भी लागू होता है। यदि आपका बच्चा स्मार्ट फोन के संपर्क में आता है, तो उसका मानसिक विकास ठीक से नहीं हो पाता और बच्चों का दिमाग कमजोर हो जाता है। मोबाइल या स्मार्टफोन से निकलने वाली रेडियो तरंगें न केवल दिमाग पर गहरा प्रभाव डालती हैं बल्कि इससे सुनने की क्षमता भी कमजोर होती है।

शारीरिक विकास

शारीरिक विकास बच्चे के विकास का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जिसमें बच्चों की शारीरिक वृद्धि शामिल है, साथ ही उनके शरीर की मांसपेशियों को नियंत्रित करने की उनकी बढ़ती क्षमता भी शामिल है। बच्चों का शारीरिक विकास उसकी पूरे दिन की गतिविधियों पर निर्भर करता है। मोबाइल या स्मार्टफोन के ज्यादा इस्तेमाल की वजह से बच्चे आउटडोर गेम्स नहीं खेलते, जिससे उनका सही तरह से शारीरिक विकास नहीं हो पाता।

आंखों पर दबाव

आंखों की स्वस्थ रखने वाले आहार जाने विस्तार में ताकि आपके आँखों की रौशनी रहे सलामत, ankhon ko swasth rakhne ke upay aur diet tips in hindi

आपकी दृष्टि की रक्षा, आंखों के विकारों को रोकने के लिए नेत्र स्वास्थ्य और आंखों की देखभाल करना महत्वपूर्ण है। स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल आपकी बच्चों की आंखों पर पड़ता है। लगातार स्क्रीन की तरफ देखते रहने के कारण आंखों की रोशनी कमजोर हो सकती है। यहां तक कि अंधेपन का शिकार भी होना पड़ सकता है।

पढा़ई में पिछड़ना

माता-पिता, ध्यान दें। क्या आपका बच्चा स्कूल में खराब प्रदर्शन कर रहा है? यदि हां, तो कृपया जांचें कि क्या वह अच्छी तरह से सो रहा है, क्योंकि स्मार्टफोन का अधिक इस्तेमाल करने से बच्चों में अनिद्रा की समस्या भी पैदा होती है। पूरे दिन फोन के साथ चिपके रहने के कारण बच्चें पढ़ाई में भी ज्यादा ध्यान नहीं देते और उनमें सामाजिक और व्यावहारिक ज्ञान में कमी आने लगती है।

डिप्रेशन

देखा गया है कि केवल पिछले दो दशकों में बच्चों में अवसाद बहुत गंभीरता से लिया गया है। डिप्रेशन सबसे सामान्य मानसिक स्वास्थ्य विकार है। यदि आपको लगता है कि आपका बच्चा डिप्रेशन का शिकार है, तो आपको जल्द ही सतर्क होने की जरूरत है। स्मार्टफोन का अधिक इस्तेमाल से बच्चे आगे चल कर अकेलेपन और डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं।

बच्चों बढ़ेगा मोटापा

यदि बच्चों को बाहर के खेल खेलने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है तो इसके बहुत ही फायदे हैं। यह उन्हें अपने वातावरण का पता लगाने, मांसपेशियों की ताकत और समन्वय विकसित करने, और आत्मविश्वास हासिल करने की अनुमति देता है। लेकिन स्मार्टफोन में समय बिताने की वजह से बच्चा बाहर नहीं खेल पाता है जिससे बच्चों में मोटापे की समस्या बढ़ती जा रही है।

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