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डिप्रेशन में परहेज – न खाएं ये आहार

डिप्रेशन में परहेज जाने क्या न खाएं क्यूंकि यह आहार डिप्रेशन या तनाव को बढ़ावा दे सकते हैं, depression mein parhej jane kya na khayen

डिप्रेशन या अवसाद एक गंभीर चिकित्सा बीमारी है। यह एक मनोदशा विकार है जो उदासी और किसी चीज में दिलचस्पी न लेने की निरंतर भावना पैदा करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार अवसाद अब दुनिया में खराब सेहत और विकलांगता का प्रमुख कारण है। इस लेख के माध्यम से आइए जानते हैं कि डिप्रेशन में किन चीजों से परहेज करना चाहिए।

डिप्रेशन में परहेज – न खाएं ये आहार

डिप्रेशन में परहेज

#1 रिफाइंड शुगर

भोजन में रिफाइंड शुगर की उच्च मात्रा स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। शुगर की ज्यादा मात्रा मेटाबॉलिजम को बढ़ाने का काम करता है। जो लोग डिप्रेशन के शिकार हैं रिफाइंड शुगर का सेवन नहीं करना चाहिए। शुगर के लेने से न केवल थकान, चिड़चिड़ापन, चक्कर आना, अनिद्रा जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है बल्कि यह अवसाद को भी बढ़ावा दे सकता है। इसलिए इस्से दूरे बनाकर रखें।

#2 कृत्रिम मिठाई

अगर आप मिठाई खाने के शौकिन हैं, तो इसे तुरंत बंद कर दीजिए या कम कर दीजिए। खास तौर पर यदि आप डिप्रेशन के शिकार हैं। यह न्यूरोट्रांसमीटर सेरोटोनिन के उत्पादन को अवरुध करता है और सिरदर्द, और अनिद्रा का कारण बनता है। एक नए अध्ययन से पता चलता है कि प्रति दिन कृत्रिम मिठाई खाने या पेय पीना स्वास्थ्य समस्याओं के लिए जोखिम को बढ़ाने के लिए पर्याप्त है।

#3 प्रोसेस्ड फूड

प्रोसेस्ड फूड का सेवन स्वास्थ्य समस्याओं को पैदा करता है। प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ में ट्रांस वसा, शुगर और सोडियम होता है, जो आपके लिए अस्वास्थ्यकर हो सकता है। व्हाइट ब्रेड, अनाज, पास्ता, या स्नैक फूड आदि इसे डिप्रेशन में खाने से बचना चाहिए। इससे अवसाद या डिप्रेशन का खतरा बढ़ जाता है।

#4 शराब का सेवन

शराब का सेवन न केवल आपके घर को बर्बाद करता है बल्कि आपके शरीर को तहस-नहस कर सकता है। आपको बता दें कि शराब अवसाद के साथ जुड़े लक्षणों को बढ़ाता है। शराब का ज्यादा सेवन मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकते हैं और अवसाद का कारण बन सकते हैं। डिप्रेशन में परहेज के दौरान शराब का सेवन भी बंद करें।

#5 हाइड्रोजनीकृत तेल

हाइड्रोजनीकृत तेल एक साइलेंट किलर है। हाइड्रोजनीकृत वनस्पति तेल खाने से आपके दिल के लिए जोखिम भरा होता है और यह सेचुरेटेड वसा लेने से भी बदतर हो सकता है। डिप्रेशन में इसे खाने से बचना चाहिए। तला हुआ चिकन, तली हुई पनीर की छड़ें, तली हुई फ्रेंच फ्राइज़ ये सभी हाइड्रोजनीकृत तेलों के साथ पकाया जाता है और इसमें ट्रांस वसा होता है, वह संभवतः डिप्रेशन में योगदान कर सकता है।

#6 ज्यादा सोडियम

अगर खाने में ज्यादा सोडियम या नमक है तो उसे खाने से बचें। इसे ब्लडप्रेशर के साथ-साथ डिप्रेशन में सही नहीं माना जाता। सोडियम खाने से स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। कुछ व्यक्तियों में हृदय या किडनी रोग की समस्या भी देखने को मिलती है। आपको बता दें कि अतिरिक्त सोडियम आपके न्यूरोलॉजिकल सिस्टम को बाधित कर सकता है, अवसाद में योगदान दे सकता है, और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कम सकता है।

#7 कैफीन

डिप्रेशन में परहेज – न खाएं ये आहार - depression mein parhej hindi tips

कैफीन का ज्यादा सेवन अनिद्रा, घबराहट और बेचैनी, पेट में जलन, मतली और उल्टी और ह्र्दय संबंधित परेशानी हो सकती है। कुछ विशेषज्ञों के मुताबिक, कैफीन की मामूली मात्रा भी अवसाद और चिंता में योगदान कर सकती है। इसलिए इसके सेवन से दूरी बनाकर रखें।

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