आपने शहद के फायदों के बारे में तो सुना या पढ़ा ही होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रेगनेंसी के दौरान शहद के फायदे के बारे में। जी हाँ शहद प्रेगनेंसी के बाद होने वाली कई समस्याओं को दूर करने में मददगार होता है। क्योंकि शहद में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाएं जाते हैं लेकिन शहद का सेवन संतुलित मात्रा में ही करना चाहिए। इसका अधिक सेवन शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।
शहद एक प्राकृतिक पदार्थ है, जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ मीठा भी होता है। इसके साथ ही यह सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। प्रेगनेंसी के दौरान शहद का सेवन करना तभी सुरक्षित है अगर आप इसे संतुलित मात्रा में लेते हैं। यदि आपको किसी समस्या की वजह से शुगर का सेवन सीमित मात्रा में करना है, तो आपको शहद से परहेज रखना चाहिए। चलिए आज हम आपको प्रेगनेंसी के दौरान शहद के फायदों के बारे में अधिक जानकारी देते हैं।
प्रेगनेंसी के दौरान शहद के फायदे – Honey benefits in pregnancy
#1 जी जलने की परेशानी को दूर करें
अगर आपको जी जलने जैसी किसी प्रकार की परेशानी है, तो शहद इसका एक प्राकृतिक उपाय है। अपच और जी जलने की परेशानी गर्भाशय के बढने से आतों और पेट पर पड़ने वाले दबाव के कारण उत्पन्न होती है। जिसके कारण कई बार तीसरी तिमाही में असहज महसूस होने लगता है। इस परेशानी को आप एक आसान से उपाय के द्वारा दूर कर सकते हैं। इसका उपाय हैं एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच शहद मिला कर पियें आपको राहत का अहसास होगा।
#2 खांसी को दूर करे
अगर आपको प्रेगनेंसी के दौरान खांसी और जुकाम हो जाता है, तब आपको एंटी बायोटिक के सेवन से बचना चाहिए। ऐसे में आपको शहद का सेवन करना चाहिए। क्योंकि शहद में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो खांसी और जुकाम के लिए एक प्रकृतिक उपचार है। यदि आपको सुखी खासी है, तो एक कप गर्म दुध में एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से साइन के दर्द के साथ-साथ खांसी भी ठीक हो जाती है।
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#3 एंटी ऑक्सीडेंट प्रदान करे
शहद में अच्छी मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं और इसके साथ-साथ शहद में फ्लेवोनॉयड भी होते हैं। इसमें मौजूद फ्लेवर आपको एंटी ऑक्सीडेंट लेवल को बूस्ट करते हैं जो आपको तनाव से बचाते हैं। एंटी ऑक्सीडेंट आप में सुधार करता है और साथ ही यह बच्चे के विकास में मदद करता है।
#4 घाव और जलन में कारागार
शहद एक प्राकृतिक पेन किलर भी होता है। अगर आपका कोई अंग कहीं जल जाएं तो उस स्थान पर शहद लगाने से दर्द कम हो जाता है। शहद जले हुए को ही नहीं बल्कि घावों को भी जल्दी भरने का काम भी करता है।
#5 अल्सर को दूर करें
शहद हेलिकोबैक्टर पाइलोरी बैक्टीरिया की पेट में वृद्धि होने से रोकने में मदद करता है। इस बैक्टीरिया के कारण अल्सर की संभावना हो सकती है। पानी में शहद मिलाकर पीने से नए ऊतको की वृद्धि होती है। साथ ही यह आँतों में हुई किसी भी प्रकार की क्षति को ठीक करने में मदद करता है।